नागौर. अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख करीब आ रही है. अयोध्या के भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण में नागौर के मकराना का भी अहम योगदान है. मकराना के मार्बल से भगवान राम का आसन तैयार किया गया है. अयोध्या के श्रीराम मंदिर में मकराना के मार्बल का बहुतायत से उपयोग हुआ है. गर्भगृह और फर्श में मकराना के व्हाइट मार्बल को लगाया गया है. गर्भगृह में जिस मार्बल की आसन शिला पर श्रीराम विराजेंगे, उसको मकराना में तैयार करने वाली फर्म राना मार्बल के निदेशक हुकमाराम चौधरी और धर्माराम चौधरी ने सोमवार को बोरावड़ रोड पर एक कार्यक्रम आयोजित कर आसन शिला को आम नागरिकों के दर्शनों के लिए रखवाया गया. मंगलवार शाम को इसे अयोध्या के लिए रवाना किया गया
जोरों से चल रहा मंदिर निर्माण का कार्य : राना मार्बल के निदेशक धर्माराम चौधरी ने बताया कि यूपी के अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का कार्य जोरों से चल रहा है. 22 जनवरी को मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. रामलला की प्रतिमा गर्भगृह में विराजमान होगी. भगवान राम की यह प्रतिमा जिस आसन पर स्थापित की जाएगी, उसपर लगने वाली मार्बल की शिलाएं मकराना में तैयार की गई हैं.
दिनभर लोग पहुंचे दर्शन के लिए : उन्होंने बताया कि बिल्कुल सफेद संगमरमर से निर्मित आसन शिला के पूरे पेडस्टल का नाप 6 फीट चार इंच X 8 फीट डेढ़ इंच और ऊंचाई 3 फीट साढ़े चार इंच है. पूरे दिन नागरिकों का आवागमन लगा रहा. उन्होंने विधिवत रूप से आसन शिला को नमन किया. मकराना के सफेद मार्बल से मंदिर के फर्श के अलावा, गर्भगृह में नक्काशी का काम हुआ है. मंदिर के पिलर भी मार्बल से बनाए गए हैं.
मंदिर में 13300 घनफीट संगमरमर का उपयोग : मंदिर के गर्भगृह के निर्माण में 13,300 घन फीट नक्काशीदार संगमरमर का उपयोग हुआ, जबकि 95,300 वर्ग फीट मार्बल फर्श और क्लैडिंग के लिए काम में लिया गया है. फर्श के सफेद मार्बल और उस पर इन-ले वर्क का काम हुक्माराम और धर्माराम चौधरी ने किया है. फर्श की मजबूती के लिए सफेद मार्बल स्लैब 35 एमएम मोटाई का लगाया है.