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राजस्थानः घटती संख्या पर जताई चिंता, कल 200 से अधिक देशों के बर्ड वॉचर एक साथ करेंगे पक्षी गणना - पक्षियों की घटती संख्या पर चिंता

भरतपुर बर्डिंग वीक में शुक्रवार को विशेषज्ञों ने पक्षियों की घटती संख्या पर चिंता जताई. शनिवार को 200 से अधिक देशों के बर्ड वॉचर एक साथ पक्षी गड़ना करेंगे. इस दौरान जानकारों ने केवलादेव की जैव विविधता के संरक्षण पर जोर दिया. और किन पहलुओं पर हुई चर्चा, यहां जानिए...

Bharatpur Birding Week, wild lifer in Bharatpur birding week
घटती संख्या पर जताई चिंता.
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Published : Oct 7, 2022, 9:53 PM IST

भरतपुर. बहुप्रतीक्षित भरतपुर बर्डिंग वीक का शुक्रवार को द बाग होटल में शुभारंभ किया गया. 7 अक्टूबर से 9 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले इस आयोजन में (Bharatpur Birding Week) पक्षी विशेषज्ञों के साथ ही काफी संख्या में विद्यार्थी भी भाग ले रहे हैं. उद्घाटन सत्र में पक्षी विशेषज्ञों ने केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में घटती पक्षी संख्या और पक्षी प्रजातियों पर चिंता जताई.

ऐसे में विशेषज्ञों ने उद्यान की जैव विविधता के संरक्षण पर जोर दिया. बर्डिंग वीक के तहत दूसरे दिन (Bird Counting on 8th October) शनिवार को न केवल भरतपुर, बल्कि 200 से अधिक देशों के बर्ड वॉचर एक साथ अलग-अलग क्षेत्र और अलग-अलग देश में पक्षी प्रजातियों की गणना करेंगे. उद्घाटन सत्र में बोलते हुए आरडी गर्ल्स कॉलेज के प्राचार्य एवं पक्षी विशेषज्ञ डॉ. धीरेंद्र देवर्षि ने कहा कि केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में पहले काफी संख्या में वल्चर मिलते थे. साथ ही साइबेरियन क्रेन आते थे, लेकिन 2002 के बाद साइबेरियन क्रेन आना बंद हो गए.

घटती संख्या पर जताई चिंता.

कई अन्य प्रजातियों के पक्षी भी यहां आना बंद हो गए. ये उद्यान के लिए चिंता की बात है. हमें उद्यान की जैव विविधता के संरक्षण पर काम करना होगा. साथ देश और दुनिया में वेटलैंड के लिए प्रसिद्ध उद्यान के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने के लिए सरकार को भी उचित कदम उठाने की जरूरत है. उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि सुमित बंसल, विष्णु सिंह समेत कई पक्षी विशेषज्ञों ने एमएसजे कॉलेज, आरडी गर्ल्स कॉलेज, न्यू टैगोर पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों को वन्यजीवों की सुरक्षा और उसके महत्व के बारे में जानकारी दी.

कल एक साथ की जाएगी बर्ड वाचिंग : अंसार खान ने बताया कि बर्डिंग वीक के तहत कल शनिवार सुबह बर्ड वॉचर की अलग-अलग टीमें केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, बंध बारैठा, बयाना आदि क्षेत्रों के लिए रवाना होंगी. सभी टीमें अपने अपने क्षेत्र में पक्षियों की अलग अलग प्रजातियों की फोटो के साथ ऑनलाइन जानकारी दर्ज करेंगी. इस दौरान न केवल भरतपुर, बल्कि पूरे भारत देश और करीब 200 से अधिक देशों के बर्ड वॉचर पक्षियों की प्रजातियों की जानकारी ऑनलाइन अपलोड करेंगे.

पढ़ें : भरतपुर बर्डिंग वीक में पक्षियों के संसार से होंगे रूबरू, वाइल्ड लाइफर करेंगे पक्षियों की प्रजाति की गणना

9 अक्टूबर को बर्डिंग वीक की क्लोजिंग सेरेमनी आयोजित की जाएगी, जिसमें एमएस जे कॉलेज, आरडी गर्ल्स कॉलेज के विद्यार्थी मौजूद रहेंगे. साथ ही केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, बीएनएचएस, डबल्यू डबल्यू एफ, ई-बर्फिंग इंडिया, वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहेंगे. उद्घाटन के अवसर पर डब्ल्यूडब्ल्यूएफ से रितिका गौरव, पीसी कटेला, सुनीता पांडे, प्रमिला, लक्ष्मण सिंह, डीडी शर्मा, गजेंद्र, महेंद्र समेत कई नेचर गाइड और पक्षी प्रेमी मौजूद थे.

भरतपुर. बहुप्रतीक्षित भरतपुर बर्डिंग वीक का शुक्रवार को द बाग होटल में शुभारंभ किया गया. 7 अक्टूबर से 9 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले इस आयोजन में (Bharatpur Birding Week) पक्षी विशेषज्ञों के साथ ही काफी संख्या में विद्यार्थी भी भाग ले रहे हैं. उद्घाटन सत्र में पक्षी विशेषज्ञों ने केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में घटती पक्षी संख्या और पक्षी प्रजातियों पर चिंता जताई.

ऐसे में विशेषज्ञों ने उद्यान की जैव विविधता के संरक्षण पर जोर दिया. बर्डिंग वीक के तहत दूसरे दिन (Bird Counting on 8th October) शनिवार को न केवल भरतपुर, बल्कि 200 से अधिक देशों के बर्ड वॉचर एक साथ अलग-अलग क्षेत्र और अलग-अलग देश में पक्षी प्रजातियों की गणना करेंगे. उद्घाटन सत्र में बोलते हुए आरडी गर्ल्स कॉलेज के प्राचार्य एवं पक्षी विशेषज्ञ डॉ. धीरेंद्र देवर्षि ने कहा कि केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में पहले काफी संख्या में वल्चर मिलते थे. साथ ही साइबेरियन क्रेन आते थे, लेकिन 2002 के बाद साइबेरियन क्रेन आना बंद हो गए.

घटती संख्या पर जताई चिंता.

कई अन्य प्रजातियों के पक्षी भी यहां आना बंद हो गए. ये उद्यान के लिए चिंता की बात है. हमें उद्यान की जैव विविधता के संरक्षण पर काम करना होगा. साथ देश और दुनिया में वेटलैंड के लिए प्रसिद्ध उद्यान के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने के लिए सरकार को भी उचित कदम उठाने की जरूरत है. उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि सुमित बंसल, विष्णु सिंह समेत कई पक्षी विशेषज्ञों ने एमएसजे कॉलेज, आरडी गर्ल्स कॉलेज, न्यू टैगोर पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों को वन्यजीवों की सुरक्षा और उसके महत्व के बारे में जानकारी दी.

कल एक साथ की जाएगी बर्ड वाचिंग : अंसार खान ने बताया कि बर्डिंग वीक के तहत कल शनिवार सुबह बर्ड वॉचर की अलग-अलग टीमें केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, बंध बारैठा, बयाना आदि क्षेत्रों के लिए रवाना होंगी. सभी टीमें अपने अपने क्षेत्र में पक्षियों की अलग अलग प्रजातियों की फोटो के साथ ऑनलाइन जानकारी दर्ज करेंगी. इस दौरान न केवल भरतपुर, बल्कि पूरे भारत देश और करीब 200 से अधिक देशों के बर्ड वॉचर पक्षियों की प्रजातियों की जानकारी ऑनलाइन अपलोड करेंगे.

पढ़ें : भरतपुर बर्डिंग वीक में पक्षियों के संसार से होंगे रूबरू, वाइल्ड लाइफर करेंगे पक्षियों की प्रजाति की गणना

9 अक्टूबर को बर्डिंग वीक की क्लोजिंग सेरेमनी आयोजित की जाएगी, जिसमें एमएस जे कॉलेज, आरडी गर्ल्स कॉलेज के विद्यार्थी मौजूद रहेंगे. साथ ही केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, बीएनएचएस, डबल्यू डबल्यू एफ, ई-बर्फिंग इंडिया, वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहेंगे. उद्घाटन के अवसर पर डब्ल्यूडब्ल्यूएफ से रितिका गौरव, पीसी कटेला, सुनीता पांडे, प्रमिला, लक्ष्मण सिंह, डीडी शर्मा, गजेंद्र, महेंद्र समेत कई नेचर गाइड और पक्षी प्रेमी मौजूद थे.

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