जयपुर : पहले एक कार्यक्रम में महाराणा प्रताप की तस्वीर को नीचे रख विवादों में आए भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने माफी मांग कर मामला समाप्त करवाया था. तो अब एक बार फिर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने महाराणा प्रताप को लेकर जिस भाषा में उनके लिए बातें कही है, एक बार फिर से विवाद खड़ा हो गया है. इसका एक वीडियो वायरल हो रहा है. ईटीवी भारत इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
हालांकि, नेता प्रतिपक्ष ने महाराणा प्रताप को लेकर कुछ गलत नहीं कहा, लेकिन जिस भाषा में उन्होंने महाराणा प्रताप को संबोधित किया है उस पर अब वह कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं. परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बयान जारी करते हुए कहा कि पहले बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने भारत के गौरव आन बान शान के प्रतीक महाराणा प्रताप की प्रतिमा को पांव में रखकर उनका भाजपा के कार्यक्रम में अपमान किया और उसके बाद माफी भी नहीं मांगी.
सोमवार को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने महाराणा प्रताप के बारे में गलत भाषा का प्रयोग कर अपमानजनक तरीके से उनका नाम लेकर जिस भाषा में भाजपा के मंच से भाषण दिया वह भाजपा की महाराणा प्रताप के प्रति छोटी सोच को दर्शाता है. खाचरियावास ने कहा कि भाजपा भगवान राम और महाराणा प्रताप का नाम लेकर वोट लेने की राजनीति करती है, लेकिन समय-समय पर भाजपा का असली काला चेहरा, छोटी सोच, छोटी भाषा और अमर्यादित भाषा जनता के सामने आ जाती है.
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खाचरियावास ने कहा कि मेवाड़ की धरती राजसमंद में जिस तरह की भाषा का प्रयोग गुलाबचंद कटारिया ने किया है उसके लिए उन्हें सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए. साथ ही भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया को भी महाराणा प्रताप के अपमान के लिए माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है. वह झूठ फरेब और धोखे की राजनीति करते हैं.
राजसमंद, सहाड़ा और सुजानगढ़ के लोगों को भाजपा को हार का सबक सिखा कर उन्हें इसका दंड देना चाहिए. वहीं, इस मामले में राजपूत करणी सेना ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए गुलाबचंद कटारिया से माफी मांगने की मांग कर रही है. करणी सेना ने चेतावनी दी है कि अगर कटारिया ने माफी नहीं मांगी तो करनी सेना सड़कों पर उतर कर उनका विरोध करेगी.