जयपुर. चुनावी साल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक के बाद एक घोषणाएं कर रहे हैं. आचार संहिता लगे उससे पहले सीएम गहलोत ने शुक्रवार को प्रदेश में तीन नए जिले बनाने की घोषणा कर दी. राजस्थान गो सेवा समिति की ओर से आयोजित गौ सेवा सम्मेलन में सीएम गहलोत ने सुजानगढ़, मालपुरा और कुचामन को नया जिला बनाने की घोषणा की है. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने यह भी कहा कि अभी भी और नए जिले बनाने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता.
अब 53 जिलों का होगा राजस्थान: राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक के बाद एक घोषणाओं के जरिए आम जनता को राहत देने की कोशिश कर रहे हैं. एक दिन पहले यानी कि गुरुवार को ही विजन 2030 के दस्तावेज जारी करते हुए सीएम गहलोत ने महिलाओं, गिग वर्कर्स और कर्मचारियों के लिए बड़ी घोषणा की थी. उसके एक दिन बाद ही सीएम गहलोत ने तीन और नए जिले बनाने की घोषणा कर सबको चौंका दिया है.
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गहलोत ने राजस्थान गौ सेवा समिति की ओर से जयपुर में आयोजित गौ सेवा सम्मेलन में साधु-संतों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के विकास के लिए जरूरी है कि अधिक से अधिक जिले बने. इसी दिशा में सरकार ने पिछले दिनों जिलों की संख्या 33 से बढ़कर 50 की थी, लेकिन उसके बाद भी कई शहरों में जिले बनाने की मांग उठ रही थी. जगह-जगह हो रहे धरने-प्रदर्शन के बाद अध्ययन किया गया. जिले बनाने के लिए जो कमेटी गठित की है, उसने अध्ययन किया है. इसके आधार पर तीन और नए जिले बनाने का निर्णय लिया गया है.
नए जिलों में कुचामन, सुजानगढ़ और मालपुरा को नए जिला बनाया जा रहा है. गहलोत ने इसके बाद यह भी कहा कि अभी भी प्रदेश में और जिले बनाने की आवश्यकता है. उस पर भी कमेटी काम कर रही है. जैसे-जैसे सुझाव आ रहे हैं, उन सुझावों पर अध्ययन किया जा रहा है. प्रदेश के विकास के लिए जरूरी है कि ज्यादा दूरी वाले शहरों को जिलों में तब्दील किया जाए ताकि विकास ज्यादा हो सके. गहलोत ने कहा कि भविष्य में और भी जिले बनाए जा सकते हैं, इससे इनकार नहीं किया जा सकता.