लेह : लद्दाख में लेह के आसमान में शुक्रवार को सैन्य हेलिकॉप्टर और फाइटर जेट को देखा गया. इन गतिविधियों को लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन के बीच चल रहे गतिरोध को देखते हुए काफी अहम माना जा रहा है.
इस बीच, भारतीय वायु सेना ने सुखोई -30, मिराज 2000 और जगुआर लड़ाकू विमानों के बेड़े को वहां स्थानांतरित कर दिया है, जहां से वह कम समय में उड़ान भर सकते हैं.
इसके अलावा पूर्वी लद्दाख सेक्टर में भारतीय सेना के जवानों को हवाई सहायता देने के लिए अपाचे हेलीकॉप्टरों को उन क्षेत्रों के करीब के क्षेत्र में तैनात किया गया है, जहां जमीनी सैनिकों द्वारा कार्रवाई की जा रही है.
साथ ही चिनूक हेलिकॉप्टरों को लेह एयरबेस पर लैंड कराया गया है ताकि वहां से और उसके आसपास से सेना की टुकड़ियों को हस्तांतरित किया जा सके जबकि Mi-17V5 मध्यम-लिफ्ट हेलिकॉप्टर भी सैनिकों और सामान को पहुंचाने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं.
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गौरतलब है कि लेह, श्रीनगर, अवंतिपुर, बरेली, आदमपुर, हलवारा (लुधियाना), अंबाला और सिरसा सहित लद्दाख और तिब्बत क्षेत्र के आसपास कई ठिकानों में भारतीय वायु सेना अपने चीनी समकक्षों के मुकाबिल तैनात है.