चंडीगढ़ : पैराग्लाइडिंग के जरिए हर कोई आसमान में उड़ान तो भरना चाहता है, लेकिन ज्यादातर लोग ऊंचाई से डरकर अपने पैर पीछे खींच लेते हैं, लेकिन पंचकूला की रहने वाली 6 साल की मिस्का जैन (Youngest Paraglider Of India) देश की सबसे कम उम्र की पैराग्लाइडर बन गई हैं. उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज हो चुका है.
इसके अलावा उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है. उन्होंने हिमाचल प्रदेश में पैराग्लाइडिंग (Miska Jain Panchkula Paragliding) कर ये रिकॉर्ड अपने नाम किया है. बता दें कि मिस्का के पिता पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और उनकी माता डॉक्टर हैं. मिस्का के बारे में बात करते हुए उनके पिता अभिषेक ने बताया मिस्का काफी साहसी बच्ची है.
पीछे नहीं हटी मिस्का
मिस्का के पिता ने कहा कि मिस्का कोई भी काम करने से पीछे नहीं हटती हैं. जब मिस्का ने लोगों को पैराग्लाइडिंग करते हुए देखा तो उसने भी चिड़िया की तरह आसमान में उड़ने का सपना देख लिया, जिसे फिर उसने पैराग्लाइडिंग कर पूरा किया.
मिस्का की मां डॉ. राधा जैन ने बताया उन्हें रिकॉर्ड के बारे में नहीं पता था. वो तो हिमाचल घूमने गए थे. वहां पर कुछ पैराग्लाइडर हवा में उड़ रहे थे, उन्हें देखकर मिस्का ने भी पैराग्लाइडिंग करने के लिए कहा. पहले उन्हें लगा कि मिस्का ऊंचाई देख खुद ही बाद में मना कर देगी, लेकिन जब वो पैराग्लाइडिंग करने गए तो मिस्का पीछे नहीं हटी. इतना ही नहीं जितनी भी देर मिस्का आकाश में थी वो एक बार भी नहीं डरी.
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के लिए नाम भेजा
मिस्का के पिता अभिषेक जैन ने कहा कि जब हम घर आए तो उनके एक दोस्त ने कहा कि हमें ये चेक करना चाहिए कि अभी तक सबसे कम उम्र के किस बच्चे ने पैराग्लाइडिंग की है. फिर जब हमने ये चेक किया तो पता चला कि मिस्का सबसे कम उम्र की बच्ची है, इससे पहले जिस बच्चे ने पैराग्लाइडिंग की थी, उसकी उम्र 7 साल थी.
अभिषेक जैन के मुताबिक उन्होंने मिस्का का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के लिए भेजा. सारी फॉर्मेलिटी के बाद मिस्का का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल हो गया. मिस्का का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज हो चुका है, लेकिन उनकी तरफ से आधिकारिक प्रमाण पत्र नहीं दिया गया है, क्योंकि लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड की तरफ से कहा गया है कि वो पैराग्लाइडिंग जैसे खतरनाक खेलों को बच्चों के लिए प्रमोट नहीं करना चाहते. हालांकि, मिस्का को जल्द ही उसका प्रमाण पत्र भी मिल जाएगा.
इसके अलावा मिस्का का नाम एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के लिए भी भेजा जा चुका है. हो सकता है मिस्का एशिया में भी सबसे कम उम्र की पैराग्लाइडर बन जाए. इस मौके पर मिस्का ने बताया कि उन्हें पैराग्लाइडिंग करके बहुत अच्छा लगा और वो दोबारा भी इसे करना चाहेंगी. हालांकि भविष्य में वो एक बाइक रेसर बनना चाहती हैं.