जयपुर : विधायकों को प्रलोभन देकर राज्य की निर्वाचित कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के प्रयासों के आरोपों पर राजस्थान पुलिस के विशेष कार्यबल (एसओजी) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट व सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी को बयान देने के लिए नोटिस जारी किया है.
गौरतलब है कि राज्यसभा चुनाव से पहले राजस्थान की राजनीति में विधायकों की खरीद-फरोख्त का मामला सामने आया था. सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी की तरफ से इस पूरे प्रकरण को लेकर एसओडी (Special Operation Group) मुख्यालय में एक परिवाद दिया गया था. उस परिवाद की जांच एसओजी की ओर से की जा रही है.
हालांकि, उस परिवाद में न तो किसी व्यक्ति का नाम और न ही नंबर मेंशन किया गया था. एसओजी ने बीते शुक्रवार को ही इस बारे में एक प्राथमिकी दर्ज की थी.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस मामले में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री व सरकार के मुख्य सचेतक को नोटिस जारी किए गए हैं कि वे अपने-अपने बयान दर्ज करवाएं.
सूत्रों के अनुसार इस मामले में दर्जनभर विधायकों व अन्य लोगों को भी जल्द ही नोटिस जारी किए जा सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि एसओजी ने इस बारे में दो मोबाइल नंबरों की निगरानी से सामने आए तथ्यों के आधार पर राज्य में विधायकों की खरीद-फरोख्त और निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने के आरोपों के संबंध में शुक्रवार को एक मामला दर्ज किया.
एसओजी अधिकारियों के अनुसार इन नंबरों पर हुई बातचीत से ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य सरकार को गिराने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है.
खरीद-फरोख्त मामले में दो नंबर आए सामने
एसओजी व एटीएस एडीजी अशोक कुमार राठौड़ ने बताया कि विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने जो परिवाद एसओजी में दर्ज कराया था, उसकी जांच चल रही है. इसके अलावा एसओजी ने भी अपने स्तर पर इस पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच करते हुए कुछ मंत्रियों और विधायकों के फोन सर्विलांस पर लगाए, जिनसे यह खुलासा हुआ है कि दो ऐसे नंबर हैं, जिनकी ओर से पैसों के लेनदेन और पद का प्रलोभन दिया गया है.
गत 19 जून को राज्य से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव से पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कुछ विधायकों को प्रलोभन दिए जाने का आरोप लगाया था. पार्टी की ओर से इसकी शिकायत विशेष कार्यबल (एसओजी) को की गई.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि राज्य में विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है और करोड़ों रुपए की नकदी जयपुर स्थानांतरित हो रही है.
राज्य विधानसभा में कुल 200 विधायकों में से कांग्रेस के पास 107 विधायक व भाजपा के पास 72 विधायक हैं. राज्य के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी कांग्रेस को है.