जयपुर. कांग्रेस पार्टी में इन दिनों सबसे बड़ी चर्चा अगर कोई चल रही है, तो वह इस बात की है कि 2019 लोकसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी के अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद अब भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष कौन बनेगा? कांग्रेस के बड़े नेता लगातार राहुल गांधी को दोबारा अध्यक्ष बनने के लिए जोर दे रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर राहुल गांधी अध्यक्ष बनने से इनकार कर रहे हैं. जबकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वयं तो राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से इनकार कर ही दिया है, लेकिन अब उन्होंने यह भी कह दिया (CM Gehlot Statement) कि राहुल गांधी ने पद नहीं संभाला तो देश और प्रदेश के कांग्रेस समर्थकों में निराशा छा जाएगी. कई कांग्रेसी तो घर बैठ जाएंगे.
महंगाई को लेकर दिल्ली में की जाने वाली रैली की तैयारियों को लेकर जयपुर में आयोजित बैठक में सीएम गहलोत ने (Gehlot on Indian National Congress President) कहा कि राहुल गांधी को आम कांग्रेस जन की भावनाओं को समझते हुए खुद ही अब अध्यक्ष पद को स्वीकार कर लेना चाहिए. गहलोत ने कहा कि एआईसीसी के जो 6 ग्रुप बने हैं और जो प्रमुख 250 लोग हैं जिनमें सभी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष, केंद्रीय मंत्री रह चुके नेता और एआईसीसी महासचिव रहे सभी नेताओं से जब सीधे बातचीत हुई तब भी उन्होंने यही कहा था कि राहुल गांधी को राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष बनना चाहिए. गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी को लेकर जब सबकी एक राय है तो फिर उनको भी अध्यक्ष पद स्वीकार कर लेना चाहिए.
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गांधी परिवार से 32 साल से कोई पीएम नहीं बना, प्रधानमंत्री मोदी इस इस परिवार से डरते क्यों हैं?
राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Cm Ashok Gehlot) ने कहा कि गांधी और नॉन गांधी की बात नहीं है. यह तो संगठन का काम है, प्राइम मिनिस्टर तो कोई बन नहीं रहा है. गहलोत ने कहा कि इस परिवार से 32 साल से न तो कोई प्राइम मिनिस्टर बना न कोई केंद्रीय मंत्री औ न ही कोई मुख्यमंत्री बना तो फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस परिवार से डरते क्यों हैं? गहलोत ने कहा कि चाहे पीएम मोदी हों या केजरीवाल सभी लोग कांग्रेस पर ही अटैक क्यों करते हैं, क्योंकि कांग्रेस और देश का डीएनए एक ही है.