समस्तीपुर: प्रशांत किशोर की जन सुराज पदयात्रा स्थगित की गई है. उनकी पदयात्रा करीब 25 दिनों के लिए स्थगित रहेगी. पदयात्रा 11 जून से शुरू होगी और अपने पुराने स्वरूप में ही शुरू होगी. प्रशांत किशोर ने समस्तीपुर के मोरवा में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उनके बाएं पैर की मांसपेशी फटने के कारण चलने में कठिनाई हो रही है. डॉक्टर का कहना है कि लगातार खराब सड़कों पर प्रतिदिन 20-25 किमी चलने के कारण ये समस्या हुई है. डॉक्टर ने सलाह दी है कि 15-20 दिन पैरों को आराम दिया जाए, इसलिए पदयात्रा को स्थगित करना पड़ रहा है.
प्रशांत किशोर के पैर में तकलीफ, पदयात्रा स्थगित : पिछले दो दिनों से प्रशांत किशोर समस्तीपुर में थे. लेकिन वे पदयात्रा नहीं कर पा रहे थे. बताया गया कि उनके पैर के नस में परेशानी है. जिस वजह से वे आराम कर रहे है. लेकिन पैर के नस में खिंचाव की वजह से परेशानी बढ़ गई है. जिस वजह से उन्हें जनसुराज यात्रा फिलहाल स्थगित करनी पड़ रही है. इस बात की जानकारी प्रशांत किशोर ने आज समस्तीपुर के मोरवा प्रखंड के ददनपुर गांव स्थित एसीआर कैंप में प्रेस कॉफ्रेंस करके दी.
''बिहार की खराब सड़कों पर हर रोज करीब 20 से 25 किलोमीटर पैदल चलने के कारण मेरे पैर में खिंचाव आ गया है. मैं फिलहाल कुछ दिनों के लिए (10 से 15 दिन) जनसुराज यात्रा स्थगित कर रहा हूं. जब मेरी तबीयत ठीक हो जाएगी तब मैं अपनी यात्रा एक बार फिर से 11 जून से शुरू करूंगा. डॉक्टर ने आराम करने की सलाह दी है. उनका कहना है कि खराब सड़कों की वजह से मेरे बाएं पैर का मसल फट गया है.'' - प्रशांत किशोर, चुनावी रणनीतिकार
कौन है प्रशांत किशोर? : प्रशांत किशोर का जन्म 20 मार्च 1977 को बिहार के रोहतास जिले हुआ था. पीके ने अपनी स्कूली शिक्षा बक्सर जिले में हासिल की. प्रशांत किशोर एक राजनीतिक रणनीतिकार हैं. पीके को सितंबर 2018 में जेडीयू ने अपना राजनीतिक रणनीतिकार नियुक्त किया था. 29 जनवरी 2020 को प्रशांत किशोर नीतीश कुमार के साथ मतभेद के बाद जेडीयू से अलग हो गए. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत में संयुक्त राष्ट्र में करीब 8 साल काम किया.
2500 किमी से अधिक की दूरी तय कर चुके हैं PK: प्रशांत किशोर जन सुराज पदयात्रा के माध्यम से 2 अक्तूबर 2022 से लगातार बिहार के गांवों में पैदल चल रहे हैं. इस दौरान उन्होंने 2500 किमी से अधिक की दूरी तय करते हुए पश्चिम चंपारण से चलकर शिवहर, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, सारण, वैशाली होते हुए 11 मई को समस्तीपुर जिले में प्रवेश किया. इसके बाद पैरों में परेशानी होने पर डाक्टरों से सलाह ली गई और यात्रा को कुछ दिनों तक स्थगित करने का फैसला सर्वसम्मति से सभी जन सुराज से जुड़े लोगों द्वारा लिया गया है.