जयपुर. पुष्कर में मंत्री अशोक चांदना पर जूते फेंकने और हंगामा करने की घटना ने राजस्थान की राजनीति में भूचाल ला दिया है. इस घटना के बाद कई नेताओं और विधायकों में बेचैनी साफ दिखाई देने लगी है. साथ ही डर भी बना हुआ है कि ऐसी घटना फिर नहीं हो जाए. नेताओं के डर का आलम यह है कि जयपुर के दूदू में सीएम अशोक गहलोत की सभा से पहले निर्दलीय विधायक व सीएम सलाहकार बाबूलाल नागर ने सभा में लोगों को धमकाया. उन्होंने साफ कहा कि सभा में राजीव गांधी अमर रहें और अशोक गहलोत जिंदाबाद के ही नारे सभी को लगाने हैं. इसके अलावा किसी का भी नारा लगाया तो पुलिस उठाकर ले जाएगी और जेल में डाल देगी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सभा में पहुंचने से पहले दूदू से विधायक बाबूलाल नागर सभा में पहुंचे. विधायक नागर ने कहा कि जो दो नारे मैंने लगाए हैं, राजीव गांधी अमर रहें और अशोक गहलोत जिंदाबाद यही नारे सभी को लगाने हैं. इसके अलावा कोई तीसरा नारा नहीं लगाएगा. अगर किसी को तीसरा नारा लगाना है तो उठकर जा सकते हैं. नागर ने धमकाते हुए (Babulal Nagar Threatened the Public) कहा कि अगर किसी ने तीसरा नारा लगा दिया तो पुलिस वाले उठा ले जाएंगे, बंद कर देंगे और सरकारी केस बन जाएगा.
आपको केवल ताली बजानी हैः विधायक नागर के मन का डर उनकी धमकी में साफ नजर आ रहा है. उन्होंने लोगों से कहा कि आपको केवल ताली बजानी है. नारे केवल दो ही लगेंगे. नागर ने कहा कि हर कोई इस बात का ध्यान रखे कि कोई भी आपके पड़ोस में बैठा किसी और के नारे नहीं लगाए. अगर ऐसा हो तो बता दें, नहीं तो पड़ोसी न्यूसेंस करता है और दूसरा आदमी उसकी लपेटे में आ जाता है. नगर ने कहा कि 24 साल से मेरे किसी कार्यक्रम में कभी अनुशासनहीनता नहीं हुई, ना ही मैं बर्दाश्त करता हूं.
पढ़ें : पुष्कर में गुर्जर सभा: पायलट समर्थकों ने चांदना और शकुंतला रावत को दिखाए जूते
नागर के डर की वजह दूदू में बड़ी तादाद में हैं पायलट समर्थकः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आज राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक कार्यक्रम में आने से पहले नागर इस बात की तैयारी करते दिखाई दिए कि किसी तरीके की नारेबाजी ना हो. नागर का डर इसलिए भी है, क्योंकि दूदू विधानसभा में सचिन पायलट के समर्थक (Pilot Slogans Like Pushkar) बड़ी तादाद में हैं. खुद बाबूलाल नागर भी हर कार्यक्रम में सचिन पायलट की तस्वीर लगाते हैं. यही कारण था कि बाबूलाल नागर को डर था कि कहीं आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने कोई नारेबाजी की घटना ना हो जाए.