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कोटा में विश्व के सबसे बड़े घंटे की कास्टिंग करने वाले इंजीनियर देवेंद्र आर्य व उनके सहयोगी की हादसे में मौत - इंजीनियर देवेंद्र आर्य

कोटा के रिवरफ्रंट पर रविवार को एक बड़ा हादसा हो गया, जिसकी जद में आने से मेटलॉजिस्ट देवेंद्र आर्य और उनके सहयोगी रामकेश उर्फ छोटू सिंह की मौत हो गई.

कोटा रिवर फ्रंट पर हादसा
मेटलॉजिस्ट देवेंद्र आर्य की मौत
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 19, 2023, 7:55 PM IST

Updated : Nov 19, 2023, 9:58 PM IST

कोटा रिवर फ्रंट पर हादसा

कोटा. कोटा के रिवरफ्रंट पर रविवार को एक बड़ा हादसा उस समय हो गया, जब बहुचर्चित व विवादास्पद घंटे को खोला जा रहा था. इसी दौरान घंटे को बनाने वाले इंजीनियर के ऊपर मोल्ड बॉक्स गिर गया. हादसे में इंजीनियर देवेंद्र आर्य और उनके सहयोगी रामकेश उर्फ छोटू सिंह की मौत हो गई. कुन्हाड़ी थाना अधिकारी महेंद्र मीणा ने बताया कि सांचे में काफी वजनी लोहे का मॉडल बॉक्स लगा था. मेटलॉजिस्ट देवेंद्र आर्य और उनके सहायक रामकेश घंटे पर काम कर रहे थे और बारी-बारी से हाइड्रा मशीन से मोल्ड बॉक्स को हटाया जा रहा था. इसी बीच हाइड्रा से मोल्ड बॉक्स मेटलॉजिस्ट देवेंद्र आर्य और उनके सहायक रामकेश पर गिर गया, जिसमें दोनों गंभीर रूप से जख्मी हो गए. इसके बाद दोनों को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां दोनों की मौत हो गई.

फिलहाल दोनों के शवों को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. परिजनों के आने के बाद पोस्टमार्टम कराया जाएगा और फिर उन्हें शवों को सौंप दिया जाएगा. नगर विकास न्यास की ओर से 1400 करोड़ की लागत से चंबल हेरिटेज रिवरफ्रंट का निर्माण करवाया गया है, जहां विश्व के सबसे बड़े घंटे को स्थापित करने के दौरान ये हादसा पेश आया.

पढ़ें:विश्व के सबसे बड़े घंटे की कास्टिंग के साथ चंबल हेरिटेज रिवर फ्रंट पर बना एक और रिकॉर्ड, 8 किमी तक सुनाई देगी आवाज

देवेंद्र आर्य के नाम थे कई रिकॉर्ड : वहीं, नगर विकास न्यास की ओर से बनवाई जा रही है, इस विश्व के सबसे बड़े घंटे का कार्य विवाद के चलते रूक गया था. यह कार्य फिर से शुरू हुआ है. इसी के दौरान कास्टिंग के बाद सांचे में बंद घंटे को बाहर निकालने का काम चल रहा था. बता दें कि जोधपुर निवासी मेटलॉजिस्ट देवेंद्र आर्य के नाम कई रिकॉर्ड थे. उन्होंने जयपुर एमएनआईटी से बीटेक की डिग्री ली थी और गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे थे. उन्होंने देश-विदेशों में मूर्ति से लेकर मेटल को पिघलाकर कास्टिंग करने के कई कार्य किए हैं. इसके अलावा देवेंद्र आर्य ने सैकड़ों स्टील फैक्ट्रियों को भी तैयार करवाया है. उनके नाम कई विश्व रिकॉर्ड भी है.

यूआईटी के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग : हादसे के बाद भाजपा के कई कार्यकर्ता घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बिना सुरक्षा उपकरणों के इस तरह से काम करवाने की वजह से मेटलॉजिस्ट देवेंद्र आर्य और उनके सहयोगी की मौत हुई है. इसके पहले हुई मौत पर भी मजदूरों के साथ सौतेला व्यवहार किया गया. साथ ही उन्हें उचित मुआवजा भी नहीं दिया गया. भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस मामले में यूआईटी के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की भी मांग की.

आर्किटेक्ट से विवाद के बाद रूक गया था काम : यूआईटी ने चंबल हेरिटेज रिवरफ्रंट पर कुन्हाड़ी एरिया में एक घंटी घाट बनाया है. यहां विश्व के सबसे बड़े घंटे की कास्टिंग कराई गई. इस विश्व के सबसे बड़े घंटे का वजन 78000 किलो है. इसे करीब 25 करोड़ की लागत में तैयार किया गया है. इसको बनाने वाले मेटलॉजिस्ट देवेंद्र आर्य और आर्किटेक्ट अनूप भरतरिया के बीच क्रेडिट लेने को लेकर भी विवाद चल रहा था. हालांकि बाद में न्यास के अधिकारियों के समझाने पर किसी तरह से मामला शांत हो गया था और दोबारा काम शुरू हुआ था. इसी बीच यह हादसा हो गया.

पढ़ें:कोटा में बजेगी दुनिया की सबसे बड़ी घंटी, जयपुर में बना 3D मास्टरपीस, जानिए और क्या है खास !

धारीवाल पर लगाए गंभीर आरोप : रिवरफ्रंट पर घंटे को खोलने के दौरान हुए हादसे में इंजीनियर और मजदूर की मौत के मामले में मृतक इंजीनियर (मेटलॉजिस्ट) देवेन्द्र आर्य के बेटे ने स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल और नगर विकास विकास प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक इंजीनियर आर्य के बेटे धनन्जय ने मंत्री शांति धारीवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि घंटे को जल्दी खोलने को लेकर मेरे पिता पर पिछले कुछ दिनों से लगातार दवाब था.धनंजय ने बताया कि इसके लिए लगातार दवाब बनाया जा रहा था और कहा जा रहा था कि विधानसभा चुनाव में मतदान के पहले इस घंटे को खोल देना.

धनंजय के मुताबिक कुछ इस तरह की धमकियां लगातार उनके पिता देवेन्द्र आर्य को मिल रही थी. धनंजय ने बताया कि उनके पिता ने उन्हें हर बार सिर्फ इतना बताया कि उनपर घंटे को खोलने के लिए भारी दवाब है और न्यास के अधिकारी भी वोटिंग से पहले खोलने के लिए कहते थे और धमकाते थे. मृतक इंजीनियर के बेटे ने कहा कि इस मामले में आर्किटेक्ट अनूप भरतरिया भी शामिल है.

मंत्री धारीवाल के खिलाफ शिकायत : इधर बहुजन समाजवादी पार्टी के कोटा उत्तर से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी भीम सिंह कुंतल ने एक शिकायत कुंडी थाने में दी है .जिसमें बताया कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और इस घंटे के ठेकेदार राजीव शर्मा की पार्टनरशिप होने का आरोप लगाया है. इस मामले में हादसे में मृत दोनों व्यक्तियों की मौत के लिए ठेकेदार और मंत्री धारीवाल को माना है.

कोटा रिवर फ्रंट पर हादसा

कोटा. कोटा के रिवरफ्रंट पर रविवार को एक बड़ा हादसा उस समय हो गया, जब बहुचर्चित व विवादास्पद घंटे को खोला जा रहा था. इसी दौरान घंटे को बनाने वाले इंजीनियर के ऊपर मोल्ड बॉक्स गिर गया. हादसे में इंजीनियर देवेंद्र आर्य और उनके सहयोगी रामकेश उर्फ छोटू सिंह की मौत हो गई. कुन्हाड़ी थाना अधिकारी महेंद्र मीणा ने बताया कि सांचे में काफी वजनी लोहे का मॉडल बॉक्स लगा था. मेटलॉजिस्ट देवेंद्र आर्य और उनके सहायक रामकेश घंटे पर काम कर रहे थे और बारी-बारी से हाइड्रा मशीन से मोल्ड बॉक्स को हटाया जा रहा था. इसी बीच हाइड्रा से मोल्ड बॉक्स मेटलॉजिस्ट देवेंद्र आर्य और उनके सहायक रामकेश पर गिर गया, जिसमें दोनों गंभीर रूप से जख्मी हो गए. इसके बाद दोनों को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां दोनों की मौत हो गई.

फिलहाल दोनों के शवों को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. परिजनों के आने के बाद पोस्टमार्टम कराया जाएगा और फिर उन्हें शवों को सौंप दिया जाएगा. नगर विकास न्यास की ओर से 1400 करोड़ की लागत से चंबल हेरिटेज रिवरफ्रंट का निर्माण करवाया गया है, जहां विश्व के सबसे बड़े घंटे को स्थापित करने के दौरान ये हादसा पेश आया.

पढ़ें:विश्व के सबसे बड़े घंटे की कास्टिंग के साथ चंबल हेरिटेज रिवर फ्रंट पर बना एक और रिकॉर्ड, 8 किमी तक सुनाई देगी आवाज

देवेंद्र आर्य के नाम थे कई रिकॉर्ड : वहीं, नगर विकास न्यास की ओर से बनवाई जा रही है, इस विश्व के सबसे बड़े घंटे का कार्य विवाद के चलते रूक गया था. यह कार्य फिर से शुरू हुआ है. इसी के दौरान कास्टिंग के बाद सांचे में बंद घंटे को बाहर निकालने का काम चल रहा था. बता दें कि जोधपुर निवासी मेटलॉजिस्ट देवेंद्र आर्य के नाम कई रिकॉर्ड थे. उन्होंने जयपुर एमएनआईटी से बीटेक की डिग्री ली थी और गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे थे. उन्होंने देश-विदेशों में मूर्ति से लेकर मेटल को पिघलाकर कास्टिंग करने के कई कार्य किए हैं. इसके अलावा देवेंद्र आर्य ने सैकड़ों स्टील फैक्ट्रियों को भी तैयार करवाया है. उनके नाम कई विश्व रिकॉर्ड भी है.

यूआईटी के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग : हादसे के बाद भाजपा के कई कार्यकर्ता घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बिना सुरक्षा उपकरणों के इस तरह से काम करवाने की वजह से मेटलॉजिस्ट देवेंद्र आर्य और उनके सहयोगी की मौत हुई है. इसके पहले हुई मौत पर भी मजदूरों के साथ सौतेला व्यवहार किया गया. साथ ही उन्हें उचित मुआवजा भी नहीं दिया गया. भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस मामले में यूआईटी के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की भी मांग की.

आर्किटेक्ट से विवाद के बाद रूक गया था काम : यूआईटी ने चंबल हेरिटेज रिवरफ्रंट पर कुन्हाड़ी एरिया में एक घंटी घाट बनाया है. यहां विश्व के सबसे बड़े घंटे की कास्टिंग कराई गई. इस विश्व के सबसे बड़े घंटे का वजन 78000 किलो है. इसे करीब 25 करोड़ की लागत में तैयार किया गया है. इसको बनाने वाले मेटलॉजिस्ट देवेंद्र आर्य और आर्किटेक्ट अनूप भरतरिया के बीच क्रेडिट लेने को लेकर भी विवाद चल रहा था. हालांकि बाद में न्यास के अधिकारियों के समझाने पर किसी तरह से मामला शांत हो गया था और दोबारा काम शुरू हुआ था. इसी बीच यह हादसा हो गया.

पढ़ें:कोटा में बजेगी दुनिया की सबसे बड़ी घंटी, जयपुर में बना 3D मास्टरपीस, जानिए और क्या है खास !

धारीवाल पर लगाए गंभीर आरोप : रिवरफ्रंट पर घंटे को खोलने के दौरान हुए हादसे में इंजीनियर और मजदूर की मौत के मामले में मृतक इंजीनियर (मेटलॉजिस्ट) देवेन्द्र आर्य के बेटे ने स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल और नगर विकास विकास प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक इंजीनियर आर्य के बेटे धनन्जय ने मंत्री शांति धारीवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि घंटे को जल्दी खोलने को लेकर मेरे पिता पर पिछले कुछ दिनों से लगातार दवाब था.धनंजय ने बताया कि इसके लिए लगातार दवाब बनाया जा रहा था और कहा जा रहा था कि विधानसभा चुनाव में मतदान के पहले इस घंटे को खोल देना.

धनंजय के मुताबिक कुछ इस तरह की धमकियां लगातार उनके पिता देवेन्द्र आर्य को मिल रही थी. धनंजय ने बताया कि उनके पिता ने उन्हें हर बार सिर्फ इतना बताया कि उनपर घंटे को खोलने के लिए भारी दवाब है और न्यास के अधिकारी भी वोटिंग से पहले खोलने के लिए कहते थे और धमकाते थे. मृतक इंजीनियर के बेटे ने कहा कि इस मामले में आर्किटेक्ट अनूप भरतरिया भी शामिल है.

मंत्री धारीवाल के खिलाफ शिकायत : इधर बहुजन समाजवादी पार्टी के कोटा उत्तर से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी भीम सिंह कुंतल ने एक शिकायत कुंडी थाने में दी है .जिसमें बताया कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और इस घंटे के ठेकेदार राजीव शर्मा की पार्टनरशिप होने का आरोप लगाया है. इस मामले में हादसे में मृत दोनों व्यक्तियों की मौत के लिए ठेकेदार और मंत्री धारीवाल को माना है.

Last Updated : Nov 19, 2023, 9:58 PM IST
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