जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर के देचु थाना क्षेत्र में लोड़ता गांव में रविवार को पाक विस्थापित एक परिवार के 11 लोगों के संदिग्ध हालात में मकान में शव मिले. घटना के बाद कीटनाशक सेवन की आशंका के साथ मौतों पर संदेह गहराया हुआ है. पुलिस को मौका स्थल पर जहरीली दवाइयों के साथ ही कुछ इंजेक्शन मिले हैं.
मामले के बाद पुलिस ने पूरे मकान को सील करने के साथ देर रात तक पुलिस शवों को एंबुलेंस के जरिए जोधपुर भेजा. जहां उनके कोविड सैंपल लिए गए. सोमवार को इनका मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही 11 लोगों की मौतों का खुलासा हो पाएगा. परिवार के एकमात्र बचे सदस्य ने अपने कुछ रिश्तेदारों के खिलाफ आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित किए जाने का आरोप लगाते हुए देचू थाने में इसकी रिपोर्ट दी है.
पुलिस के अनुसार परिवार के लोग खेतीबाड़ी करते थे. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचने के साथ एफएसएल टीम को भी बुलाया गया. रात तक पुलिस मौके का बारीकी से निरीक्षण करने में जुटी हुई है. ग्रामीण पुलिस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील पंवार ने बताया कि सुबह पाक विस्थापित एक परिवार के 11 लोगों के शव उनके मकान में पड़े होने की सूचना मिली थी.
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इनमें परिवार का केवल एक सदस्य जीवित मिला है. प्रथम दृष्टया मौत संदिग्ध प्रतीत होने के साथ वहां पर कीटनाशक दवाई की बू आ रही थी. अंदेशा है किसी कीटनाशक पदार्थ लेने से इनकी मौत हुई है. शवों को पोस्टमार्टम कार्रवाई के लिए देर रात जोधपुर में अस्पताल की मोर्चरी में भिजवाया गया. पुलिस परिवार के एकमात्र बचे सदस्य केवलराम पुत्र बुधाराम से भी पूछताछ कर रही है.
इनकी हुई मौत
पुलिस ने बताया कि इन परिवारों में 40 साल की लक्ष्मी पुत्री बुधाराम, 75 साल का बुधाराम पुत्र पूनाराम, 70 साल की अंतरा देवी पत्नी बुधाराम, 35 साल का रवि पुत्र बुधाराम, 25 साल की प्रिया पुत्री बुधाराम, 11 साल का दयाल पुत्र के वलराम, 22 साल की सुमन पुत्री बुधाराम, 10 साल का दानिश पुत्र केवलराम, 5 साल की दीया पुत्री केवलराम, 12 साल के नैन पुत्र सुरजाराम, 10 साल का मुगदास पुत्र सुरजाराम की मौत हुई है. परिवार का केवलराम पुत्र बुधाराम जीवित मिला है.
गांव में करते थे कृषि कार्य
पुलिस के अनुसार परिवार के लोग गांव में ही कृषि कार्य करते था. मगर उनकी मौत किन परिस्थितियों में हुई, इसकी तफ्तीश गहनता से की जा रही है. इस घटना के बाद गांव भर में सनसनी फैल गई. दूरदराज से अन्य ग्रामीण भी वहां पर एकत्र हो गए. देचू पुलिस थानाधिकारी हनुमानराम, ग्रामीम एसपी राहुल बहारट एएसपी सुनील पंवार के अलावा अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे.
मौका स्थल पर मिले इंजेक्शन और जहरीली दवाइयां
ग्रामीण पुलिस ने मौका स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया तो वहां पर जहरीली दवाइयों के साथ ही कुछ इंजेक्शन मिले हैं. सभी की लेबोरेट्री जांच करवाई जा रही है. अंदेशा जताया जा रहा है कि मृतक लक्ष्मी ने सभी घरवालों के खाने में जहरीली दवाई मिलाकर उन्हें बेहोश किया. उसके बाद सभी को जहरीला इनजेक्शन दे दिया. साथ ही सभी को घसीट कर एक कमरे में सुलाया और लक्ष्मी ने खुद के भी पैर पर इंजेक्शन लगा दिया. जिस से उसकी भी मौत हो गई.
केवलराम ने दी रिपोर्ट
परिवार के एकमात्र बचे सदस्य केवलराम ने पुलिस को अपने कुछ रिश्तेदारों पर आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित किए जाने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दी है. जिसमें पारिवारिक विवाद की बात वह पुलिस को बता रहा है. जिन्होंने पहले भी परिवार के खात्मे की धमकी दी थी. फिलहाल पुलिस ने इस पूरे मामले की गहनता से जांच शुरू की है. साथ ही अंदेशा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस द्वारा इस मामले का खुलासा कर दिया जाएगा.