नई दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा सशक्त नेतृत्व देश के पास है. राजनाथ ने कहा कि हम स्वाभिमान की चोट को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं. राष्ट्रीय स्वाभिमान सर्वोपरि है.
दो दिवसीय लद्दाख दौरे पर पहुंचे रक्षा मंत्री ने जवानों का हालचाल जाना. सिंह ने इस दौरान सेना के वीरों को अपने हाथों से मिठाई खिलाई.
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत को आजादी भी राष्ट्रीय स्वाभिमान के कारण ही मिली है. उन्होंने सेना को संबोधित करते हुए कहा, सीमा विवाद को सुलाझाने के लिए बातचीत हुई है. इस मामले का हल होना चाहिए. भारत की एक इंच जमीन भी दुनिया की कोई ताकत छू नहीं सकती है. बातचीत से मामला का हल हो तो अच्छा है.
भारत दुनिया का एकलौता देश है जिसने सारे विश्व को शांति का संदेश दिया है . भारत ने किसी भी देश पर कभी आक्रमण नहीं किया है और न ही कभी किसी का एक इंच भी जमीन छीनी है. हम अशांति नहीं चाहते है. हमने कभी किसी भी देश के स्वाभिमान पर चोट नहीं पहुंचाई है. भारत ने सिर्फ अपने सीमा में रहने वाले को अपना नहीं माना है अपितु पूरे विश्व के लोगों को अपना माना है. भारत ने विश्व को 'वसुधैव कुटुम्बकम' का संदेश दिया है.
बता दें कि भारत-चीन सीमा विवाद के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिवसीय दौरे पर लद्दाख पहुंचे है. इस दौरान वह जम्मू-कश्मीर भी जाएंगे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट के जरिए जानकारी दी. रक्षा मंत्री की यात्रा में सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे और प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत भी उनके साथ हैं.
जानकारी के अनुसार वह आज लद्दाख और कल जम्मू-कश्मीर का दौरा करेंगे. राजनाथ सिंह ने कहा कि वह सीमा पर तैनात जवानों से बातचीत करेंगे और सीमा पर हाल ही में बनी स्थितियों की समीक्षा करेंगे.
इस दौरान उनके साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवाने भी मौजूद हैं.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लेह पहुंचकर वहां की सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया. गलवान घाटी में चीन से हुए विवाद के बाद लेह पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और वरिष्ठ सैन्य अफसर जवानों से बातचीत कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि जवानों का बलिदान व्यार्थ नहीं जाएगा. स्वाभिमान पर चोट पहुंचाई तो मुंहतोड़ जवाब देंगे.
बता दें कि गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच तनावपूर्ण स्थितियों के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे लेह पहुंचे हैं.
इससे पूर्व सीमा विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए लेह का दौरा किया था. इसके बाद रक्षा मंत्री का यह दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
बता दें कि चीन से बॉर्डर पर जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लेह का दौरा किया था. पीएम मोदी का ये दौरा अचानक था, जिससे हर कोई चौंक गया था.
पीएम मोदी के साथ इ दौरे पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत भी मौजूद थे. यहां पीएम मोदी को सेना, वायुसेना के अधिकारियों ने वहां की स्थिति की जानकारी दी.
बता दें कि मई महीने से ही चीन और भारत के बीच सीमा को लेकर विवाद की स्थिति बनी हुई है. हालांकि स्थिति में अब धीरे-धीरे सुधार होने की उम्मीद जताई जा रही है.