कोटपूतली-बहरोड. राजस्थान के कोटपुतली-बहरोड जिले की विराटनगर पुलिस के साथ पुलिस मुख्यालय की सीआईडी क्राइम ब्रांच ने मिलकर बड़ी कार्रवाई करते हुए लाल चंदन की लकड़ी की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने लाल चंदन की लकड़ियों की खरीद-फरोख्त करने के आरोप में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य आरोपी मौके से फरार हो गए. पुलिस ने आरोपियों से करीब 3808.6 किलोग्राम लाल चंदन की लकड़ियां जब्त की है, जिसकी कीमत करीब 12 करोड़ रुपए बताई जा रही है.
4 गिरफ्तार, अन्य फरार : विराटनगर थाना प्रभारी वीरेंद्र यादव ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि बिलवाड़ी के आस पास लाल चंदन की लकड़ियों की खरीद फरोख्त की जा रही है. इस पर पुलिस ने टीम गठित की. गठित टीम बीलवाड़ी के धौली कोठी पहुंची, जहां कुछ लोग चंदन की लकड़ियों की खरीद फरोख्त कर रहे थे और पुलिस को देखकर आरोपी भागने लगे. इस पर पुलिस ने पीछा कर 4 लोगों को दबोच लिया, जबकि अन्य आरोपी पिकअप लेकर मौके से फरार हो गए.
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12 करोड़ की चंदन की लकड़ियां जब्त : पुलिस ने दुर्लभ लाल चंदन की लकड़ी के 144 नग बरामद किए गए हैं, जिनका वजन 3808.6 किलोग्राम है. जब्त लकड़ी की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 12 करोड़ रुपए है. साथ ही मौके पर खड़ी बोलेरो और ब्रेजा कार को भी जब्त किया है. लाल चंदन की तस्करी के आरोप में अलवर निवासी आशीष कुमार, शाहपुरा (जयपुर) निवासी मुकेश गुर्जर, अशोक मीणा और मालाखेड़ा (अलवर) निवासी जफरुद्दीन मेव को गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
मुख्य सरगना सहित पांच आरोपी फरार : एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि चंदन को आगे सप्लाई करने के लिए रोड किनारे गाड़ी में लोड करते समय इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया. मौके से अलवर निवासी विकास, जटियाना (अलवर) निवासी आबिद मेव, बागावास (जयपुर) निवासी विकास मीणा और नरेश मीणा फरार हो गए. रमेश मीणा इस गिरोह का मुख्य सरगना है. इनकी तलाश में टीमों का गठन किया गया है.
कर्नाटक-तमिलनाडु से जुड़े हैं तार : उन्होंने बताया कि लाल चंदन की तस्करी दक्षिण भारत के तमिलनाडु और कर्नाटक राज्य से होती है, जिसका परिवहन, संग्रहण और बेचना बिना अनुमति के अवैध है. इस मामले में कर्नाटक-तमिलनाडु एंगल से भी जांच की जाएगी. प्रारंभिक तौर पर सामने आया है कि इस गिरोह से जुड़े तस्कर लाल चंदन को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सप्लाई करते थे. गिरोह के सरगना और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी से बड़े तस्करी गिरोह का खुलासा होने की संभावना है.