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हाथरस केस : मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिजनों से की बात, 25 लाख देने की घोषणा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई युवती के पिता से बात की. सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मृतका के परिवार के एक सदस्य को कनिष्ठ सहायक के पद पर नौकरी दी जाएगी. 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद भी दी जा रही है. साथ ही सूडा योजना के तहत हाथरस शहर में एक घर भी दिया जाएगा. वहीं मामले में बुधवार की शाम एक तीन सदस्यीय टीम पहुंची. टीम के प्रमुख भगवान सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है. सात दिन में रिपोर्ट सासन को सौंपनी है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
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Published : Sep 30, 2020, 9:23 PM IST

Updated : Oct 1, 2020, 10:13 AM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई युवती के पिता से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की. युवती के पिता ने मुख्यमंत्री से दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. मुख्यमंत्री ने उन्हें ऐसा ही होने का भरोसा दिलाया है.

पीड़िता के पिता से बात करके योगी आदित्यनाथ.
पीड़िता के पिता से बात करके योगी आदित्यनाथ.

वहीं मामले की जांच एसआईटी ने शुरू कर दी है. टीम ने थाना चंदपा पहुंचकर मामले से संबंधित पत्रावली देखी और पूछताछ कर जानकारी हासिल की. टीम के प्रमुख भगवान सिंह ने बताया कि हमें जांच पूरी करने के लिए सात दिन का समय मिला है. हमें जांच शुरू करनी थी. प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है. मामले की जांच में समय निर्धारित किया गया है. निर्धारित समय में ही है जांच करनी होगी. उन्होंने बताया कि कई लोग हैं, जिसमें पुलिस के लोग भी, बाकी और भी लोग हैं, अभिलेख हैं. यह डायनेमिक हो सकता है. जांच में आगे कुछ और तथ्य भी निकल कर आ सकते हैं. उन्होंने बताया कि सात दिन में जांच पूरी कर शासन को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी.

हाथरस पहुंची एसआईटी की टीम.

दिल्ली से भाजपा सांसद हंसराज हंस ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को उन अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने हाथरस की दुष्कर्म पीड़िता के शव का जल्दबाजी में अंतिम संस्कार कर दिया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को लिखे पत्र में हंस ने यह भी अनुरोध किया कि मृतका को न्याय मिलना चाहिए और दोषियों को ऐसी सजा मिलनी चाहिए कि भविष्य में दोबारा कोई ऐसा कृत्य करने की हिम्मत न कर सके. हंस ने लिखा उन अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा जाना चाहिए जिन्होंने मृतका के परिवार की अनुमति के बिना शव का रात में दो बजे अंतिम संस्कार कर दिया. यदि कोई अधिकारी दोषी पाया जाता है तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए

सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मृतका के परिवार के एक सदस्य को कनिष्ठ सहायक के पद पर नौकरी दी जाएगी. 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद भी दी जा रही है. साथ ही सूडा योजना के तहत हाथरस शहर में एक घर भी दिया जाएगा.

मुख्यमंत्री योगी के आदेश के बाद गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआईटी टीम मामले की जांच करेगी. एसआईटी में दलित और महिला अधिकारी भी शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने पूरे मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में लाने का निर्देश दिया है. इस मामले में सभी चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं.

हाथरस गैंगरेप पीड़िता के पिता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी से मेरी बात हुई. मुख्यमंत्री ने मुझे कहा कि आपकी बेटी के साथ जो घटना हुई है उसमें आपको पूरा इंसाफ मिलेगा, कोई फेरबदल नहीं होगा. सरकार ने हमारी मांग मंजूर कर ली है.

यह भी पढ़ें- बोले विजयवर्गीय- सीएम योगी के प्रदेश में कभी भी पलट जाती है गाड़ी

दरिंदगी की शिकार हुई हाथरस की पीड़िता ने मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया. 14 सितंबर को चार दरिंदों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और उसे मौत के मुंह में धकेल दिया. पुलिस इस मामले में चारों आरोपितों को जेल भेज चुकी है. देर रात लड़की का शव हाथरस पहुंचाया गया, जहां पुलिस की निगरानी में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया. युवती की मौत से लोगों में जबर्दस्त आक्रोश है. आरोपितों को फांसी देने की मांग को लेकर हाथरस में कई जगह प्रदर्शन हुए.

सांसद हंसराज हंस ने योगी को लिखा पत्र
दिल्ली से भाजपा सांसद हंसराज हंस ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को उन अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने हाथरस की दुष्कर्म पीड़िता के शव का जल्दबाजी में अंतिम संस्कार कर दिया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को लिखे पत्र में हंस ने यह भी अनुरोध किया कि मृतका को न्याय मिलना चाहिए और दोषियों को ऐसी सजा मिलनी चाहिए कि भविष्य में दोबारा कोई ऐसा कृत्य करने की हिम्मत न कर सके. हंस ने लिखा उन अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा जाना चाहिए जिन्होंने मृतका के परिवार की अनुमति के बिना शव का रात में दो बजे अंतिम संस्कार कर दिया. यदि कोई अधिकारी दोषी पाया जाता है तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई युवती के पिता से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की. युवती के पिता ने मुख्यमंत्री से दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. मुख्यमंत्री ने उन्हें ऐसा ही होने का भरोसा दिलाया है.

पीड़िता के पिता से बात करके योगी आदित्यनाथ.
पीड़िता के पिता से बात करके योगी आदित्यनाथ.

वहीं मामले की जांच एसआईटी ने शुरू कर दी है. टीम ने थाना चंदपा पहुंचकर मामले से संबंधित पत्रावली देखी और पूछताछ कर जानकारी हासिल की. टीम के प्रमुख भगवान सिंह ने बताया कि हमें जांच पूरी करने के लिए सात दिन का समय मिला है. हमें जांच शुरू करनी थी. प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है. मामले की जांच में समय निर्धारित किया गया है. निर्धारित समय में ही है जांच करनी होगी. उन्होंने बताया कि कई लोग हैं, जिसमें पुलिस के लोग भी, बाकी और भी लोग हैं, अभिलेख हैं. यह डायनेमिक हो सकता है. जांच में आगे कुछ और तथ्य भी निकल कर आ सकते हैं. उन्होंने बताया कि सात दिन में जांच पूरी कर शासन को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी.

हाथरस पहुंची एसआईटी की टीम.

दिल्ली से भाजपा सांसद हंसराज हंस ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को उन अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने हाथरस की दुष्कर्म पीड़िता के शव का जल्दबाजी में अंतिम संस्कार कर दिया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को लिखे पत्र में हंस ने यह भी अनुरोध किया कि मृतका को न्याय मिलना चाहिए और दोषियों को ऐसी सजा मिलनी चाहिए कि भविष्य में दोबारा कोई ऐसा कृत्य करने की हिम्मत न कर सके. हंस ने लिखा उन अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा जाना चाहिए जिन्होंने मृतका के परिवार की अनुमति के बिना शव का रात में दो बजे अंतिम संस्कार कर दिया. यदि कोई अधिकारी दोषी पाया जाता है तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए

सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मृतका के परिवार के एक सदस्य को कनिष्ठ सहायक के पद पर नौकरी दी जाएगी. 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद भी दी जा रही है. साथ ही सूडा योजना के तहत हाथरस शहर में एक घर भी दिया जाएगा.

मुख्यमंत्री योगी के आदेश के बाद गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआईटी टीम मामले की जांच करेगी. एसआईटी में दलित और महिला अधिकारी भी शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने पूरे मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में लाने का निर्देश दिया है. इस मामले में सभी चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं.

हाथरस गैंगरेप पीड़िता के पिता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी से मेरी बात हुई. मुख्यमंत्री ने मुझे कहा कि आपकी बेटी के साथ जो घटना हुई है उसमें आपको पूरा इंसाफ मिलेगा, कोई फेरबदल नहीं होगा. सरकार ने हमारी मांग मंजूर कर ली है.

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दरिंदगी की शिकार हुई हाथरस की पीड़िता ने मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया. 14 सितंबर को चार दरिंदों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और उसे मौत के मुंह में धकेल दिया. पुलिस इस मामले में चारों आरोपितों को जेल भेज चुकी है. देर रात लड़की का शव हाथरस पहुंचाया गया, जहां पुलिस की निगरानी में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया. युवती की मौत से लोगों में जबर्दस्त आक्रोश है. आरोपितों को फांसी देने की मांग को लेकर हाथरस में कई जगह प्रदर्शन हुए.

सांसद हंसराज हंस ने योगी को लिखा पत्र
दिल्ली से भाजपा सांसद हंसराज हंस ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को उन अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने हाथरस की दुष्कर्म पीड़िता के शव का जल्दबाजी में अंतिम संस्कार कर दिया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को लिखे पत्र में हंस ने यह भी अनुरोध किया कि मृतका को न्याय मिलना चाहिए और दोषियों को ऐसी सजा मिलनी चाहिए कि भविष्य में दोबारा कोई ऐसा कृत्य करने की हिम्मत न कर सके. हंस ने लिखा उन अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा जाना चाहिए जिन्होंने मृतका के परिवार की अनुमति के बिना शव का रात में दो बजे अंतिम संस्कार कर दिया. यदि कोई अधिकारी दोषी पाया जाता है तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए

Last Updated : Oct 1, 2020, 10:13 AM IST
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