देहरादून : उत्तराखंड में तेजी से साइबर क्राइम पांव पसार रहा है. साइबर ठगी राज्य में सबसे बड़े आर्थिक अपराध के रूप में सामने आया है. पिछले 15 दिन में पांच अलग-अलग शिकायतकर्ताओं से 5.72 करोड़ की धोखाधड़ी की जा चुकी है. इन पांच मामलों में सबसे बड़ा मामला हल्द्वानी के किसान से बीमा पॉलिसी के नाम पर 3.50 करोड़ रुपए की ठगी है. साइबर ठगी के इन सभी मामलों में साइबर क्राइम पुलिस मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
किसान को मोटा मुनाफा का लालच
बता दें कि, पिछले 15 दिन में उत्तराखंड में साइबर धोखाधड़ी से जु़ड़ा सबसे बड़ा मामला हल्द्वानी के रहने वाले एक किसान चंद्र प्रकाश जोशी से जुड़ा है. साइबर क्राइम पुलिस के मुताबिक, शिकायतकर्ता ने तहरीर में बताया कि उन्होंने काफी समय पहले रिलायंस कंपनी में एक बीमा पॉलिसी कराई थी. कुछ दिन पहले अज्ञात लोगों ने उनसे मोबाइल पर संपर्क कर उनकी बीमा पॉलिसी के अंतिम प्रीमियर को जमा कराने और पॉलिसी की रकम को मार्केट में लगा कर मोटा मुनाफा का लालच दिया.
शिकायतकर्ता किसान चंद्र प्रकाश जोशी ने तहरीर में ये भी बताया कि अपराधियों ने उनकी बीमा पॉलिसी के रुपए दिलाने और बाजार में रुपए लगाकर बड़ा मुनाफा दिलाने का झांसा देकर 3.50 लाख की धनराशि धोखे से अलग-अलग बैंक खातों में जमा करवाया गया. धोखाधड़ी की बात समझ आने पर शिकायतकर्ता चंद्र प्रकाश जोशी द्वारा साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया. जिसके तहत इस पूरे धोखाधड़ी के मामले में इंस्पेक्टर ललित जोशी के नेतृत्व में एक टीम इस धोखाधड़ी की विवेचना कर रही है.
₹15000 का डॉगी 66 लाख में
दूसरा मामला देहरादून के मोथरोवाला से जुड़ा है. जहां एक महिला शिकायतकर्ता ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में दिये अपने तहरीर में बताया है कि वो अपनी बेटी के जन्मदिन पर गिफ्ट देने के लिए Just Dial नंबर पर संपर्क कर कुत्ते के बच्चे खरीदने का ऑर्डर दिया. मोबाइल से ऑर्डर देने के दौरान सामने वाले अज्ञात व्यक्ति ने कुत्ते की बच्चे की कीमत ₹15000 बताई. इसी दौरान अज्ञात फोन कॉलर द्वारा महिला को ऑनलाइन पेमेंट के झांसे में लेकर कुत्ते के बच्चे का एडवांस भुगतान और शिपिंग चार्जेस के नाम पर 66 लाख 39 हजार 600 रुपए अलग-अलग बैंक खाते में ट्रांसफर कर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया. इस मामले में पुलिस ने महिला की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर अज्ञात अभियुक्तों की जांच पड़ताल कर गिरफ्तारी की कार्रवाई शुरू कर दी है.
पॉलिसी के नाम पर ठगी
तीसरा मामला देहरादून के रायपुर क्षेत्र का है. जहां एक महिला ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए जानकारी दी कि उनके भाई द्वारा LIC में एक बीमा पॉलिसी कराई गई थी. लेकिन कुछ समय से किस्त जमा न होने के कारण LIC बंद हो गई थी. ऐसे में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा उनके भाई से मोबाइल के माध्यम से संपर्क कर LIC की किस्त जमा करने और उसे अच्छे लाभ प्राप्त करने के लिए मार्केट में लगाने की बात कहकर झांसे में लिया और धोखे से 65 लाख रुपए की धनराशि अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कराई गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने शिकायतकर्ता महिला और उसके भाई के प्रार्थना पत्र के आधार पर मुकदमा दर्ज कर करवाई शुरू कर दी है.
क्रिप्टो करेंसी खरीदने के नाम पर धोखाधड़ी
चौथा फाइबर धोखाधड़ी का मामला भी देहरादून के थाना डोईवाला क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले हर्रावाला क्षेत्र का है. यहां शिकायतकर्ता ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि उन्हें कुछ दिन पहले अज्ञात कॉलर द्वारा ऑनलाइन ट्रेडिंग व्यापार के नाम पर 3.30 करोड़ का लाभ दिखाया गया. इसी दौरान उनके द्वारा एक फर्जी साइट fixmart.Com के जरिए इन्वेस्टमेंट करने की बात कही गई. लगातार मोटा मुनाफा दिलाने का लालच देकर साइबर अपराधियों ने 60 लाख रुपये की क्रिप्टो करेंसी खरीदने के नाम पर धोखाधड़ी की. इस मामले में साइबर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी की कवायद तेज कर दी है.
मोटा मुनाफा दिलाने का झांसा
वहीं, पांचवा फाइबर धोखाधड़ी का मामला भी देहरादून के थाना रायपुर क्षेत्र का है. साइबर क्राइम पुलिस को शिकायत दर्ज कराते हुए एक व्यक्ति द्वारा बताया गया कि उन्होंने कुछ समय पहले बीमा पॉलिसी कराई थी. इसी जानकारी के आधार पर कुछ दिन पहले अज्ञात लोगों ने मोबाइल पर संपर्क कर उनकी बीमा पॉलिसी के अंतिम प्रीमियर को जमा कराने और पॉलिसी की रकम को मार्केट में निवेश कर मोटा मुनाफा दिलाने का झांसा दिया. अज्ञात मोबाइल कॉलर के झांसे में आकर शिकायतकर्ता ने 29 लाख 87 हजार 448 रुपए अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कराई. शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर साइबर अपराधियों की धरपकड़ तेज कर दी गई है.
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