नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज 59वीं बार 'मन की बात' कार्यक्रम किया. अपने इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने अयोध्या फैसले पर संयम और धैर्य दिखाने के लिए लोगों की सराहना की है.
इसके पहले उन्होंने एनसीसी दिवस पर नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) कैडेट को शुभकामनाएं दी.
कार्यक्रम को दौरान मोदी ने विभिन्न विषयों पर चर्चा की:-
- 26 नवम्बर को हम ‘संविधान दिवस’ के रूप में मनाते हैं. इस बार संविधान को अपनाने के 70 वर्ष पूरे हो रहे हैं. इस बार इस अवसर पर संसद में विशेष आयोजन होगा और फिर साल भर पूरे देशभर में अलग-अलग कार्यक्रम होंगे.
- कभी-कभी जीवन में छोटी-छोटी चीजें भी हमें बहुत बड़ा सन्देश दे जाती हैं. अगर, हम भी, सिर्फ अपने आस-पास के इलाके को प्लास्टिक के कचरे से मुक्त करने का संकल्प कर लें तो फिर ‘प्लास्टिक मुक्त भारत’ पूरी दुनिया के लिए एक नई मिसाल पेश कर सकता है.
- संयुक्त राष्ट्र ने 2019 को ‘International Year of Indigenous Languages’ घोषित किया है.
- हमारी सभ्यता, संस्कृति और भाषाएं पूरे विश्व को, विविधता में, एकता का सन्देश देती हैं.
- पिथौरागढ़ के धारचूला में, रंग समुदाय के काफी लोग रहते हैं, इनकी, आपसी बोल-चाल की भाषा रगलो है.
- इस समुदाय के लोगों की संख्या, गिनती भर को है. लेकिन रंग भाषा को बचाने के लिए हर कोई जुट गया, चाहे, चौरासी साल के बुजुर्ग दीवान सिंह हों या बाईस वर्ष की युवा वैशाली गर्ब्याल प्रोफेसर हों या व्यापारी, हर कोई, हर सम्भव कोशिश में लग गया.
एनसीसी के बारे में बात करते हुए उन्होंने अपनी यादें भी साझा की. पीएम मोदी ने कहा-
- आमतौर पर हमारी युवा पीढ़ी को फ्रेंडशिप डे बराबर याद रहता है. लेकिन बहुत लोग हैं जिनको एनसीसी दिवस भी उतना ही याद रहता है. मैं एनसीसी के सभी पूर्व और मौजूदा कैडेट को एनसीसी दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूँ.
- मेरा भी सौभाग्य रहा कि मैं भी बचपन में मेरे गाँव के स्कूल में एनसीसी कैडेट रहा, तो मुझे ये अनुशासन, ये यूनिफार्म मालूम है और उसके कारण आत्मविश्वास भी बढ़ता है. ये सारी चीजें बचपन में मुझे एक एनसीसी कैडेट के रूप में अनुभव करने का मौका मिला था.
- एनसीसी यानी राष्ट्रीय कैडेट कोर दुनिया के सबसे बड़े एकीकृत युवा संगठन में एनसीसी एक है. यह एक त्रि-स्तरीय सेवा संगठन है जिसमें सेना, नौ-सेना, वायुसेना तीनों ही शामिल हैं.
- सात दिसम्बर को आर्म्ड फोर्स फ्लैग डे मनाया जाता है. ये वो दिन है जब हम अपने वीर सैनिकों को, उनके पराक्रम को, उनके बलिदान को याद तो करते ही हैं लेकिन योगदान भी करते हैं.
- फिट इंडिया सप्ताह में विद्यार्थियों के साथ-साथ उनके शिक्षक और माता-पिता भी भाग ले सकते हैं
- भारत में #FitIndiaMovement से तो आप परिचित होंगे ही. सीबीएसएई ने एक सराहनीय पहल की है, फिट इंडिया सप्ताह की.
- मैं अनुरोध करता हूं कि सभी स्कूल, फिट इंडिया रैकिंग में शामिल हों और फिट इंडिया यह सहज स्वभाव बने. एक जनांदोलन बने. जागरूकता आए. इसके लिए प्रयास करना चाहिए.
- मेरे युवा-साथी परीक्षाओं के समय हंसते-खिलखिलाते दिखें, अभिभावक तनाव मुक्त, शिक्षक आश्वस्त हों, इसी उद्देश्य को लेकर हम #MannkiBaat के माध्यम से #ParikshaParCharcha नगर सभागार से, एग्जाम वारियर्स के माध्यम से लगातार प्रयास कर रहें हैं.
- असम(नौगांव) के रमेश शर्मा ने लिखा, ब्रहमपुत्र नदी पर एक उत्सव- ब्रहमपुत्र पुष्कर,4-16 नवंबर तक था पर इसकी कोई व्यापक चर्चा नहीं होती है, प्रचार नहीं होता है. आपकी पीड़ा मैं समझ सकता हूं.
- कुम्भ की तरह ही ये उत्सव भी राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देता है और एक भारत, श्रेष्ठ भारत के दर्शन कराता है. इस वर्ष यह ब्रह्मपुत्र नदी पर आयोजित हुआ और आने वाले साल तुंगभद्रा नदी आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में आयोजित होगा.
- अयोध्या मामले पर 9 नवम्बर को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया, तो 130 करोड़ भारतीयों ने फिर ये साबित कर दिया कि उनके लिए देशहित से बढ़कर कुछ नहीं है। देश में, शांति, एकता और सदभावना के मूल्य सर्वोपरि हैं
- हमारी भारत भूमि पर सैकड़ों भाषाएं सदियों से पुष्पित पल्लवित होती रही हैं. हालांकि, हमें इस बात की भी चिंता होती है कि कहीं भाषाएं, बोलियां खत्म तो नहीं हो जाएगी. पिछले दिनों मुझे उत्तराखंड के धारचुला की कहानी पढ़ने मिली. मुझे काफी संतोष मिला.