नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार (Union Minister of State for Health Dr. Bharti Praveen Pawar) ने लोकसभा में कहा कि देश के 40 जिलों में नये मेडिकल कॉलेज की मंजूरी (New medical colleges in 40 districts) दी गई है. उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश के बहराइच, फतेहपुर, सिद्धार्थनगर (डोमरियागंज), चंदौली और सोनभद्र जिलों को नए मेडिकल कॉलेजों का निर्माण किया जाएगा.
झारखंड के दुमका, हजारीबाग, पलामू (डाल्टनगंज) और चाईबासा (सिंहभूम) जिलों को नये मेडिकल कॉलेजों को मंजूरी दी गई है. डॉ पवार ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय मौजूदा जिला और रेफरल अस्पताल से जुड़े नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के लिए एक केंद्र प्रायोजित योजना का संचालन करता है, जिसमें उन जरुरतमंद जिलों को प्राथमिकता दी जाती है, जहां कोई मौजूदा सरकारी या निजी मेडिकल कॉलेज नहीं है.
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत तीन चरणों में 157 नए मेडिकल कॉलेज स्वीकृत किए गए हैं और 70 पहले से ही काम कर रहे हैं. केंद्र प्रायोजित योजना के तीसरे चरण के तहत सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के साथ प्रस्ताव प्रस्तुत करने का अनुरोध किया गया है.
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हालांकि इसके लिए ओडिशा सरकार से कोई प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है. डॉ पवार ने कहा कि 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के जिलों को नए मेडिकल कॉलेजों को मंजूरी दी गई है. 2018 से शुरू महत्वाकांक्षी जिलों के कार्यक्रम का उद्देश्य देश भर में 112 सबसे अधिक विकसित जिलों को जल्दी और प्रभावी ढंग से बदलना है. राज्यों के साथ यह कार्यक्रम प्रत्येक जिले की ताकत पर ध्यान केंद्रित करता है.