जयपुर. राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. महेश जोशी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया गया है. जयपुर के सुभाष चौक थाने में जलदाय मंत्री के साथ मंदिर संचालक देवेंद्र शर्मा, ललित शर्मा, राकेश टांक, मुनजी टांक सहित अन्य लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हुआ है. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है.
बता दें कि सोमवार को एक युवक ने आत्महत्या कर लिया था. उसने आत्महत्या करने के पहले खुद का वीडियो बनाया और कैबिनेट मंत्री महेश जोशी समेत कुछ अन्य लोगों पर खुद को परेशान करने का आरोप लगाया. वहीं, घटना को लेकर गुस्साए परिजनों ने सोमवार को शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया. इस बीच सुभाष चौक थाना पुलिस ने मौके पर पहुंची. पुलिस ने परिजनों से समझाइश की और कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन परिजन नहीं माने.
घटना के बाद परिजनों ने उस कमरे को ताला लगाकर बंद कर दिया, जिसमें युवक ने सुसाइड किया था. घटना के पीछे जमीनी विवाद को लेकर सुसाइड करने की बात सामने आ रही है. आत्महत्या करने से पहले रामप्रसाद ने एक वीडियो बनाया. उसने वीडियो में बताया कि काले हनुमान मंदिर के पास उसकी जमीन है और कुछ लोग निर्माण काम नहीं करने दे रहे हैं.
जांच पड़ताल में जुटी पुलिस : सुभाष चौक थाना अधिकारी रामफूल मीणा के मुताबिक सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति ने सुसाइड कर लिया है. तुरंत मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मौका मुआयना किया. परिजनों ने कुछ लोगों पर आरोप लगाए हैं, जिसकी जांच पड़ताल की जा रही है. वहीं, सुसाइड मामले में सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुए. सुसाइड से पहले अलग-अलग तरीके से वीडियो बनाए गए. परिजनों ने शव उठाने से इनकार कर दिया है. कार्रवाई की मांग को लेकर परिजनों के साथ किरोडी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा के धरने पर बैठ गए हैं.
महेश जोशी ने दी ये सफाईः रामप्रसाद मीणा आत्महत्या मामले में लग रहे आरोपों पर पीएचईडी मंत्री महेश जोशी ने सफाई दी. मंत्री महेश जोशी ने कहा कि उन पर लगाए सभी आरोप बेबुनियाद हैं. उन्होंने कहा कि वे खुद हैरान हैं कि जिस व्यक्ति को वे जानते ही नहीं. वह उन पर इतने गंभीर आरोप कैसे लगा सकता है. मंत्री जोशी ने कहा कि अगर उन पर लगाए गए आरोप प्राथमिक रूप से भी सही पाए जाते हैं, तो वे उच्चतम नैतिक मूल्यों की पालना करते हुए उदाहरण पेश करेंगे.