जयपुर. राजस्थान लोक सेवा आयोग की वरिष्ठ अध्यापक भर्ती का पेपर लीक मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की भी एंट्री हो गई है. ईडी ने अब इस प्रकरण को लेकर परिवाद दर्ज किया है. इसके साथ ही आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा, अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय और सचिव हरजीलाल अटल को नोटिस जारी किया है. बता दें कि इस बहुचर्चित मामले की जांच में एसओजी ने कई खुलासे किए. जिसमे आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा ने ही सामान्य विज्ञान का पेपर 60 लाख रुपए लेकर पेपर लीक गिरोह के सरगना शेर सिंह उर्फ अनिल मीना को दिया था. बाबूलाल कटारा अभी जेल में है. सदस्य कटारा द्वारा पेपर आउट गिरोह से मिलीभगत के चलते आरपीएससी की परीक्षा प्रक्रिया और साख पर भी सवाल उठे थे.
प्रवर्तन निदेशालय के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि वरिष्ठ अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर हुए धन के लेनदेन को लेकर प्रकरण दर्ज किया गया है. इस संबंध में धन के लेनदेन को लेकर जांच की जाएगी. इस मामले को लेकर आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा के साथ ही अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय और सचिव हरजीलाल अटल को नोटिस जारी किया गया है.
RPSC सदस्य कटारा ने दिया था सरगना को पेपर : पिछले साल आरपीएससी की ओर से आयोजित वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का पेपर आउट होने के बाद इस मामले की जांच एसओजी को सौंपी गई थी. एसओजी ने पेपर आउट गिरोह के सरगना शेरसिंह उर्फ अनिल मीना को ओडिशा से पकड़ा था. उससे पूछताछ में आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा का नाम सामने आया था. इस पर एसओजी ने बाबूलाल कटारा के साथ ही उसके ड्राइवर गोपाल सिंह और भांजे विजय को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में खुलासा हुआ कि कटारा ने शेरसिंह को 60 लाख रुपए लेकर पेपर दिया था.
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चलती बस में हल करवाया जा रहा था पेपर : पिछले साल 24 दिसंबर को आरपीएससी की ओर से वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के सामान्य विज्ञान के पेपर से पहले पुलिस ने उदयपुर जिले में कार्रवाई करते हुए चलती बस में पेपर हल करवाने के मामले का खुलासा किया था. बस से 55 अभ्यर्थियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. यह मामला सामने आने के बाद आरपीएससी ने इस पेपर को आउट मानते हुए सामान्य विज्ञान की परीक्षा निरस्त कर दुबारा करवाई थी.