जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने करौली में तेजस्वी सूर्या के पहुंचने को लेकर हुए हंगामे का जवाब दिया है. इस दौरान उन्होंने यह आरोप लगाया कि भाजपा इसे मुद्दा बनाकर आग लगाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने सूर्या का नाम लेकर कहा कि, भले ही उनका नाम तेजस्वी सूर्या है लेकिन वह यहां किस काम से आए थे यह सबको पता है. गहलोत ने कहा कि हमने पहले भी कहा था कि ये लोग आग लगाने का काम कर रहें हैं.
थपथपाई अपनी पीठ: गहलोत ने कहा कि करौली की जो घटना हुई उसके बाद मैंने 2 दिन तक एसपी की मीटिंग ली और निर्देश दिए कि अब आगे ऐसी कोई घटना नहीं होनी चाहिए. वहीं रामनवमी समारोह पर धारा 144 को लेकर चौतरफा हमला झेल रहे गहलोत ने सफाई भी दी. उन्होंने कहा कि पुलिस के साथ मीटिंग के कारण ही (CM Gehlot praises Rajasthan police) रामनवमी के दिन सब धर्मों के लोगों ने यात्राओं का स्वागत किया, जबकि देश के कई राज्यों में दंगे भड़क गए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जिस समय हम करौली की घटना के बाद रामनवमी को लेकर चिंतित थे कि कोई ऐसी घटना न घट जाए उस समय हमें संतोष है कि पुलिस विभाग और डीजी ने खुद ने मॉनिटरिंग की और जिलों के एसपी ने व्यवस्था को चाक-चौबंद रखा.
MP में बुलडोजर पर दी कानून की दुहाई: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मध्य प्रदेश में मकानों पर चले बुलडोजर की भी निंदा की. सीएम ने नाराजगी भरे लहजे में सवाल किया कि मकान तोड़ने का अधिकार सरकार को किसने दिया? ये अधिकार तो मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के पास भी नहीं होता कि बिना किसी तफ्तीश के किसी का मकान तोड़ दे. उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान सरकार के पास भी उनके मकानों पर बुलडोजर चलाने का अधिकार नहीं है जो करौली में अरेस्ट हुए हैं. मकान तोड़ने या सजा देने का अधिकार केवल कानून के पास है. आज कानून के अंतर्गत अगर आप काम नहीं करोगे तो आज भले ही खुश हो रहे हो लेकिन कल दुखी होना पड़ेगा. गहलोत ने यह भी कहा कि क्या ऐसे राज चलता है, देश में संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं. लोकतंत्र को खतरे में डाल दिया है. देश के नौजवानों को समझना होगा, अगर इनके हथकंडे को नहीं समझे तो सब को भुगतना पड़ेगा.
यह भी पढ़ें-सीएम अशोक गहलोत का आरोप, केंद्र के इशारे पर भाजपा ने बिगाड़ा राजस्थान का माहौल
अंबेडकर, पटेल, गांधी को नहीं माना लेकिन...: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय भारत रत्न भीमराव अंबेडकर की जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद कहा कि इन लोगों ने अंबेडकर को कभी नहीं माना. उन्हें स्वीकार नहीं किया और आज उनकी जयंती मना रहे हैं. गहलोत ने कहा कि भाजपा आज गांधी को चुरा रही है. सरदार पटेल जिन्होंने RSS पर बैन लगाया था उनकी मूर्तियां लगा रही हैं ताकि चुनाव में फायदा मिल सके. हमारे संविधान को पूरी दुनिया सम्मान की दृष्टि से देखती है जो हमारे देश के संविधान की मूल भावना है. पूरी दुनिया के देश उसकी कद्र करते हैं.