जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस कांग्रेस पार्टी ने अब तक 76 प्रत्याशियों के टिकट घोषित कर दिए हैं. इस बार पिछला चुनाव हारने वाले प्रत्याशियों में गिने चुने ही ऐसे प्रत्याशी हैं, जिन्हें टिकट मिला है. इनमें से अर्चना शर्मा भी एक प्रत्याशी हैं, जिन्हें मालवीय नगर से लगातार दो चुनाव हारने के बावजूद टिकट मिला. ऐसे में टिकट पाने के बाद अर्चना शर्मा मैदान में तो उतर चुकी हैं, लेकिन पिछली दो हार को भुला नहीं सकीं. इस बीच मंगलवार को उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से जिताने की अपील की और ये कहते हुए फफक-फफक कर रोने लगीं.
फफक-फफक कर रोने लगीं : अर्चना शर्मा को पिछले चुनाव में 1700 वोट से भी कम मार्जिन से हार का सामना करना पड़ा था. उन्हें टिकट देने के विरोध में विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा ने अपना इस्तीफा तक दे दिया है. यही कारण है कि मंगलवार को जब वह अपने कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचीं तो अर्चना शर्मा ने महेश शर्मा और अन्य नेताओं से उन्हें जिताने की अपील की. उन्होंने कहा कि अपनी छोटी बहन को चुनाव जिताएं, क्योंकि वह पहले दो चुनाव हार चुकी हैं. अगर अबकी बार वह चुनाव हारीं तो यह उनका अंतिम चुनाव होगा. इतना कहने के साथ ही अर्चना शर्मा अपने कार्यकर्ताओं के बीच फफक-फफक कर रोने लगीं.
महेश शर्मा को बताया 'बड़ा भाई' : उन्होंने कहा कि न उनके माता-पिता हैं, न ही सास-ससुर और पति भी अब मठ (विराट नगर में मठ की जिम्मेदारी) की कमान संभाल चुके हैं. ऐसे में अब कांग्रेस कार्यकर्ता ही उनका परिवार है. अगर हमारे परिवार में मुझसे कोई नाराज भी है तो मैं उनको मनाने जाऊंगी. इसके साथ ही अर्चना शर्मा ने कहा कि महेश शर्मा वैसे भी ब्राह्मण समाज के हैं, ऐसे में उन्हें समाज की बेटी होने के नाते मेरा साथ देना चाहिए. बड़े होने के नाते बड़े भाई के तौर पर मनाने के लिए जाऊंगी. बता दें कि राजस्थान में 124 सीटों पर प्रत्याशी घोषित होना बाकी है. ऐसे में 42 विधायकों और मंत्रियों में इस बात का डर है कि कहीं उनका टिकट कट न जाए. पिछले चुनाव में हारने वाले प्रत्याशियों की हालत तो और भी खराब है, क्योंकि पिछले चुनाव हारने के चलते उनके टिकट कटने की संभावना सर्वाधिक बनी हुई है.