भोपाल : लॉकडाउन का प्रकृति पर अच्छा असर हुआ, जिससे नर्मदा नदी का नया रुप देखने को मिल रहा है. नर्मदा बेहद साफ और निर्मल हो गई हैं. जिस पर अब पानी की गुणवत्ता चेक करने वाले प्रोफेसरों ने भी इस पर मुहर लगा दी है. नर्मदा नगरी का पानी जितना साफ 20 साल पहले था, उतना ही साफ फिर से हो गया है.
होशंगाबाद में वनस्पति विज्ञान के प्रोफेसर रवि उपाध्याय ने नर्मदा के पानी का अलग-अलग स्थानों पर परीक्षण किया. जिसमें पानी का पीएच, विजिबिलिटी, घुलित ऑक्सीजन, टोटल कॉलीफॉर्म, टोटल सस्पेंडेड जैसे मानकों पर जांच की गई.
ऐसे साफ हुआ नर्मदा का जल
- नर्मदा के जल में पाए जाने वाले पीएच की मात्रा सात पाई गई.
- घुलित ऑक्सीजन 6 मिलीग्राम/100एमएल मिला, जो जीव-जंतुओं के लिए अच्छा माना जाता है.
- टोटल कोलीफॉर्म की संख्या 1 लीटर पानी में 25 से भी कम है, जिससे पानी साफ हुआ.
होशंगाबाद के प्रसिद्ध सेठानी घाट पर पानी की गुणवक्ता 85 सेमी मीटर मापी गई, जो की सामान्य दिनों मे 25 सेंटीमीटर होती थी. यानी पानी की गुणवत्ता में 75 तक सुधार हुआ. यही वजह है कि, नर्मदा का पानी पूरी तरह से साफ हो गया है.
प्रोफेसर रवि उपाध्याय का कहना है कि, इन सभी मानकों के आधार पर नर्मदा का जल का स्तर एक ग्रेड का हो गया है. जानकारों का कहना है कि, नर्मदा का जल कई सालों बाद इतना शुद्ध और निर्मल हुआ है. जिसे बिना फिल्टर किए भी पिया जा सकता है.