नई दिल्ली: दिल्ली के AIIMS अस्पताल में भीषण आग लग गई थी इसके बाद कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया है.
एम्स में लगी आग की लपटें फिलहाल काबू होती नहीं दिखाई दे रही है. मरीजों को शिफ्ट करने का काम लगातार जारी है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन खुद इस घटना पर नजर बनाए हुए हैं.
दिल्ली AIIMS में लगी आग भयानक होती जो रही है. बचाव कार्य के लिए गाजियाबाद से NDRF की दो टीमों को बुलाया गया है.
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एम्स में आग पर काबू पाने की खबर के बाद अब एक बार फिर आग भड़कने की खबर आ रही है. इस बार इमरजेंसी से धुआं उठता दिख रहा है.
बता दें कि एम्स में लगी आग पर काबू पा लिया गया है. 34 दमकल का गाड़ियां और 150 दमकल कर्मियों ने कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया.
गौरतलब है कि पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली कार्डियो न्यूरो केंद्र के आईसीयू में भर्ती हैं जो परिसर की एक अलग इमारत में स्थित है.
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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में लगी आग ने अब ओपीडी ब्लॉक और टीचिंग ब्लॉक को अपने दायरे में ले लिया है. लगातार आग की लपटें बढ़ती ही जा रही है. एक के बाद एक अग्निशमन विभाग की गाड़ियां आग को बुझाने की कोशिश में जुटी हुई है.
आपातकालीन वार्ड के पास पीसी ब्लॉक में आग लगने के बाद मरीजों को एबी वार्ड (हड्डी रोग इकाई) से स्थानांतरित किया जा रहा है.अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
आपको बता दें, फायर ब्रिगेड की 34 गाड़ियां अस्पताल में इस वक्त आग बुझाने के लिए पहुंच गई है. जानकारी मिल रही है कि ये आग आपातकालीन लैब के नजदीक लगी है. आग लगने का कारण अस्पताल में हुआ शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है.
एम्स में लगी आग बढ़ती ही जा रही है. फायर बिग्रेड की 34 गाड़ियां आग बुझाने में लगी है लेकिन अभी तक आग पर काबू पाया नहीं जा सका है. आग के कारण इमरजेंसी वार्ड को बंद कर दिया गया है.
घटना के संबंध में दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट जारी किया है. इसमें उन्होंने लिखा है कि आग पर काबू पाने की पूरी कोशिश की जा रही है. इसके साथ ही केजरीवाल ने लोगों से शांति बनाए रखने की भी अपील की है.
आपको बता दें कि जिस जगह पर यह भीषण आग लगी है वह टीचिंग ब्लॉक और ओपीडी का एरिया है. यहां पर लैब टेस्ट भी है. जहां पर मरीजों के सैंपल की जांच की जाती है. ऐसे में केमिकल होने की वजह से या आग और बढ़ती हुई नजर आ रही है.
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आग की घटना के वक्त मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि टीचिंग ब्लॉक से अचानक धुआं निकलने लगा. तभी आग धीरे-धीरे बढ़ती चली गई.उन्होंने बताया कि अभी काफी अलग चिंताजनक है और भीषण आग लगी हुई है.
दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के टीचिंग ब्लॉक में तैनात एक गार्ड ने इमारत में लगी आग सबसे पहले देखी और इसके बाद उन्होंने नियंत्रण कक्ष को सूचना दी तथा अन्य अधिकारियों के साथ राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया.
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राजेश महतो (31) ने कहा, 'मैंने सबसे पहले आग की लपटें देखी. मैंने इस बारे में नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) को सूचना दी, जिसके बाद दमकल विभाग को सूचना दी गई.
एम्स के टीचिंग ब्लॉक में लगी आग के चलते कुछ रोगियों को वहां से हटाना पड़ा, हालांकि इसमें कोई घायल नहीं हुआ. आग से रक्त आदि के नमूने तथा मेडिकल रिपोर्ट नष्ट हो गयी है.
महतो ने कहा, 'शनिवार का दिन था और विभाग आमतौर पर दोपहर एक बजे बंद होता है. जब आग लगी उस वक्त इमारत के अंदर ज्यादा छात्र नहीं थे, जिसके चलते वहां मौजूद छात्रों को समय रहते निकाल लिया गया और कोई हताहत नहीं हुआ.
रोज हजारों की संख्या में इलाज के लिए आने वाले रोगियों और उनके परिजनों को भी आग लगने से काफी समस्या का सामना करना पड़ा.
आग से अस्पताल में आपातकालीन सेवाएं भी प्रभावित हुई.
अस्पताल आए अनिल कुमार (40) ने बताया कि आग लगने के बाद वह इलाज नहीं करा सके.उन्होंने कहा, 'रोगियों ने जब अस्पताल में आग लगने के बारे में सुना तब वे दहशत में आ गये.
दिल्ली अग्निशमन सेवा के एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें शाम करीब पांच बजे आग लगने के बारे में एक फोन कॉल आया और मौके पर दमकल की 34 गाड़ियां भेजी गई.
आग पर काबू पाने क प्रयास किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी है.
दिल्ली के AIIMS अस्पताल के पहले और दूसरी मंजिल पर भीषण आग लगने की खबर आ रही है. फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां अस्पताल में इस वक्त आग बुझाने के लिए पहुंच गई है. जानकारी मिल रही है कि ये आग आपातकालीन लैब के नजदीक लगी है.