कोलकाता : विश्व प्रसिद्ध बंगाल की दुर्गा पूजा को यूनेस्को ने सांस्कृतिक विरासत का दर्जा दिया है. संयुक्त राष्ट्र संघ की कल्चर यूनिट UNESCO ने दुर्गा पूजा को हेरिटेज लिस्ट में शामिल किया है. इस बारे में UNESCO ने बुधवार को दुर्गा पूजा को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में शामिल करने का ऐलान किया है. दुर्गा पूजा को अब विश्व स्तर पर मान्यता मिलेगी. ये ना सिर्फ बंगाल के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी है.
इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसके लिए देश और बंगाल के लोगों को बधाई दी है. वहीं, केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने पश्चिम बंगाल समेत सभी देशवासियों को इसके लिए बधाई दी है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की सांस्कृतिक विरासत को नई पहचान मिली है. इससे दुर्गा पूजा की झलक अब दुनिया भर में फैलेगी.
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📢Durga Puja in #Kolkata has just been inscribed on the #IntangibleHeritage list!
— UNESCO New Delhi (@unesconewdelhi) December 15, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Inscriptions to the Representative List are one of the several ways by which #UNESCO advocates the promotion and safeguarding of intangible cultural heritagehttps://t.co/rpVdNJgLIb #LivingHeritage pic.twitter.com/FBKiRaRbio
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Inscriptions to the Representative List are one of the several ways by which #UNESCO advocates the promotion and safeguarding of intangible cultural heritagehttps://t.co/rpVdNJgLIb #LivingHeritage pic.twitter.com/FBKiRaRbio
बता दें कि ये फैसला पेरिस में 13 से 18 दिसंबर तक होने वाली अंतरसरकारी समिति के 16वें सत्र के दूसरे दिन लिया गया. केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि इस त्योहार की विशेष रूप से धर्म, लिंग और आर्थिक स्तर की बाधाओं को दूर करने के लिए सभी समावेशी दृष्टिकोण के लिए प्रशंसा की गई थी. यूनेस्को की वेबसाइट पर लिखा गया कि दुर्गा पूजा को धर्म और कला के सार्वजनिक प्रदर्शन का सबसे अच्छा उदाहरण और सहयोगी कलाकारों और डिजाइनरों के लिए एक संपन्न मैदान के रूप में देखा जाता है.
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