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रोहिणी विधानसभा सीट: BJP की हैट्रिक रोकने के लिए AAP ने चला दांव, इस बार बदल दिया प्रत्याशी - ROHINI ASSEMBLY SEAT

रोहिणी सीट पर भाजपा हैट्रिक लगाएगी या आम आदमी पार्टी की जीत होगी, जानें क्या कहते हैं समीकरण?

BJP की हैट्रिक रोकने के लिए AAP ने चला दांव
BJP की हैट्रिक रोकने के लिए AAP ने चला दांव (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 15, 2025, 12:18 PM IST

Updated : Jan 15, 2025, 1:01 PM IST

नई दिल्लीः रोहिणी विधानसभा सीट पर इस बार कांटे की टक्कर है, इस सीट पर भाजपा ने पिछली बार जीत दर्ज की थी, इस बार हैट्रिक की कोशिश रहेगी तो वहीं आम आदमी पार्टी इस बार इस सीट पर कब्जे की पूरी तैयारी में है. कांग्रेस काफी पीछे है.

उत्तर पश्चिम दिल्ली लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली रोहिणी विधानसभा सीट दिल्ली की हाई प्रोफाइल विधानसभा सीटों में से एक है. रोहिणी विधानसभा सीट 2008 में परिसीमन आयोग द्वारा पुनर्गठन के बाद अस्तित्व में आई. रोहिणी दिल्ली की 13 नंबर विधानसभा सीट है.

राजनीतिक परिदृश्य: रोहिणी विधानसभा सीट के अस्तित्व में आने के बाद पहली बार इस सीट पर 2008 में चुनाव हुए. 2008 की विधानसभा चुनाव में रोहिणी विधानसभा सीट पर कुल 7 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे. 2008 से अब तक रोहिणी विधानसभा सीट पर कुल चार बार चुनाव हुए जिनमें से आम आदमी पार्टी केवल एक बार ही चुनाव जीतने में कामयाब हुई. भाजपा ने इस सीट से तीन बार परचम लहराया है. भाजपा के जय भगवान अग्रवाल ने पहली बार इस सीट से जीत दर्ज की थी.

रोहिणी सीट में वोटर्स
रोहिणी सीट में वोटर्स (Etv Bharat)

चुनाव के मुद्दे: रोहिणी विधानसभा सीट के कई चुनावी मुद्दे हैं. रोहिणी विधानसभा क्षेत्र में खस्ताहाल सड़कें और विकास अहम मुद्दा है.

2020 में भी भाजपा जीतीः साल 2020 में भी रोहिणी सीट पर भाजपा का कब्जा रहा और पार्टी के विजेंद्र गुप्ता इस सीट से जीत गए. उन्हें 2015 के चुनाव से भी ज्यादा वोट मिले. आम आदमी पार्टी के राजेश नामा बंसीवाला को 49,526 वोट मिले.

भाजपा के विजेंद्र गुप्ता को मिली थी जीत
भाजपा के विजेंद्र गुप्ता को मिली थी जीत (Etv Bharat)

2015 में रोहिणी सीट पर भाजपा जीत गईः 2015 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 67 सीटों पर आम आदमी पार्टी को जीत मिली. जो तीन सीटें भाजपा के खाते में गईं, उसमें एक रोहिणी सीट भी थी. भाजपा के विजेंद्र गुप्ता ने आम आदमी पार्टी के सीएल गुप्ता को 5,367 वोट से हरा दिया. विजेंद्र गुप्ता को इस चुनाव में 59,866 वोट मिले. आप के सीएल गुप्ता को 54499 वोट और कांग्रेस के सुखबीर शर्मा को केवल 3347 वोट ही मिले.

भाजपा के विजेंद्र गुप्ता को मिली थी जीत
भाजपा के विजेंद्र गुप्ता को मिली थी जीत (Etv Bharat)

2013 में रोहिणी सीट पर आप को मिली जीतः 2008 के बाद जब साल 2013 में दूसरी बार रोहणी सीट पर चुनाव हुए तो इस सीट से आम आदमी पार्टी को जीत मिली और राजेश गर्ग ने जीत दर्ज की. भाजपा के जय भगवान अग्रवाल चुनाव हार गए.

आप के राजेश गर्ग को मिली थी जीत
आप के राजेश गर्ग को मिली थी जीत (Etv Bharat)
भाजपा के जय भगवान को मिली थी जीत
भाजपा के जय भगवान को मिली थी जीत (Etv Bharat)

इस बार रोहिणी सीट पर नये समीकरणः भाजपा ने इस बार भी अपने विजेता रहे विजेन्द्र गुप्ता को ही रोहिणी सीट से प्रत्याशी बनाया है. विजेंद्र गुप्ता तीन बार के पार्षद हैं और दो बार से विधायक चुने जा रहे हैं. आम आदमी पार्टी ने इस बार प्रदीप मित्तल को टिकट दिया है. प्रदीप मित्तल दिल्ली नगर निगम में वार्ड 21, रोहिणी ए के पार्षद हैं. कांग्रेस ने अभी टिकट फाइनल नहीं किया है.

रोहिणी में तेजी से हुआ है शहरीकरणः डीडीए के प्रयासों से इस विधानसभा क्षेत्र में तेजी से शहरीकरण हुआ. रोहिणी, दिल्ली नगर निगम के 12 जोनों में से एक है और इस विधानसभा क्षेत्रफल लगभग 3,015 हेक्टेयर है. यहां की आबादी लगभग 8,60,000 है, जो लगातार बढ़ रही है. दिल्ली मेट्रो सेवा की उपलब्धता भी है.

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 (ETV Bharat)

पढ़िए- दिल्ली में किस सीट पर क्या बन रहे हैं समीकरणः

बल्लीमारान सीट: भाजपा ने नहीं चखा जीत का स्वाद, 5 बार कांग्रेस तो 2 बार AAP जीती
सत्ताधारी आम आदमी पार्टी जहां चौथी बार सत्ता पर कब्जा जमाने के लिए जी जान से जुटी हुई है तो वहीं, मुख्य विपक्षी भाजपा और कांग्रेस भी इस बार किसी भी कीमत पर सत्ता में वापसी करने को बेताब है. ऐसे में अब उन विधानसभा सीटों के बारे में भी जानना जरूरी है, जिन पर कभी भाजपा नहीं जीती है. इन सीटों में मध्य दिल्ली की बल्लीमारान विधानसभा सीट भी शामिल है. (पढ़ें पूरी खबर)

ओवैसी ने दिल्ली की जिस मुस्तफाबाद सीट से ताहिर हुसैन को बनाया प्रत्याशी, जानिए उस पर क्या हैं समीकरण

असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी पार्टी AIMIM से आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन को मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया है. हालांकि, ताहिर हुसैन दिल्ली दंगे से संबंधित कई मुकदमों में अभी जेल में बंद हैं. लेकिन, ताहिर हुसैन की पत्नी परिवार के अन्य सदस्यों और ताहिर हुसैन के समर्थकों के साथ AIMIM में शामिल हो गई हैं. जानिए इस सीट पर समीकरण (पढ़ें पूरी खबर)

नरेला सीट पर कांटे की टक्कर, कांग्रेस ने लगाई थी हैट्रिक, दो बार से AAP जीत रही; जानिए BJP का समीकरण?
दिल्ली की नंबर एक विधानसभा सीट नरेला है. हरियाणा की सीमा से सटे नरेला विधानसभा क्षेत्र उत्तर पश्चिमी लोकसभा सीट का हिस्सा है. इस विधानसभा में दो दर्जन से अधिक गांव और तीन दर्जन से अधिक अनाधिकृत कॉलोनियां हैं. इसके अलावा डीडीए रोहिणी और द्वारका की तर्ज पर नरेला को भी सबसिटी के रूप में विकसित करने में जुटी है. यहां डीडीए द्वारा बनाई गई नई-पुरानी सोसाइटी और हाउसिंग अपार्टमेंट हजारों की संख्या में है. (पढ़ें पूरी खबर)

ग्रेटर कैलाश सीटः क्या सौरभ भारद्वाज का किला भेद पाएगी कांग्रेस या BJP? लगातार तीन बार से जीत रहे
नई दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र दिल्ली की पॉश सीट मानी जाती है. यह विधानसभा सीट वर्ष 2008 में परिसीमन आयोग द्वारा पुनर्गठन के बाद बना है. दिल्ली के ग्रेटर कैलाश ईलाके में पॉश रिहायशी इलाके और मशहूर मार्केट है. जीके 1 और जीके 2 मार्केट दिल्ली की नहीं दुनियाभर में मशहूर है. ग्रेटर कैलाश दिल्ली का 50 नंबर विधानसभा सीट है. इस विधानसभा में भी एक दर्जन से अधिक गांव और कई अनाधिकृत कॉलोनियां हैं. (पढ़ें पूरी खबर)

नई दिल्ली सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला, पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घेरेंगे दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे
आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी द्वारा पहली सूची जारी करने के बाद नई दिल्ली विधानसभा सीट पर चुनावी जंग रोचक हो गई है. एक ओर जहां नई दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी प्रत्याशी के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चौथी बार चुनाव मैदान में है तो वहीं कांग्रेस ने भी पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित को प्रत्याशी घोषित कर रखा है. (पढ़ें पूरी खबर)

कालकाजी सीट पर रमेश बिधूड़ी की एंट्री से CM आतिशी को मिल सकती है कड़ी चुनौती, अलका लांबा भी देंगी टक्कर
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की पहली सूची जारी होने के बाद कालकाजी सीट पर भी तीनों प्रमुख पार्टियों आप, बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशियों की तस्वीर साफ हो गई है. आम आदमी पार्टी ने कालकाजी सीट पर मुख्यमंत्री आतिशी को टिकट दिया है, तो वहीं कांग्रेस ने महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं चांदनी चौक की पूर्व विधायक अलका लांबा को प्रत्याशी बनाया है. वहीं, अब शनिवार को भाजपा द्वारा कालकाजी सीट से दक्षिणी दिल्ली के सांसद रहे रमेश बिधूड़ी को मैदान में उतारा गया है. अब तीनों ही पार्टियों द्वारा मजबूत प्रत्याशी देने से ऐसा माना जा रहा है कि इस सीट पर सीएम आतिशी को कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ेगा. (पढ़ें पूरी खबर)

दिल्ली की पटपड़गंज सीट से 'बाहरी' को ही मिली जीत, जो जीता उसी की सरकार बनी
राज्य की तीनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियां सत्ताधारी आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस ने भी अपनी-अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. इस बार इस सीट पर समीकरण बदल गए हैं. मनीष सिसोदिया की जगह आम आदमी पार्टी से अवध ओझा लड़ रहे हैं. जानिए इस सीट के समीकरण (पढ़ें पूरी खबर)

नई दिल्लीः रोहिणी विधानसभा सीट पर इस बार कांटे की टक्कर है, इस सीट पर भाजपा ने पिछली बार जीत दर्ज की थी, इस बार हैट्रिक की कोशिश रहेगी तो वहीं आम आदमी पार्टी इस बार इस सीट पर कब्जे की पूरी तैयारी में है. कांग्रेस काफी पीछे है.

उत्तर पश्चिम दिल्ली लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली रोहिणी विधानसभा सीट दिल्ली की हाई प्रोफाइल विधानसभा सीटों में से एक है. रोहिणी विधानसभा सीट 2008 में परिसीमन आयोग द्वारा पुनर्गठन के बाद अस्तित्व में आई. रोहिणी दिल्ली की 13 नंबर विधानसभा सीट है.

राजनीतिक परिदृश्य: रोहिणी विधानसभा सीट के अस्तित्व में आने के बाद पहली बार इस सीट पर 2008 में चुनाव हुए. 2008 की विधानसभा चुनाव में रोहिणी विधानसभा सीट पर कुल 7 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे. 2008 से अब तक रोहिणी विधानसभा सीट पर कुल चार बार चुनाव हुए जिनमें से आम आदमी पार्टी केवल एक बार ही चुनाव जीतने में कामयाब हुई. भाजपा ने इस सीट से तीन बार परचम लहराया है. भाजपा के जय भगवान अग्रवाल ने पहली बार इस सीट से जीत दर्ज की थी.

रोहिणी सीट में वोटर्स
रोहिणी सीट में वोटर्स (Etv Bharat)

चुनाव के मुद्दे: रोहिणी विधानसभा सीट के कई चुनावी मुद्दे हैं. रोहिणी विधानसभा क्षेत्र में खस्ताहाल सड़कें और विकास अहम मुद्दा है.

2020 में भी भाजपा जीतीः साल 2020 में भी रोहिणी सीट पर भाजपा का कब्जा रहा और पार्टी के विजेंद्र गुप्ता इस सीट से जीत गए. उन्हें 2015 के चुनाव से भी ज्यादा वोट मिले. आम आदमी पार्टी के राजेश नामा बंसीवाला को 49,526 वोट मिले.

भाजपा के विजेंद्र गुप्ता को मिली थी जीत
भाजपा के विजेंद्र गुप्ता को मिली थी जीत (Etv Bharat)

2015 में रोहिणी सीट पर भाजपा जीत गईः 2015 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 67 सीटों पर आम आदमी पार्टी को जीत मिली. जो तीन सीटें भाजपा के खाते में गईं, उसमें एक रोहिणी सीट भी थी. भाजपा के विजेंद्र गुप्ता ने आम आदमी पार्टी के सीएल गुप्ता को 5,367 वोट से हरा दिया. विजेंद्र गुप्ता को इस चुनाव में 59,866 वोट मिले. आप के सीएल गुप्ता को 54499 वोट और कांग्रेस के सुखबीर शर्मा को केवल 3347 वोट ही मिले.

भाजपा के विजेंद्र गुप्ता को मिली थी जीत
भाजपा के विजेंद्र गुप्ता को मिली थी जीत (Etv Bharat)

2013 में रोहिणी सीट पर आप को मिली जीतः 2008 के बाद जब साल 2013 में दूसरी बार रोहणी सीट पर चुनाव हुए तो इस सीट से आम आदमी पार्टी को जीत मिली और राजेश गर्ग ने जीत दर्ज की. भाजपा के जय भगवान अग्रवाल चुनाव हार गए.

आप के राजेश गर्ग को मिली थी जीत
आप के राजेश गर्ग को मिली थी जीत (Etv Bharat)
भाजपा के जय भगवान को मिली थी जीत
भाजपा के जय भगवान को मिली थी जीत (Etv Bharat)

इस बार रोहिणी सीट पर नये समीकरणः भाजपा ने इस बार भी अपने विजेता रहे विजेन्द्र गुप्ता को ही रोहिणी सीट से प्रत्याशी बनाया है. विजेंद्र गुप्ता तीन बार के पार्षद हैं और दो बार से विधायक चुने जा रहे हैं. आम आदमी पार्टी ने इस बार प्रदीप मित्तल को टिकट दिया है. प्रदीप मित्तल दिल्ली नगर निगम में वार्ड 21, रोहिणी ए के पार्षद हैं. कांग्रेस ने अभी टिकट फाइनल नहीं किया है.

रोहिणी में तेजी से हुआ है शहरीकरणः डीडीए के प्रयासों से इस विधानसभा क्षेत्र में तेजी से शहरीकरण हुआ. रोहिणी, दिल्ली नगर निगम के 12 जोनों में से एक है और इस विधानसभा क्षेत्रफल लगभग 3,015 हेक्टेयर है. यहां की आबादी लगभग 8,60,000 है, जो लगातार बढ़ रही है. दिल्ली मेट्रो सेवा की उपलब्धता भी है.

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 (ETV Bharat)

पढ़िए- दिल्ली में किस सीट पर क्या बन रहे हैं समीकरणः

बल्लीमारान सीट: भाजपा ने नहीं चखा जीत का स्वाद, 5 बार कांग्रेस तो 2 बार AAP जीती
सत्ताधारी आम आदमी पार्टी जहां चौथी बार सत्ता पर कब्जा जमाने के लिए जी जान से जुटी हुई है तो वहीं, मुख्य विपक्षी भाजपा और कांग्रेस भी इस बार किसी भी कीमत पर सत्ता में वापसी करने को बेताब है. ऐसे में अब उन विधानसभा सीटों के बारे में भी जानना जरूरी है, जिन पर कभी भाजपा नहीं जीती है. इन सीटों में मध्य दिल्ली की बल्लीमारान विधानसभा सीट भी शामिल है. (पढ़ें पूरी खबर)

ओवैसी ने दिल्ली की जिस मुस्तफाबाद सीट से ताहिर हुसैन को बनाया प्रत्याशी, जानिए उस पर क्या हैं समीकरण

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नरेला सीट पर कांटे की टक्कर, कांग्रेस ने लगाई थी हैट्रिक, दो बार से AAP जीत रही; जानिए BJP का समीकरण?
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ग्रेटर कैलाश सीटः क्या सौरभ भारद्वाज का किला भेद पाएगी कांग्रेस या BJP? लगातार तीन बार से जीत रहे
नई दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र दिल्ली की पॉश सीट मानी जाती है. यह विधानसभा सीट वर्ष 2008 में परिसीमन आयोग द्वारा पुनर्गठन के बाद बना है. दिल्ली के ग्रेटर कैलाश ईलाके में पॉश रिहायशी इलाके और मशहूर मार्केट है. जीके 1 और जीके 2 मार्केट दिल्ली की नहीं दुनियाभर में मशहूर है. ग्रेटर कैलाश दिल्ली का 50 नंबर विधानसभा सीट है. इस विधानसभा में भी एक दर्जन से अधिक गांव और कई अनाधिकृत कॉलोनियां हैं. (पढ़ें पूरी खबर)

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कालकाजी सीट पर रमेश बिधूड़ी की एंट्री से CM आतिशी को मिल सकती है कड़ी चुनौती, अलका लांबा भी देंगी टक्कर
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की पहली सूची जारी होने के बाद कालकाजी सीट पर भी तीनों प्रमुख पार्टियों आप, बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशियों की तस्वीर साफ हो गई है. आम आदमी पार्टी ने कालकाजी सीट पर मुख्यमंत्री आतिशी को टिकट दिया है, तो वहीं कांग्रेस ने महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं चांदनी चौक की पूर्व विधायक अलका लांबा को प्रत्याशी बनाया है. वहीं, अब शनिवार को भाजपा द्वारा कालकाजी सीट से दक्षिणी दिल्ली के सांसद रहे रमेश बिधूड़ी को मैदान में उतारा गया है. अब तीनों ही पार्टियों द्वारा मजबूत प्रत्याशी देने से ऐसा माना जा रहा है कि इस सीट पर सीएम आतिशी को कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ेगा. (पढ़ें पूरी खबर)

दिल्ली की पटपड़गंज सीट से 'बाहरी' को ही मिली जीत, जो जीता उसी की सरकार बनी
राज्य की तीनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियां सत्ताधारी आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस ने भी अपनी-अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. इस बार इस सीट पर समीकरण बदल गए हैं. मनीष सिसोदिया की जगह आम आदमी पार्टी से अवध ओझा लड़ रहे हैं. जानिए इस सीट के समीकरण (पढ़ें पूरी खबर)

Last Updated : Jan 15, 2025, 1:01 PM IST
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