धौलपुर/नई दिल्ली : राजस्थान के धौलपुर जिले में एक दलित महिला के साथ कथित तौर पर गैंगरेप का मामला सामने आया है. घटना को लेकर भाजपा प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर जहां हमलावर है, वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने मामले को संज्ञान में लिया है. घटना के संबंध में पीड़िता ने बताया कि वह अपने पति के साथ खेत से घर लौट रही थी, तभी उसके साथ कुछ लोगों ने दुष्कर्म किया. पीड़िता की शिकायत के बाद इस संबंध में कंचनपुर थाने में मामला दर्ज किया गया. प्राथमिकी के अनुसार, आरोपियों ने मंगलवार को उसे तथा उसके पति को रास्ते में रोका और उनके साथ मारपीट की.
पीड़िता ने बताया कि उसके पति को देसी पिस्तौल की बट से मारा गया जिसके बाद उसका पति भाग गया. इसके बाद आरोपियों ने कथित तौर पर उसके बच्चों के सामने बंदूक की नोक पर सामूहिक दुष्कर्म किया. बताया जाता है कि आरोपी और महिला एक ही गांव के रहने वाले हैं. धौलपुर ग्रामीण के वृत्ताधिकारी विजय कुमार सिंह ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और अनुसूचित जाति, जनजाति (अत्याचार निवारण) कानून के तहत आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. सिंह ने कहा, मामले की जांच की जा रही है. अभी तक मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को पत्र लिखकर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है. आयोग ने मामले की समयबद्ध जांच और पीड़िता को सुरक्षा मुहैया कराने की भी मांग की है. आयोग ने कहा कि की गई कार्रवाई से 7 दिनों के भीतर आयोग को अवगत कराया जाना चाहिए.
महिला से गैंगरेप मामले पर भाजपा आक्रामक
जिले में महिला के साथ गैंगरेप मामले पर भाजपा ने प्रदेश की गहलोत सरकार (BJP aggressive on gangrape case) को निशाने पर लिया है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है. भाजपा नेताओं ने कहा कि गहलोत सरकार के राज में अपराध चरम सीमा पर पहुंच चुका है फिर भी कोई कठोर कदम नहीं उठाए जा रहे हैं. इस संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि दलित महिला के साथ हुई घटना अत्यंत निंदनीय है. प्रदेश में हर दिन हो रही महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं चिंता का विषय है. ऐसा लग रहा है जैसे प्रदेश में कुकर्मी बेखौफ हो गए हैं. उन्हें कानून का जरा भी डर नहीं रह गया है.
अपराधियों का तालिबानी शासन
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने कहा कि राजस्थान एक बार फिर से शर्मसार हुआ है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शासन में लगता है जैसे अपराधियों का तालिबानी शासन चल रहा है. पूनिया ने कहा कि धौलपुर के कंचनपुर थाना क्षेत्र में खेत से लौट रही एक विवाहिता को गन पॉइंट पर लेकर उसके बच्चों और पति के सामने गैंगरेप किया गया. प्रदेश में दलित महिला के साथ उत्पीड़न की यह पहली घटना नहीं है. अलवर के थानागाजी में वर्ष 2019 में गैंगरेप की वारदात से लेकर और हाल ही में अलवर की निर्भया की घटना तक एक लंबी फेहरिस्त है.
6 लाख से ज्यादा मुकदमें दर्ज
पुनिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार के 3 वर्ष से अधिक के शासन में 6 लाख 51 हजार से अधिक दर्ज मुकदमों में मुकदमा दर मुकदमा और अपराध दर अपराध बढ़ते चले गए, यही कारण है कि 2021 से लेकर 2022 तक के 1 वर्ष के कालखंड में 6337 दर्ज मामले महिलाओं के साथ दुष्कर्म, उत्पीड़न और अनाचार के हैं.
ये भी पढ़ें - उत्तर प्रदेश में किशोरी को अगवा कर गैंगरेप, आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
कुर्सी बचाने की चिंता
पूनिया ने कहा कि अशोक गहलोत के शासन में न केवल राजस्थान की कानून व्यवस्था ध्वस्त हुई है. ऐसा लगता है कि उन्हें किसी अबला की अस्मत बचाने की फिक्र नहीं है, उन्हें फिक्र है अपनी कुर्सी बचाने की. राज्य में सारी नैतिकता ताक पर रख दी गई और कानून व्यवस्था पूरी तरह विफल हो चुकी है. ऐसा लगता है कि अशोक गहलोत के राज में राजनीतिक संरक्षण में थानों की नीलामी होती है. पुलिस का मनोबल गिरा हुआ है.
अपराधियों के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने धौलपुर में दलित महिला के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में कहा कि इस तरह की घटना ने राजस्थान को पुन: शर्मसार किया है. सांसद ने कहा कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति होना राजस्थान की कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल है. सांसद ने कहा इस मामले में आरोपियों के विरुद्ध कठोरतम कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.
ये भी पढ़ें - लुधियाना में 11 साल की बच्ची ने दिया बेटे को जन्म