भरतपुर. राजस्थान के भरतपुर जिले के पसोपा गांव में साधु विजयदास के आत्मदाह करने के बाद रविवार को बीजेपी की उच्च स्तरीय कमेटी घटनास्थल पर पहुंची. कमेटी ने यहां पर घटनास्थल का जायजा लिया और ग्रामीणों व साधुओं से बात की. भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने (Arun Singh in Bharatpur) गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि गांव के लोगों में दहशत का माहौल है. सरकार के लोग एक एक व्यक्ति को डरा-धमका रहे हैं. इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए.
रविवार दोपहर करीब 3 बजे पसोपा में साधु विजय दास द्वारा आत्मदाह करने की घटना की पड़ताल (Arun Singh Alleged Gehlot Government) करने भाजपा की उच्चस्तरीय कमेटी यहां पहुंची. कमेटी में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री व प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, सीकर सासंद सुमेधानंद सरस्वती, पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह, पूर्व पुलिस महानिदेशक एवं सांसद बृजलाल यादव समेत स्थानीय नेता मौजूद थे.
यहां कमेटी ने मौके पर पहुंच कर घटना की जानकारी जुटाई. ग्रामीणों और साधुओं से बात की और घटना की निंदा की. इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि साधु-संतों ने ब्रज चौरासी कोस की परिक्रमा मार्ग, आदिबद्री धाम और कनकांचल धार्मिक स्थलों को (Saints Movement Against Mining) बचाने के लिए आंदोलन किया. लेकिन 551 दिन के आंदोलन के बावजूद सरकार ने साधु-संतों की बात नहीं सुनी. आखिर में साधु विजयदास को हताश और परेशान होकर आत्मदाह जैसा कदम उठाना पड़ा.
प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने (BJP Demands High Level Investigation) मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि पूरे गांव में दहशत का माहौल है. सरकार के लोग स्थानीय लोगों को डराने धमकाने का काम कर रहे हैं. पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. अरुण सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यह किस प्रकार का पाप अपने सिर लेकर जा रहे हो. मंत्रियों को पाप की कमाई की लूट की खुली छूट दे रखी है. कहीं ना कहीं ईश्वर उनको इसकी जरूर सजा देगा.