कोप्पल: कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के बीच भगवान हनुमान की जन्मस्थली को लेकर बहस छिड़ी है. दोनों ही राज्य दावा करते हैं कि भगवान हनुमान का जन्म उनके राज्य में हुआ. अब एक किताब में ये दावा किया गया कर्नाटक के गांव में ही भगवान हनुमान का जन्म हुआ था.
श्री गविसिद्धेश्वर कॉलेज के इतिहास के जानकार और व्याख्याता डॉ. सिद्धलिंगप्पा कोटनेकल (Dr. Siddhalingappa Kotnekal) ने किताब लिखी है, जिसके मुताबिक कोप्पल जिले के गंगावती तालुक में अनेगुंडी (जिसे पहले किष्किंधा कहा जाता था) गांव में अंजनाद्री पहाड़ी भगवान हनुमान का जन्मस्थान है.
डॉ. सिद्धलिंगप्पा कोटनेकल ने 'अनेगुंडी अंजनाद्री इज द बर्थप्लेस ऑफ हनुमा-ए जस्टिफिकेशन' (Anegundi Anjanadri Is The Birthplace of Hanuma - A Justification) नामक पुस्तक लिखी. किताब रामायण में वर्णित सभी जानकारी किष्किंधा क्षेत्र के बारे में है. किष्किंधा क्षेत्र में ऐतिहासिक निशान और शिलालेख हनुमान जन्मस्थान के प्रमाण हैं.
पढ़ें- जानिए कहां हुआ था हनुमान जी का जन्म, टीटीडी ने की पुष्टि
डॉ. सिद्धलिंगप्पा कोटनेकल का कहना है कि 'तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने तिरुमाला में अंजनाद्री को भगवान हनुमान या हनुमा का जन्मस्थान घोषित किया है, लेकिन यह गलत है. इसे साबित करने के लिए कोई प्राचीन प्रमाण नहीं है. वाल्मीकि की रामायण इस बात का प्रमाण है कि अंजने का जन्म कोप्पल में हुआ था. वाल्मीकि की रामायण में हनुमान की माता के नाम अंजना का उल्लेख है. हमारे पास वली गुफा और कोप्पल में तारा पर्व और सीता सेरागु नामक स्थान हैं.'
पढ़ें- हनुमान के जन्म स्थान पर टीटीडी का दावा झूठा और अवैज्ञानिक : गोविंदानंद सरस्वती
पढ़ें- झारखंड के गुमला में है भक्त हनुमान की जन्मस्थली, आंजन गांव है नाम
पढ़ें- टीटीडी की घोषणा- आंध्र प्रदेश के इस स्थान पर हुआ भगवान हनुमान का जन्म