जयपुर. राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगने के बाद लगातार छात्र संगठन आंदोलन कर रहे हैं. अब हरियाणा के प्रमुख राजनीतिक दल जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला भी इसमें कूद पड़े हैं. बुधवार को चौटाला ने इंडियन नेशनल स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन (इनसो) से जुड़े कार्यकर्ताओं और अपने समर्थकों के साथ हो राजस्थान विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया और सामूहिक गिरफ्तारी देते हुए राज्य सरकार के फैसले पर विरोध जताया.
सरकार की दमनकारी नीतियां : राजस्थान में हर साल छात्रसंघ चुनाव में अपनी भूमिका अदा करने वाली इनसो के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह बुधवार को राजस्थान विश्वविद्यालय पहुंचे. यहां राजनीति की प्रथम सीढ़ी कहे जाने वाले छात्रसंघ चुनाव की वकालत करते हुए दिग्विजय सिंह ने राजस्थान यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर प्रोटेस्ट किया. साथ ही राज्य सरकार के फैसले पर विरोध दर्ज कराते हुए करीब 50 कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ गिरफ्तारी दी. इस दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये सरकार की दमनकारी नीतियां हैं. इससे इनसो और देश का भविष्य घबराने वाला नहीं है. जब हरियाणा में छात्रसंघ चुनाव बहाल करा सकते हैं, तो राजस्थान में भी बहाल कराएंगे.
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कई तरह से जताया विरोध : बुधवार को विश्वविद्यालय कैंपस के अंदर छात्र नेताओं ने अलग-अलग तरीके से अपना विरोध दर्ज कराया. किसी ने उच्च शिक्षा मंत्री और कुलपति की शव यात्रा निकालकर दाह संस्कार किया. कई छात्र नेता विज्ञान भवन, सेंट्रल लाइब्रेरी और एडम ब्लॉक की छतों पर जा चढ़े. वहीं, एनएसयूआई के कुछ छात्र नेताओं ने पेट्रोल छिड़ककर खुद को कुलपति सचिवालय में बंद कर लिया. साथ ही कहा कि आज वो आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं. छात्रसंघ चुनाव नहीं करने का सरकार को सुझाव देकर कुलपति ने सिर्फ खुद की नाकामी जाहिर की है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि आज जरूरत पड़ी तो छात्र हितों में वो खुद को शहीद भी कर लेंगे. इसके अलावा भूख हड़ताल पर बैठे छात्र नेताओं की जांच करने के लिए बुधवार को मेडिकल टीम भी यूनिवर्सिटी कैंपस पहुंची.