नई दिल्ली : कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन में हिस्सा लिया. वह दिल्ली के इंडिया गेट पहुंचे और विरोध कर रहे युवाओं के साथ शामिल हुए.
इस दौरान खुर्शीद ने कहा कि आज युवा सड़कों पर इसलिए उतर आए हैं क्योंकि उन्हें लग रहा है कि देश गलत दिशा की ओर जा रहा है. उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन के खिलाफ युवाओं के विरोध से ये साबित होता है कि आज देश के युवा में कितनी बेचैनी है.
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि युवाओं का विरोध ये दर्शाता है कि आज युवाओं में कितनी बेचैनी है और इसलिए वह भारत के संविधान को बचाने कि लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि देश के युवा को लगता है कि आज देश गलत दिशा की ओर बढ़ रहा है और वह प्रदर्शन इसलिए कर रहे हैं क्योंकि वह इसके लिए खुद को दोषी ठहराया नहीं देखना चाहते.
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश की जनता को विश्वास में नहीं लिया. सलमान ने कहा कि सरकार कानून बना सकती है लेकिन अगर उसमें देश की जनता ही शामिल न हो तो कुछ भी मायने नहीं रखता.
गौरतलब है कि देश के कई हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध किया जा रहा है. इस कानून को इस महीने की शुरूआत में अधिनियमित किया गया था.
आपको बता दें, इस कानून के तहत भारत के तीन पड़ोसी देशों (पाकिस्तान, बांगलादेश और अफगानिस्तान) के उन नागरिकों को भारतीय नागरिकता देते का प्रावधान किया गया है, जो अपने ही देश में धार्मिक प्रताड़ना का शिकार हुए हैं.
इस कानून के तहत केवल इस छह समुदायों के ही लोगों को भारतीय नागरिकता दी जाएगी, जिनमें हिंदू, ईसाई, सिख, पारसी, बौद्ध और जैन धर्म के लोग शामिल हैं. इस कानून के दायरे से मुस्लिम समुदाय के लोगों को बाहर रखा गया है, यानी वह इसके तहत भारत की नागरिकता हासिल नहीं कर सकेंगे.