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राजस्थान हाईकोर्ट ने डूंगरपुर के डॉक्टर को दी चुनाव लड़ने की मंजूरी, कहा- चुनाव हारे तो फिर से ज्वाइन कर सकते हैं ड्यूटी

Rajasthan assembly Election 2023, राजस्थान हाईकोर्ट ने डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. दीपक घोघरा को चुनाव लड़ने की मंजूरी दी है. साथ कही कोर्ट की ओर से कहा गया कि अगर डॉक्टर चुनाव हार जाते हैं तो वो फिर से ड्यूटी ज्वाइन कर सकते हैं.

Rajasthan assembly Election 2023
Rajasthan assembly Election 2023
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 10, 2023, 8:35 PM IST

गायनेकोलॉजिस्ट व बीटीपी प्रत्याशी डॉ. दीपक घोघरा

डूंगरपुर. डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एक सरकारी डॉक्टर को विधानसभा चुनाव लड़ने की मंजूरी मिल गई है. राजस्थान हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा- ''वे चुनाव हारते हैं तो फिर से ड्यूटी ज्वाइन कर सकते है.'' इसके बाद से ही डॉक्टर के चुनाव लड़ने का मामला चर्चाओं में है. दरअसल, राजस्थान विधानसभा चुनाव में डूंगरपुर विधानसभा सीट से डॉ. दीपक घोघरा भारतीय ट्राइबल पार्टी से चुनावी मैदान में हैं. डॉ. दीपक डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में गायनेकोलॉजिस्ट के रूप में सेवारत हैं.

वहीं, डॉ दीपक ने चुनाव लड़ने के लिए राजस्थान हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. हाईकोर्ट ने कहा- ''यदि डॉक्टर चुनाव हार जाते हैं तो वे सरकारी नौकरी फिर शुरू कर सकते हैं.'' 43 साल के डॉ. दीपक घोघरा भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के टिकट पर डूंगरपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वे बीटीपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. वेलाराम घोघरा के बेटे हैं.

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हाईकोर्ट ने दिया ये आदेश : 20 अक्टूबर को हाईकोर्ट की जोधपुर बेंच के जस्टिस पुष्पेंद्रसिंह भाटी ने आदेश दिया था कि याचिकाकर्ता को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए मेडिकल ऑफिसर के पद से रिलीव कर दिया जाए और यह भी ध्यान रखें कि यदि वे चुनाव हार जाते हैं तो उन्हें फिर से मेडिकल ऑफिसर के पद पर ज्वाइन करने की अनुमति दी जाए.

डॉ. दीपक घोघरा ने कही ये बात : डूंगरपुर से चुनाव लड़ रहे डॉ. दीपक घोघरा ने कहा- ''उनके लिए यह एक ऐतिहासिक आदेश है. 10 साल से डूंगरपुर में वो कार्यरत हैं. स्थानीय लोग उन्हें बहुत अच्छे से पहचानते हैं. डॉक्टरी पेशे के माध्यम से वो लोगों की सेवा करते आ रहे हैं.'' आगे उन्होंने कहा- ''पढ़े-लिखे लोगों का राजनीति में आना बहुत जरूरी है. जब "मैंने राजनीति में आने का फैसला किया तो लोगों ने इसका स्वागत किया. यहां लोगों से मेरा व्यक्तिगत कनेक्शन है, इसलिए मुझे पूरा विश्वास है कि मैं इस सीट पर जीत दर्ज करूंगा".

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डूंगरपुर सीट पर 9 कैंडिडेट मैदान में : डूंगरपुर विधानसभा सीट पर 9 कैंडिडेट मैदान में हैं. डॉ. दीपक घोघरा के अलावा भाजपा के बंशीलाल कटारा, कांग्रेस से मौजूदा विधायक गणेश घोघरा, कांग्रेस के बागी निर्दलीय प्रत्याशी देवराम रोत, बीएपी से कांतिलाल रोत, आप से देवेंद्र कटारा, भाकपा मार्क्सवादी पार्टी से गौतमलाल डामोर, अभिनव लोकतंत्र पार्टी से विजया देवी परमार और बीएसपी से जीवनलाल नगजी मैदान में हैं.

गायनेकोलॉजिस्ट व बीटीपी प्रत्याशी डॉ. दीपक घोघरा

डूंगरपुर. डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एक सरकारी डॉक्टर को विधानसभा चुनाव लड़ने की मंजूरी मिल गई है. राजस्थान हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा- ''वे चुनाव हारते हैं तो फिर से ड्यूटी ज्वाइन कर सकते है.'' इसके बाद से ही डॉक्टर के चुनाव लड़ने का मामला चर्चाओं में है. दरअसल, राजस्थान विधानसभा चुनाव में डूंगरपुर विधानसभा सीट से डॉ. दीपक घोघरा भारतीय ट्राइबल पार्टी से चुनावी मैदान में हैं. डॉ. दीपक डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में गायनेकोलॉजिस्ट के रूप में सेवारत हैं.

वहीं, डॉ दीपक ने चुनाव लड़ने के लिए राजस्थान हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. हाईकोर्ट ने कहा- ''यदि डॉक्टर चुनाव हार जाते हैं तो वे सरकारी नौकरी फिर शुरू कर सकते हैं.'' 43 साल के डॉ. दीपक घोघरा भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के टिकट पर डूंगरपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वे बीटीपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. वेलाराम घोघरा के बेटे हैं.

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हाईकोर्ट ने दिया ये आदेश : 20 अक्टूबर को हाईकोर्ट की जोधपुर बेंच के जस्टिस पुष्पेंद्रसिंह भाटी ने आदेश दिया था कि याचिकाकर्ता को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए मेडिकल ऑफिसर के पद से रिलीव कर दिया जाए और यह भी ध्यान रखें कि यदि वे चुनाव हार जाते हैं तो उन्हें फिर से मेडिकल ऑफिसर के पद पर ज्वाइन करने की अनुमति दी जाए.

डॉ. दीपक घोघरा ने कही ये बात : डूंगरपुर से चुनाव लड़ रहे डॉ. दीपक घोघरा ने कहा- ''उनके लिए यह एक ऐतिहासिक आदेश है. 10 साल से डूंगरपुर में वो कार्यरत हैं. स्थानीय लोग उन्हें बहुत अच्छे से पहचानते हैं. डॉक्टरी पेशे के माध्यम से वो लोगों की सेवा करते आ रहे हैं.'' आगे उन्होंने कहा- ''पढ़े-लिखे लोगों का राजनीति में आना बहुत जरूरी है. जब "मैंने राजनीति में आने का फैसला किया तो लोगों ने इसका स्वागत किया. यहां लोगों से मेरा व्यक्तिगत कनेक्शन है, इसलिए मुझे पूरा विश्वास है कि मैं इस सीट पर जीत दर्ज करूंगा".

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डूंगरपुर सीट पर 9 कैंडिडेट मैदान में : डूंगरपुर विधानसभा सीट पर 9 कैंडिडेट मैदान में हैं. डॉ. दीपक घोघरा के अलावा भाजपा के बंशीलाल कटारा, कांग्रेस से मौजूदा विधायक गणेश घोघरा, कांग्रेस के बागी निर्दलीय प्रत्याशी देवराम रोत, बीएपी से कांतिलाल रोत, आप से देवेंद्र कटारा, भाकपा मार्क्सवादी पार्टी से गौतमलाल डामोर, अभिनव लोकतंत्र पार्टी से विजया देवी परमार और बीएसपी से जीवनलाल नगजी मैदान में हैं.

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