बीकानेर/जोधपुर. राजस्थान के बीकानेर और जोधपुर में हो रही लगातार बारिश लोगों के लिए मुसीबत बन गई है. गुरुवार को बीकानेर में बारिश के कारण एक कच्चा मकान का छत गिर गया और एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई. वहीं, जोधपुर में लोगों को राहत देने के लिए सेना के जवानों ने मोर्चा संभाला है.
बीकानेर जिले में लगातार हो रही बारिश आम लोगों के लिए मुसीबत बन गई है (Very Heavy Rainfall in Bikaner). खाजूवाला में बुधवार देर रात बारिश ने एक हंसते खेलते परिवार को तबाह कर दिया. तेज बरसात की वजह से कच्चे मकान की छत गिर गई. जिसके नीचे दबने से पति, पत्नी और 13 साल के बेटे की मौत हो गई. हादसा खाजूवाला तहसील के दंतौर का है. यहां बुधवार को 2 घंटे तक लगातार भारी बारिश हुई. जिससे 25 BLD ग्राम पंचायत 17KHM खाजूवाला का एक मकान ढह गया. हादसे में 40 साल के महावीर कुम्हार, 38 साल की पत्नी सावित्री और 13 साल के बेटे योगेश की मौत हो गई. मकान खेत में बना था. हादसे की सूचना पुलिस को दी गई. जिसके बाद दंतौर थानाधिकारी हरपाल सिंह मौके पर पहुंचे और तीनों शवों को मोर्चरी में रखवाया. इस घटना पर कैबिनेट मंत्री गोविंदराम मेघवाल ने भी अफसोस जताया है.
जोधपुर में जलजमाव की स्थिति: वहीं, जोधपुर शहर के निचले इलाकों में लगातार बारिश होने से जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. जिला प्रशासन ने बुधवार रात डर्बी कॉलोनी की श्रमिक बस्ती को खाली करवाया. इन्हें सरकारी स्कूल में शिफ्ट किया गया है. वहीं न्यू रूपनगर में सेना ने मोर्चा संभाल लिया है. नाव से लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही है.
न्यू रूपनगर में सेना: सबसे ज्यादा बुरी स्थिति न्यू रूप नगर की है जहां अभी भी 3 से 4 फीट पानी भरा हुआ है. यहां पानी की निकासी सही नहीं होने से घरों के आगे पानी होने से लोग बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. पल पल बदलते हालातों के बीच लोगों को राहत देने के लिए सेना ने मोर्चा संभाल लिया है. सेना के जवान अपनी नाव के साथ आज सुबह कॉलोनी में पहुंचे. कुछ लोगों को बाहर निकाला. सेना के सहयोग से जरूरत का सामान भी पहुंचाया गया है. इसके अलावा पंप सेट लगाकर पानी की निकासी के प्रयास भी शुरू किए गए हैं.
ग्रामीण इलाकों से टूटा सम्पर्क: इधर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी पानी की अधिकता होने से जगह-जगह पर छोटे बांधों और तालाबों के टूटने के समाचार आ रहे हैं. जिसके चलते कई गांवों का संपर्क टूट गया है. आज सुबह बीसलपुर पालासनी गांव के बीच बने बांध के टूट जाने से सड़क बह गई. इसी तरह से लोहावट क्षेत्र में जगह पानी भरने से रेल मार्ग और सड़क मार्ग को नुकसान हुआ है. रेल मार्ग दुरुस्त करने के लिए रात को ही काम शुरू किया गया था.
वहीं, श्रमिक बस्ती को खाली कराने से पहले रात को पुलिस ने बाकायदा मुनादी की और बसों के जरिए लोगों को वहां से निकाला. डर्बी कॉलोनी के आसपास भैरव नाला से आने वाला पानी फैल रहा है. यह क्रम लगातार दो दिनों से जारी है. बुधवार शाम से बारिश की निरंतरता को ध्यान में रखते हुए जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने निर्णय लेकर वहां प्रशासन और पुलिस की टीमें लगाई और लोगों को वहां से सुरक्षित स्थानों पर (water logging due to rain in jodhpur) पहुंचाया.
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उप-खण्ड अधिकारी अपूर्वा परवाल ने बताया कि अब तक लगभग 200 लोगों को वहां से विस्थापित कर सुरक्षित जगह पहुंचाया जा चुका है. जबकि शेष बचे लोगों की समझाइश कर उन्हें पास के सुरक्षित स्कूल में ले जाने की कार्रवाई (residents shifted to school due to rain) जारी है. ग्रामीण क्षेत्र में भी लगातार बारिश होने से जगह-जगह जल जमाव बन गया है. इसके चलते जिले एकल खोरी गांव में बरसाती पानी से भरी नाड़ी में डूबने से हनुमान विश्नोई नामक युवक की मौत हो गई.
जोधपुर-जैसलमेर रेल खंड पर रेल यातायात प्रभावित: उत्तर-पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल के जैसलमेर रेलखंड की पटरियों पर जल भराव की स्थिति बनी हुई है. इसके चलते दूसरे दिन भी ट्रेनों का आवागमन बाधित रहा. बुधवार को जम्मूतवी से जैसलमेर जाने वाली शालीमार एक्सप्रेस को जोधपुर में ही रद्द करना पड़ा. इसमें सवार फलोदी, रामदेवरा और जैसलमेर स्टेशनों को जाने वाले 350 यात्रियों को आठ बसों के माध्यम से उनके गंतव्य स्टेशनों के लिए रवाना किया (rail services are affected due to rain in Jodhpur) गया.