नई दिल्ली : भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) की तीन सदस्यीय तथ्यान्वेषी टीम सात दिसंबर को जम्मू कश्मीर रवाना होगी. यह टीम यह आकलन करेगी कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद केंद्रशासित प्रदेश में मीडिया किस प्रकार काम कर रही है.
पीसीआई ने अगस्त में उच्चतम न्यायालय का रुख किया था और उसने कश्मीर टाइम्स की कार्यकारी संपादक अनुराधा भसीन द्वारा दायर याचिका में हस्तक्षेप का समर्थन किया था. याचिका में उन्होंने संचार पर प्रतिबंध हटाने की मांग की थी और कहा था कि वे पत्रकारों के लिए बाधक बन रहे हैं.
दरअसल मामले में हस्तक्षेप के अपने कदम को लेकर आलोचना का सामना करते हुए पीसीआई ने फैसला किया कि अपने पैनल की रिपोर्ट के बाद वह अदालत में विस्तृत जवाब देगी.
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पीसीआई के अध्यक्ष न्यायमूर्ति सी के प्रसाद ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस से एक दिन पहले एक संवाददाता सम्मेलन में इस दौरे की घोषणा की.
उन्होंने कहा कि टीम को पहले जाना था, लेकिन संयोजक के परिवार में शोक होने की वजह से इसमें देरी हुई.
प्रसाद ने कहा कि पहले चार सदस्यों को जाना था लेकिन अब तीन सदस्य जाएंगे.
कश्मीर का दौरा करने वाले तीन सदस्यों में बलविंदर सिंह, कमल नारंग, और सैयद रजा हुसैन रिजवी शामिल हैं.