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कश्मीर की पतझड़ का लुत्फ उठा रहे स्थानीय और विदेशी पर्यटक

कश्मीर घाटी को धरती का स्वर्ग कहा जाता है. इन दिनों इसका नजारा और भी अधिक मनमोहक रहता है. विदेशी पर्यटक यहां की शरद ऋतु का भरपूर लुत्फ उठा रहे हैं.

Local and foreign tourists are enjoying the autumn of Kashmir
कश्मीर की पतझड़ का लुत्फ उठा रहे स्थानीय और विदेशी पर्यटक
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Published : Nov 5, 2022, 8:32 AM IST

Updated : Nov 5, 2022, 9:31 AM IST

श्रीनगर: पतझड़ के मौसम में कश्मीर का नजारा एक अलग ही होता है. वैसे तो यहां हर मौसम में प्रकृति का एक अदभूत नजारा देखने को मिलता है. इन दिनों स्थानीय और विदेशी पर्यटक कश्मीर की शरद ऋतु का भरपूर लुत्फ उठा रहे हैं. घाटी की ताजगी भरा माहौल बताता है कि कश्मीर वाकई में जन्नत है. इन दिनों कश्मीर में चिनार का नजारा एक अलग ही रंग देता है.

गर्मियों में हरे-भरे चिनार के पत्ते इस मौसम गहरे लाल और पीले रंग के हो जाते हैं. कश्मीर में पतझड़ का मौसम काफी सुहावना होता है. हवा में शीतलता, दिन भर हल्की धूप, सुबह और शाम में सर्द हवा रहती है. चारों ओर चिनार के पेड़ से वातावरण मनमोहक और खुशनुमा बना रहता है. मुगल गार्डन इस मौसम में पर्यटकों की पहली पसंद होती है. क्योंकि ये बाग चिनार के पेड़ों से भरे हुए हैं.

प्रकृति का अदभूत नजारा

कश्मीर अपनी अपार प्राकृतिक सुंदरता के लिए दुनिया भर में पहचाना जाता है. यह अपने बदलते मौसमों के लिए जाना और पहचाना जाता है. क्योंकि यहां के मौसम बहुत अलग होते हैं. सर्दी हो या गर्मी, बसंत हो या पतझड़. इन गिरे हुए चिनार के पत्तों पर चलना भी एक अलग अनुभव देता है. इन ख़ूबसूरत पत्तों पर चलने से पैदा हुई आवाज वाकई मन को सुकून देती है. मुंबई की पर्यटक बविशा पटेल खुद को बहुत खुशकिस्मत मानती हैं कि उन्हें ऐसे मौसम में कश्मीर देखने का मौका मिला.

ये भी पढ़ें-जम्मू-कश्मीर : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पूरन कृष्ण भट के परिवार से मुलाकात की

चिनार का पेड़ कश्मीर की संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. यहां की खूबसूरती में हर तरह के छोटे-बड़े पेड़ अहम भूमिका निभा रहे हैं, लेकिन इसकी ऊंचाई और खूबसूरती के कारण चिनार का एक खास स्थान है. देश-विदेश के पर्यटक भी इन रमणीय दृश्यों का आनंद लेते नजर आते हैं. पहली बार कश्मीर का दौरा कर आए चुके एलेक्स का कहना है कि जर्मनी में भी पतझड़ का मौसम देखा, लेकिन कश्मीर में इस मौसम को देखने का मजा ही कुछ और है. चिनार एक फलहीन पेड़ है, लेकिन इसकी लकड़ी कीमती है. भीषण गर्मी में इसकी छाँव जीवन को तरोताजा कर देती है जबकि भारी बारिश में यह अपनी छाया में भीगने नहीं देती है.

श्रीनगर: पतझड़ के मौसम में कश्मीर का नजारा एक अलग ही होता है. वैसे तो यहां हर मौसम में प्रकृति का एक अदभूत नजारा देखने को मिलता है. इन दिनों स्थानीय और विदेशी पर्यटक कश्मीर की शरद ऋतु का भरपूर लुत्फ उठा रहे हैं. घाटी की ताजगी भरा माहौल बताता है कि कश्मीर वाकई में जन्नत है. इन दिनों कश्मीर में चिनार का नजारा एक अलग ही रंग देता है.

गर्मियों में हरे-भरे चिनार के पत्ते इस मौसम गहरे लाल और पीले रंग के हो जाते हैं. कश्मीर में पतझड़ का मौसम काफी सुहावना होता है. हवा में शीतलता, दिन भर हल्की धूप, सुबह और शाम में सर्द हवा रहती है. चारों ओर चिनार के पेड़ से वातावरण मनमोहक और खुशनुमा बना रहता है. मुगल गार्डन इस मौसम में पर्यटकों की पहली पसंद होती है. क्योंकि ये बाग चिनार के पेड़ों से भरे हुए हैं.

प्रकृति का अदभूत नजारा

कश्मीर अपनी अपार प्राकृतिक सुंदरता के लिए दुनिया भर में पहचाना जाता है. यह अपने बदलते मौसमों के लिए जाना और पहचाना जाता है. क्योंकि यहां के मौसम बहुत अलग होते हैं. सर्दी हो या गर्मी, बसंत हो या पतझड़. इन गिरे हुए चिनार के पत्तों पर चलना भी एक अलग अनुभव देता है. इन ख़ूबसूरत पत्तों पर चलने से पैदा हुई आवाज वाकई मन को सुकून देती है. मुंबई की पर्यटक बविशा पटेल खुद को बहुत खुशकिस्मत मानती हैं कि उन्हें ऐसे मौसम में कश्मीर देखने का मौका मिला.

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चिनार का पेड़ कश्मीर की संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. यहां की खूबसूरती में हर तरह के छोटे-बड़े पेड़ अहम भूमिका निभा रहे हैं, लेकिन इसकी ऊंचाई और खूबसूरती के कारण चिनार का एक खास स्थान है. देश-विदेश के पर्यटक भी इन रमणीय दृश्यों का आनंद लेते नजर आते हैं. पहली बार कश्मीर का दौरा कर आए चुके एलेक्स का कहना है कि जर्मनी में भी पतझड़ का मौसम देखा, लेकिन कश्मीर में इस मौसम को देखने का मजा ही कुछ और है. चिनार एक फलहीन पेड़ है, लेकिन इसकी लकड़ी कीमती है. भीषण गर्मी में इसकी छाँव जीवन को तरोताजा कर देती है जबकि भारी बारिश में यह अपनी छाया में भीगने नहीं देती है.

Last Updated : Nov 5, 2022, 9:31 AM IST
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