कोटा. देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE MAIN 2023) के अप्रैल सेशन के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने फ्रिक्वेंटली आस्क्ड क्वेश्चन (F&Q) जारी किए थे. इन एफएक्यू का गहनता से अध्ययन करने पर सामने आता है कि इसमें एक क्वेश्चन ड्रॉप करने की पॉलिसी भी जारी की गई है. यह पॉलिसी JEE MAIN 2022 में भी लागू नहीं थी, साथ ही जेईई मेन 2023 के जनवरी अटेम्प्ट में भी इसे लागू नहीं किया गया था.
कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा का कहना है कि यह 2023 के अप्रैल सेशन में ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इंट्रोड्यूस किया है. इस पॉलिसी के अनुसार एग्जाम के सेक्शन ए में किसी भी प्रश्न के ड्रॉप होने पर सभी स्टूडेंट्स को बोनस अंक मिलेगा, लेकिन सेक्शन बी में जिन विद्यार्थियों ने प्रश्न को अटेंप्ट किया है, उन्हें ही बोनस अंक दिया जाएगा.
पढ़ें. JEE MAIN 2023: अप्रैल अटेम्प्ट में स्टूडेंट्स को देना होगा स्थाई और वर्तमान पते का सर्टिफिकेट
इस तरह से काम करेगी पॉलिसी
1. प्रश्न पत्र के सेक्शन ए से यदि कोई प्रश्न किसी भी विकल्प के ठीक नहीं होने पर या गलत होने पर ड्रॉप किया जाता है, तो विद्यार्थियों को 4 बोनस अंक दिए जाएंगे. यहां यह साफ किया गया है कि विद्यार्थी ने ड्रॉप किया गया प्रश्न अटेंप्ट किया हो या नहीं किया हो इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. सभी विद्यार्थियों को 4 बोनस अंक प्राप्त होंगे.
2. प्रश्न पत्र के सेक्शन बी में प्रश्न गलत पाए जाने पर ड्रॉप किया जाता है, तो केवल उन्हीं विद्यार्थियों को 4 बोनस अंक प्राप्त होंगे, जिन्होंने ड्रॉप किए जाने वाले प्रश्न को अटेंप्ट किया है. देव शर्मा ने बताया कि प्रश्न अटेम्प्ट नहीं करने वाले विद्यार्थी को इस स्थिति में बोनस अंक नहीं दिए जाएंगे.
जनवरी अटेम्प्ट में किस आधार से पर मिला बोनस : देव शर्मा ने बताया कि एनटीए ने जनवरी अटेम्प्ट के आयोजन के दौरान एफएक्यू जारी ही नहीं किए गए थे. जनवरी अटेम्प्ट के स्कोर कार्ड जारी करने के दौरान एनटीए ने ड्रॉप किए गए प्रश्नों के अंक किस पॉलिसी के आधार पर आवंटित किए गए यह अभी तक सामने नहीं आया है. यह नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की उदासीनता या विद्यार्थियों के प्रति असंवेदनशीलता को दर्शाता है. जनवरी अटेम्प्ट में पांच प्रश्न ड्रॉप किए गए थे. इनमें मैथमेटिक्स के चार व केमिस्ट्री का एक प्रश्न था.