मुंबई: मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडेय की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. संजय पांडे के रिटायर होते ही उन्हें ईडी ने तलब किया था.सीबीआई ने पांडे के खिलाफ तीन नए मामले दर्ज किए हैं. सीबीआई ने शेयर मार्केट के कर्मियों की अवैध रूप से फोन टैपिंग के मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडेय और एनएसई की पूर्व एमडी व सीईओ चित्रा रामकृष्ण के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने यह कार्रवाई केंद्रीय गृह मंत्रालय से शिकायत मिलने के बाद की है.
सीबीआई मुंबई, चंडीगढ़ और चेन्नई में पांडेय से जुड़ी 16 जगहों पर भी छापेमारी कर रही है. बताया जाता है कि मुंबई के पुलिस आयुक्त के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, पांडे ने कई भाजपा पदाधिकारियों के खिलाफ मामले दर्ज किए थे. उनसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में सर्वर घोटाले को लेकर पूछताछ की गई थी.
बताया जाता है कि एनएसई की सिक्योरिटी ऑडिट करने वालों में एक कंपनी आईसेक सिक्योरिटीज भी थी जिसने 2009-17 के बीच अवैध रूप से एनएसई कर्मियों के फोन टेप किए. कंपनी ने ऐसे समय में ऑडिट किया था, जब को-लोकेशन घोटाला हुआ था. को-लोकेशन मामले की जांच सेबी ने वर्ष 2015 में शुरू की थी जब एक व्हिसल ब्लोअर ने आरोप लगाया था कि कुछ ब्रोकर को को-लोकेशन सुविधा, अर्ली लॉग इन और डार्क फाइबर के जरिए एक्सेस प्रॉयोरिटी मिल रही जिससे किसी ट्रेडर को एक्सचेंज के डेटा फीड तक तेजी से पहुंचने में मदद मिल रही है.
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