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विधायक दल की बैठक के बाद अशोक गहलोत बोले- प्रदेश का खजाना खाली नहीं, कर्जे से ही चलती है सरकार

राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद मंगलवार को जयपुर में बुलाई गई कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म हो गई है. इस बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पास कर भेजा गया है कि नेता प्रतिपक्ष का नाम आलाकमान तय करेगा. बैठक के बाद सीएम (कार्यवाहक) अशोक गहलोत ने यह जानकारी दी है.

Acting CM Ashok Gehlot
मुख्यमंत्री (कार्यवाहक) अशोक गहलोत
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 5, 2023, 5:21 PM IST

Updated : Dec 5, 2023, 10:11 PM IST

विधायक दल की बैठक के बाद अशोक गहलोत बोले.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद मंगलवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में हुई. इस बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पास हुआ, जिसके अनुसार, कांग्रेस विधायक दल का नेता (नेता प्रतिपक्ष) कौन होगा, यह आलकमान तय करेगा. बैठक के बाद मुख्यमंत्री (कार्यवाहक) अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी है. इसके साथ ही उन्होंने भाजपा नेताओं पर झूठ बोलकर चुनाव जीतने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सरकार का खजाना कभी खाली नहीं होता है. सरकारें कर्जे से ही चलती हैं, इसका पूरा मैकेनिज्म बना हुआ है.

मीडिया से बातचीत में अशोक गहलोत ने कहा, बैठक में एक लाइन का यह प्रस्ताव पास हुआ है कि नेता प्रतिपक्ष का नाम आलकमान तय करेगा. उसके बाद कोई राय देना चाहे तो अलग बात है. इसके लिए पर्यवेक्षक बैठे हैं. चुनाव के नतीजों के सवाल पर अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान के साथ ही मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी चौंकाने वाले परिणाम आए हैं. छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में तो यह धारणा बन गई थी कि कांग्रेस चुनाव जीत रही है. हालांकि, कांग्रेस के वोट शेयर में कमी नहीं आई है. राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस के वोट शेयर में दो फीसदी का अंतर रहा है. हालांकि, दूसरे राज्यों में यह आंकड़ा ज्यादा है. अशोक गहलोत ने कहा है कि राजस्थान में सत्ता विरोधी लहर नहीं थी. हमारी योजनाएं और पास किए गए कानून शानदार थे. हर आदमी की जुबान पर यह बात थी कि सरकार रिपीट हो रही है.

पढ़ें. 'वसुंधरा राजे अनुभवी हैं, मेरी राय में उन्हें बनाना चाहिए राजस्थान का मुख्यमंत्री'- सुब्रमण्यम स्वामी

केंद्र सरकार पर भी कर्जा है : अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश का खजाना खाली नहीं है. वे जब भी आते हैं, हमेशा रोते रहते हैं कि खजाना खाली है. जहां तक कर्जे की बात है तो कर्जे से ही सरकारें चलती हैं. केंद्र सरकार पर भी कर्जा है, लेकिन बिना मंजूरी कर्जा नहीं मिलता है. इसका एक पूरा मैकेनिज्म बना हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव की तैयारी में अभी से जुटने का आह्वान विधायकों से किया गया है.

भाजपा ने झूठ बोलकर राजनीति की : अशोक गहलोत ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि जो भी नेता आए, उनकी अप्रोच विधानसभा चुनाव वाली नहीं थी. उन्होंने विकास कार्य, सरकार की परफॉर्मेंस और कमियों पर बात नहीं की. वे कन्हैयालाल तक ले गए और झूठ बोलकर राजनीति की. यह शोभा नहीं देता है. वे महिला अत्याचार की बात करते हैं, लेकिन हमने कभी यह नहीं कहा कि उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में क्या हो रहा है. भाजपा ने झूठ बोलकर चुनाव लड़ा और ध्रुवीकरण किया.

पढ़ें. विधायक भाकर ने कांग्रेस के चुनावी अभियान पर उठाए सवाल, आलाकमान की अवमानना पर कह दी यह बड़ी बात

हारने से ज्यादा लोकतंत्र के खतरे की चिंता : अशोक गहलोत ने कहा कि हम चुनाव हार गए. इससे ज्यादा चिंता देश की है कि लोकतंत्र खतरे में है. संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है. अब राजनीति में खुद की भूमिका से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि वे साधारण कार्यकर्ता के रूप में आखिरी सांस तक पार्टी और लोगों के लिए काम करते रहेंगे.

विधायक दल की बैठक के बाद अशोक गहलोत बोले.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद मंगलवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में हुई. इस बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पास हुआ, जिसके अनुसार, कांग्रेस विधायक दल का नेता (नेता प्रतिपक्ष) कौन होगा, यह आलकमान तय करेगा. बैठक के बाद मुख्यमंत्री (कार्यवाहक) अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी है. इसके साथ ही उन्होंने भाजपा नेताओं पर झूठ बोलकर चुनाव जीतने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सरकार का खजाना कभी खाली नहीं होता है. सरकारें कर्जे से ही चलती हैं, इसका पूरा मैकेनिज्म बना हुआ है.

मीडिया से बातचीत में अशोक गहलोत ने कहा, बैठक में एक लाइन का यह प्रस्ताव पास हुआ है कि नेता प्रतिपक्ष का नाम आलकमान तय करेगा. उसके बाद कोई राय देना चाहे तो अलग बात है. इसके लिए पर्यवेक्षक बैठे हैं. चुनाव के नतीजों के सवाल पर अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान के साथ ही मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी चौंकाने वाले परिणाम आए हैं. छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में तो यह धारणा बन गई थी कि कांग्रेस चुनाव जीत रही है. हालांकि, कांग्रेस के वोट शेयर में कमी नहीं आई है. राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस के वोट शेयर में दो फीसदी का अंतर रहा है. हालांकि, दूसरे राज्यों में यह आंकड़ा ज्यादा है. अशोक गहलोत ने कहा है कि राजस्थान में सत्ता विरोधी लहर नहीं थी. हमारी योजनाएं और पास किए गए कानून शानदार थे. हर आदमी की जुबान पर यह बात थी कि सरकार रिपीट हो रही है.

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केंद्र सरकार पर भी कर्जा है : अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश का खजाना खाली नहीं है. वे जब भी आते हैं, हमेशा रोते रहते हैं कि खजाना खाली है. जहां तक कर्जे की बात है तो कर्जे से ही सरकारें चलती हैं. केंद्र सरकार पर भी कर्जा है, लेकिन बिना मंजूरी कर्जा नहीं मिलता है. इसका एक पूरा मैकेनिज्म बना हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव की तैयारी में अभी से जुटने का आह्वान विधायकों से किया गया है.

भाजपा ने झूठ बोलकर राजनीति की : अशोक गहलोत ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि जो भी नेता आए, उनकी अप्रोच विधानसभा चुनाव वाली नहीं थी. उन्होंने विकास कार्य, सरकार की परफॉर्मेंस और कमियों पर बात नहीं की. वे कन्हैयालाल तक ले गए और झूठ बोलकर राजनीति की. यह शोभा नहीं देता है. वे महिला अत्याचार की बात करते हैं, लेकिन हमने कभी यह नहीं कहा कि उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में क्या हो रहा है. भाजपा ने झूठ बोलकर चुनाव लड़ा और ध्रुवीकरण किया.

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हारने से ज्यादा लोकतंत्र के खतरे की चिंता : अशोक गहलोत ने कहा कि हम चुनाव हार गए. इससे ज्यादा चिंता देश की है कि लोकतंत्र खतरे में है. संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है. अब राजनीति में खुद की भूमिका से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि वे साधारण कार्यकर्ता के रूप में आखिरी सांस तक पार्टी और लोगों के लिए काम करते रहेंगे.

Last Updated : Dec 5, 2023, 10:11 PM IST
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