आगराः आगरा पुलिस ने जगनेर कस्बा के ब्रह्माकुमारी आश्रम में दो सगी बहनों के आत्महत्या मामले के मुख्य आरोपी नीरज को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी 13 दिन से पुलिस को चकमा दे रहा था. उसकी तलाश में पुलिस की चार टीमें लगी थीं. पुलिस की छापेमारी के चलते आरोपी समर्पण करने की फिराक में था. इससे पहले ही पुलिस ने उसे दबोच लिया. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने आत्महत्या करने वाली दोनों बहनों से लेनदेन का विवाद स्वीकारा है.
मुख्य आरोपी नीरज को पुलिस ने किया गिरफ्तार.
बीती दस नवंबर को दो बहनों ने दी थी जान
बीती 10 नवंबर को जगनेर कस्बा स्थित ब्रह्माकुमारी संस्थान आश्रम में दो सगी बहनें एकता (38) और शिखा (34) ने कमरे में आत्महत्या की थी. आत्महत्या से पहले दोनों बहनों ने सुसाइड नोट लिखा था. यह संस्थान के सोशल मीडियो ग्रुप में शेयर किया था. इस पर पुलिस ने दोनों बहनों के भाई तांतपुर निवासी सोनू सिंघल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया था. इसमें धौलपुर के संतरा रोड बाजे वाली गली निवासी नीरज, पिता तारा चंद सिंघल, बल्केश्वर निवासी गुडड्न और पोरसा मुरैना निवासी पूनम को आरोपी बनाया था. पुलिस पहले ही आरोपी ताराचंद, गुड्डन और पूनम को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
पुलिस पहले ही आरोपी ताराचंद, गुड्डन और पूनम को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. चार टीमें लगाई गईं थींएसीपी खेरागढ़ महेश कुमार ने बताया कि सगी बहनों की आत्महत्या के मामले में आरोपी नीरज पहले दिन से फरार था. उसकी तलाश में ग्वालियर, जयपुर, उदयपुर, पाली, माउंट आबू और गुजरात में भी पुलिस टीमें गईं थीं. आरोपी हर संभावित स्थान पर नहीं मिला था. सरेंडर से पहले दबोचाडीसीपी सोनम कुमार ने बताया कि फरार आरोपी की तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुईं थी. बुधवार को पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी नीरज चंदसौरा बार्डर पर देखा गया है. वह कोर्ट में समपर्ण करने की फिराक में आया है. इस पर पुलिस टीम ने उसकी घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया. लेनदेन का था विवाद, नंबर कर दिए थे ब्लॉक पुलिस की पूछताछ में आरोपी नीरज ने स्वीकार किया कि उसका एकता और शिखा से पैसों का विवाद था. पैसों के विवाद को लेकर दोनों बहनें उसको फोन करती थीं. उसे जगनेर बुलाती थीं. बार बार फोन करने पर उसने दोनों बहनों के नंबर ब्लाक कर दिए थे. इससे दोनों बहनें तनाव और अवसाद में थीं क्योंकि, आश्रम के लिए दोनों बहनों ने खुद के प्रयास और जन सहयोग से 25 लाख रुपये जमा किए थे. इस रकम को नीरज व अन्य आरोपियों ने अपने पास रख लिया और मांगे जाने पर रकम नहीं लौटाई थी. संस्थान ने जारी किया था सरकुलर जगनेर के ब्रह्माकुमारी आश्रम में आत्महत्या की घटना के बाद ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय प्रजापिता विश्वविद्यालय से सभी केंद्रों को सरकुलर जारी किया था. इसमें सभी से अपील की गई है कि अगर किसी भी बहन को कोई परेशानी है तो मुख्यालय को सूचित करें. वरिष्ठ और जिम्मेदार लोगों को बताएं, उनकी हर समस्या का समाधान किया जाएगा. दोषियों को मिले सजाब्रह्माकुमारी केंद्र में सगी बहनों के आत्महत्या करने से परिवार सदमे में है. परिवार की मांग है कि जगनेर के ब्रह्माकुमारी आश्रम को उनकी बहनों की स्मृति में शिक्षा संस्थान के रूप में इस्तेमाल किया जाए. उनके सुसाइड नोट की हर बिंदु से जांच करायी जाए. दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. ये भी पढ़ेंः सगी बहनों की आत्महत्या का मामला: ब्रह्मकुमारी संस्थान करा रहा जांच, आरोपियों को आशाराम बापू जैसी सजा मिले