डूंगरपुर. जिले के सदर थाना क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली नाबालिग छात्राओं से दुष्कर्म का आरोपी हेड मास्टर पुलिस रिमांड पर है. आरोपी हेडमास्टर ने पुलिस पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. सरकारी स्कूल की नाबालिग बच्चियों से छेड़छाड़ और रेप का आरोपी हमास्टर रमेशचंद्र कटारा पोर्न फिल्म देखता था और छात्राओं से दुष्कर्म करता था. इतना ही नहीं, उन्हें डराता-धमकाता भी था.
एसपी कुंदन कवरिया ने बताया कि आरोपी हेडमास्टर ने 8 से 12 साल की बच्चियों को अपना शिकार बनाया. ये बच्चियां ज्यादा सोच और समझ नहीं सकती थीं, इसलिए आसानी से उन्हें लालच देता था. स्कूल में छुट्टियों के बाद भी खेलने के बहाने बुलाता था. बच्चियों को स्कॉर्पियो गाड़ी में बैठाकर अपने घर ले जाता. आरोपी हेमास्टर रमेशचंद्र कटारा के दो घर हैं. एक घर में उसका परिवार रहता है, जबकि दूसरा घर खाली पड़ा है. उसी घर में वह बच्चियों को ले जाकर दुष्कर्म करता था.
रेप के बाद बच्चियों को चॉकलेट, चिप्स और बिस्कुट खाने के लिए पैसे दे देता. लालच में मासूम बच्चियां भी उसकी बात मान लेतीं. वहीं, जो बच्चियां नहीं मानतीं उन्हें डराता-धमकाता था. एसपी ने ये भी बताया कि आरोपी हेडमास्टर रमेशचंद्र के मोबाइल की जांच की गई तो पता चला कि वह सालभर से पोर्न फिल्में देखने का आदि था. पोर्न मूवी देखने के बाद ही वह बच्चियों को बुलाता था. बच्चियों को लाने और ले जाने के लिए वह स्कॉर्पियो गाड़ी का इस्तेमाल करता था.
सरकारी स्कूल का हेडमास्टर होने के साथ ही गांव में भी वह लोगों की मदद करता रहता था, जिससे लोगों को उस पर कभी शक नहीं हो. इसकी आड़ में वह बच्चियों के साथ हैवानियत करता.
एसपी कुंदन कवरिया ने बताया कि आरोपी हेडमास्टर रमेशचन्द्र कटारा को 4 जून को कोर्ट में पेश किया गया था. कोर्ट ने उसे पुलिस रिमांड पर सौंपा है. पुलिस उससे कई तरह की पूछताछ कर रही है. वहीं, स्कूल के स्टाफ और गांव के लोगों से भी हेडमास्टर की हरकतों के बारे में पड़ताल की जा रही है. वहीं, मामले में अब तक 6 बच्चियों के बयान दर्ज हुए हैं, लेकिन खुलासे के बाद और भी मामले सामने आने की संभावना है.
बेटियों ने घर जाकर बताया, तब हुआ खुलासा : स्कूल में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा से रेप के बाद आखिरकार एक छात्रा ने हिम्मत दिखाई. घर जाकर उसने अपनी मां को हेडमास्टर रमेशचंद्र कटारा की सारी हरकतें बताई. नाबालिग छात्रा ने ये भी बताया कि स्कूल में पढ़ने वाली ही दूसरी कई छात्राओं के साथ भी हेडमास्टर ऐसी ही गंदी हरकतें करता है. इसके बाद गांव के लोग इकट्ठे हुए. 31 मई को गांव के लोग कलेक्ट्री पहुंचे. कलेक्ट और एसपी से हेडमास्टर की हरकतों की शिकायत की. कलेक्टर और एसपी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सदर थाने में केस दर्ज करवाया. पुलिस ने हेडमास्टर के खिलाफ केस दर्ज करते हुए 3 जून को गिरफ्तार कर लिया. 4 जून को हेडमास्टर को कोर्ट में पेश किया गया. इसके बाद 5 जून को वापस कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 7 जून तक पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है. पुलिस आरोपी हेडमास्टर से पूछताछ कर रही है.