ETV Bharat / bharat

CAA को लेकर पीएम मोदी के बयान से रामकृष्ण मिशन ने बनाई दूरी

प्रधानमंत्री मोदी ने रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय बेलूर मठ से अपने संबोधन में कहा था कि नया कानून किसी की नागरिकता नहीं लेगा. उन्होंने यह भी कहा था कि युवाओं के एक वर्ग को संशोधित नागरिकता कानून के बारे में गुमराह किया गया है. इस पर रामकृष्ण मठ एवं मिशन ने कहा कि वह एकदम गैर राजनीतिक निकाय है, जो क्षणिक आह्वानों पर जवाब नहीं देता. पढे़ं पूरा विवरण...

ramkrishna-mission-on-statement-of-pm-over-caa
रामकृष्ण मठ एवं मिशन के साथ मोदी
author img

By

Published : Jan 12, 2020, 7:28 PM IST

बेलूर (पश्चिम बंगाल) : रामकृष्ण मठ एवं मिशन ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान से दूरी बना ली और कहा कि वह एकदम गैर राजनीतिक निकाय है, जो क्षणिक आह्वानों पर जवाब नहीं देता.

गौरतलब है कि रविवार दिन में प्रधानमंत्री मोदी ने रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय बेलूर मठ से अपने संबोधन में कहा था कि नया कानून किसी की नागरिकता नहीं लेगा. उन्होंने यह भी कहा था कि युवाओं के एक वर्ग को संशोधित नागरिकता कानून के बारे में गुमराह किया गया है.

रामकृष्ण मठ एवं मिशन के महासचिव स्वामी सुविरानंद ने कहा, 'यह संगठन सीएए पर प्रधानमंत्री के भाषण पर कोई टिप्पणी नहीं करेगा. हम बिल्कुल गैर राजनीतिक संगठन हैं. हम सनातन आह्वानों का जवाब देने के लिए अपना घर छोड़कर यहां आए हैं. हम क्षणिक आह्वानों का जवाब नहीं देते.'

पढ़ें : PM मोदी को 200 शिक्षाविदों और कुलपतियों का पत्र, शिक्षण संस्थाओं पर जताई चिंता

उन्होंने कहा कि मिशन समावेशिता में विश्वास करता है. उन्होंने कहा, 'हम समावेशी संगठन हैं, जिसमें हिन्दू, इस्लाम और ईसाई समुदायों के संत हैं. हम एक ही माता-पिता की संतान की भांति रहते हैं.'

स्वामी सुविरानंद ने कहा, 'हमारे लिए, नरेंद्र मोदी भारत के नेता हैं और ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की नेता हैं.'

बेलूर (पश्चिम बंगाल) : रामकृष्ण मठ एवं मिशन ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान से दूरी बना ली और कहा कि वह एकदम गैर राजनीतिक निकाय है, जो क्षणिक आह्वानों पर जवाब नहीं देता.

गौरतलब है कि रविवार दिन में प्रधानमंत्री मोदी ने रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय बेलूर मठ से अपने संबोधन में कहा था कि नया कानून किसी की नागरिकता नहीं लेगा. उन्होंने यह भी कहा था कि युवाओं के एक वर्ग को संशोधित नागरिकता कानून के बारे में गुमराह किया गया है.

रामकृष्ण मठ एवं मिशन के महासचिव स्वामी सुविरानंद ने कहा, 'यह संगठन सीएए पर प्रधानमंत्री के भाषण पर कोई टिप्पणी नहीं करेगा. हम बिल्कुल गैर राजनीतिक संगठन हैं. हम सनातन आह्वानों का जवाब देने के लिए अपना घर छोड़कर यहां आए हैं. हम क्षणिक आह्वानों का जवाब नहीं देते.'

पढ़ें : PM मोदी को 200 शिक्षाविदों और कुलपतियों का पत्र, शिक्षण संस्थाओं पर जताई चिंता

उन्होंने कहा कि मिशन समावेशिता में विश्वास करता है. उन्होंने कहा, 'हम समावेशी संगठन हैं, जिसमें हिन्दू, इस्लाम और ईसाई समुदायों के संत हैं. हम एक ही माता-पिता की संतान की भांति रहते हैं.'

स्वामी सुविरानंद ने कहा, 'हमारे लिए, नरेंद्र मोदी भारत के नेता हैं और ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की नेता हैं.'

Intro:Body:

सीएए पर प्रधानमंत्री के बयान पर टिप्पणी नहीं करेंगे : रामकृष्ण मिशन



बेलूर (पश्चिम बंगाल), (भाषा) रामकृष्ण मठ एवं मिशन ने संशोधित नागरिकता कानून : सीएए : पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान से रविवार को दूरी बना ली और कहा कि वह एकदम गैर राजनीतिक निकाय है जो ‘क्षणिक’ आह्वानों पर जवाब नहीं देता.



प्रधानमंत्री ने रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय बेलूर मठ से अपने संबोधन में कहा था कि नया कानून किसी की नागरिकता नहीं लेगा. उन्होंने यह भी कहा था कि युवाओं के एक वर्ग को संशोधित नागरिकता कानून के बारे में गुमराह किया गया है.



रामकृष्ण मठ एवं मिशन के महासचिव स्वामी सुविरानंद ने कहा, 'यह संगठन सीएए पर प्रधानमंत्री के भाषण पर कोई टिप्पणी नहीं करेगा. हम बिल्कुल गैर राजनीतिक संगठन है. हम सनातन आह्वानों का जवाब देने के लिए अपना घर छोड़कर यहां आये हैं. हम क्षणिक आह्वानों का जवाब नहीं देते.'



उन्होंने कहा कि मिशन समावेशिता में विश्वास करता है.



उन्होंने कहा, ' हम समावेशी संगठन हैं जिसमें हिंदू, इस्लाम और ईसाई समुदायों के संत हैं. हम एक ही माता पिता की संतान की भांति रहते हैं.'



स्वामी सुविरानंद ने कहा, ' हमारे लिए, नरेंद्र मोदी भारत के नेता हैं और ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की नेता हैं.'


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.