मुंबई: महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक तरफ विधानसभा चुनाव की जंग चल रही है. इसके चलते पुलिस से लेकर सरकारी तंत्र तक दिन-रात काम में जुट हुआ है. इसकी बात का फायदा उठाते हुए जिले में लुटेरे एक्टिव हो गए हैं और पुलिस के व्यस्त रहने का फायदा उठा रहे हैं. इस बीच कोल्हापुर से एक ऐसी चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने सबको हैरान कर दिया है.
दरअसल, जिले के एंट्री गेट पर चुनाव आयोग की ओर से निरीक्षण दल बनाए गए हैं. इसी का फायदा लुटेरों ने उठाया और एक व्यापारी से 25 लाख 50 हजार रुपये का कैश लूट लिया. जानकारी के मुताबिक व्यापारी को लूटने से पहले लूटेरों ने एक फर्जी अधिकारियों का दल बनाया था.
संदिग्धों की तलाश शुरू
मामले की जानकारी लगते ही पुलिस की 5 टीमें संदिग्धों की तलाश में रवाना कर दी गई हैं. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता सुभाष लक्ष्मण हरणे एक व्यवसायी हैं और उनके साथ यह घटना मंगलवार को घटित हुई थी.
क्या है पूरा मामला?
सुभाष ने बताया की वह हर रोज की तरह काम निपटाकर मंगलवार की सुबह करीब 5 से 5:20 बजे कार से तावड़े होटल जा रहे थे. तभी 25 से 30 साल की उम्र के पांच अज्ञात लोगों ने उनकी गाड़ी को रोक लिया. यह लोग सूट-बूट पहने हुए थे और गले में सरकारी अधिकारियों के फर्जी पहचान पत्र लटकाए हुए थे.
सुभाष ने कहा कि उन्होंने उनसे कहा कि विधानसभा चुनाव के चलते निरीक्षण चल रहा है और वे कार का निरीक्षण करेंगे. यह कह कर दो-तीन लोगों ने कार की तलाशी लेनी शुरू कर दी. तभी कार में रखा 25 लाख 50 हजार रुपए से भरा बैग फर्जी अधिकारियों के हाथ लग गया. उन्होंने यह कहकर कार्रवाई का डर जताया कि आचार संहिता के दौरान आप इतनी रकम नहीं ले जा सकते.
इस पर सुभाष ने उन्हें यह बताने की कोशिश की कि यह उनके व्यवसाय का पैसा है, लेकिन इस गिरोह ने उन्हें अपनी कार में बिठा लिया और सरनोबटवाड़ी की ओर ले गए. वहां उन्होंने उनकी नकदी और मोबाइल फोन छीन लिया और भाग गए. इस पूरी घटना के बाद जैसे ही सुभाष को एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है, वे सीधे गांधीनगर पुलिस स्टेशन पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई
कोल्हापुर के ही हो सकते हैं संदिग्ध
बता दें कि जिले के शहरों के एंट्री गेट्स पर 150 से अधिक निरीक्षण दल 24 घंटे काम कर रहे हैं. तावड़े होटल क्षेत्र में भी एक आधिकारिक स्थिर निरीक्षण दल है. इस संबंध में गांधीनगर के असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर दीपक जाधव ने जांच के निर्देश दिए और गांधीनगर और स्थानीय अपराध जांच शाखा की पांच टीमें जांच के लिए रवाना हो गईं. हालांकि, इस तरह की लूटपाट से व्यापारी समुदाय में भय का माहौल बना हुआ है. संदिग्ध कोल्हापुर का बताया जा रहा है - पुलिस निरीक्षक दीपक जाधव ने बताया कि संदिग्ध वाहन की पहचान कर ली गई है और आगे की जांच जारी है.
पुलिस का अनुमान है कि लूटपाट करने वाले गिरोह में शामिल कार और संदिग्ध भी कोल्हापुर के ही हैं. साथ ही गांधीनगर थाने की एलसीबी और अपराध शाखा जांच टीम तेजी से जांच कर रही है. इलाके के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई है और फुटेज जब्त कर ली गई है.