गुवाहाटी : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा (Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma) ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में असम सौरव और असम गौरव पुरस्कार विजेताओं की घोषणा की. हालांकि राज्य के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार असम वैभव के लिए टाटा के नाम की घोषणा बृहस्पतिवार को ही कर दी गई थी.
उन्होंने कहा कि इन पुरस्कारों के जरिए हम इन लोगों के अपने काम के माध्यम से समाज के लिए योगदान को पहचान देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि ये पुरस्कार स्वर्गीय छोलुंग सुकफा के शासन का जश्न मनाने के अवसर पर दो दिसंबर को असम दिवस पर दिए जाने थे.
सुकफा ने असम में अहोम राजवंश की स्थापना की थी जिसने 600 वर्षों तक राज्य में शासन किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार पुरस्कार 24 जनवरी 2022 को दिए जाएंगे. रतन टाटा को राज्य में कैंसर देखभाल सुविधाओं के प्रति उनके योगदान के लिए असम वैभव पुरस्कार के वास्ते चुना गया है. असम सौरव से सम्मानित किए जाने वाले पांच लोगों में ओलंपिक पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन, कलाकार नील पवन बारुआ और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के राज्य निदेशक लक्ष्मणन एस. शामिल हैं.
प्रोफेसर कमलेंदु देब क्रोरी और डॉ. दीपक चंद जैन को भी क्रमश: शिक्षा और उद्योग प्रबंधन के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए असम सौरव से सम्मानित किया जाएगा. असम गौरव से सम्मानित किए जाने वाले लोगों में राज्य में कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के प्रभारी मुनींद्र नाथ नगाते, महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले डॉ. बसंत हजारिका, एएनएम नर्स नमिता कलीता और आशा कार्यकर्ता बोर्निता मोमिन शामिल हैं.
कलीता ने अब तक करीब एक लाख कोविड खुराक दी है जो महामारी के दौरान किसी व्यक्ति द्वारा दी गयी सबसे अधिक खुराक है जबकि मोमिन ने गांववालों के अंधविश्वासों को दूर करके और जागरूकता पैदा करके सोनितपुर जिले में फुलोगुरी गारा गांव में सफलतापूर्वक टीकाकरण अभियान चलाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि असम वैभव पुरस्कार के तौर पर पांच लाख रुपये नकद, असम सौरव के तौर पर चार लाख रुपये और असम गौरव के तौर पर तीन लाख रुपये नकद दिए जाएंगे.
(पीटीआई-भाषा)