नई दिल्ली : कोविड-19 संबंधी हालात को देखते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने विभिन्न मंत्रालयों और राज्य सरकारों को परामर्श भेजकर लोगों के मानसिक स्वास्थ्य सहित मानवाधिकार के संरक्षण पर जोर दिया है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
एनएचआरसी ने एक बयान में कहा कि पूरे देश में अभूतपूर्व परिस्थिति को देखते हुए और सबसे असुरक्षित एवं हाशिये पर रह रहे वर्गों पर कोविड-19 महामारी और उसकी वजह से लॉकडाउन का प्रभाव गंभीर चिंता का विषय है.
इसने कोविड-19 महामारी के मानवाधिकार पर असर और भविष्य की रणनीति बनाने के लिए विशेषज्ञों की समिति की गठित की थी.
आयोग ने कहा कि समिति द्वारा असर के आकलन और सिफारिशों के आधार पर उसने महामारी संबंधी हालात में मानसिक स्वास्थ्य के अधिकार की रक्षा के लिए परामर्श जारी किया है.
एनएचआरसी ने मानसिक स्वास्थ्य पर राज्यों और मंत्रालयों को भेजा परामर्श
कोविड 19 से उत्पन्न हालात को देखते हुए मानवाधिकार आयोग ने मंत्रालयों और राज्य सरकारों को परामर्श भेजा है. परामर्श भेजकर लोगों के मानसिक स्वास्थ्य सहित मानवाधिकार के संरक्षण पर जोर दिया है.
नई दिल्ली : कोविड-19 संबंधी हालात को देखते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने विभिन्न मंत्रालयों और राज्य सरकारों को परामर्श भेजकर लोगों के मानसिक स्वास्थ्य सहित मानवाधिकार के संरक्षण पर जोर दिया है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
एनएचआरसी ने एक बयान में कहा कि पूरे देश में अभूतपूर्व परिस्थिति को देखते हुए और सबसे असुरक्षित एवं हाशिये पर रह रहे वर्गों पर कोविड-19 महामारी और उसकी वजह से लॉकडाउन का प्रभाव गंभीर चिंता का विषय है.
इसने कोविड-19 महामारी के मानवाधिकार पर असर और भविष्य की रणनीति बनाने के लिए विशेषज्ञों की समिति की गठित की थी.
आयोग ने कहा कि समिति द्वारा असर के आकलन और सिफारिशों के आधार पर उसने महामारी संबंधी हालात में मानसिक स्वास्थ्य के अधिकार की रक्षा के लिए परामर्श जारी किया है.