प्यास बुझाने के लिए कब्रिस्तान के कुएं का उपयोग कर रहे आदिवासी, दूषित पानी 3 बच्चों ने गंवाई जान - आदिवासी दिवस पर आदिवासियों को नहीं मिला पानी
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पन्ना। जिला मुख्यालय से महज दो किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत पुरषोत्तमपुर की चांदमारी बस्ती में रहने वाले आदिवासियों को पीने के पानी की कोई सुविधा नहीं है. पानी की प्यास बुझाने के लिए ग्रामीणों के पास केवल कब्रिस्तान में बना कुआं ही सहारा है. इसी कुएं का पानी ग्रामीण पीने के लिए उपयोग करते हैं. बस्ती के निकट ही एक छोटी सी तालाब है. जिसमें मटमैला पानी भरा हुआ है. ग्रामीण इस तालाब का पानी घरेलू स्तेमाल में करते है. गंदे पानी के स्तेमाल से इस बस्ती में बीते 15 दिनों में 3 बच्चों की संदिग्ध मौत हो चुकी है. कई बच्चे बीमार हैं. स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों की मौत और बीमारी का कारण दूषित पानी बताया है. वहीं इस मामले में कलेक्टर का कहना है कि ग्रामीणों के लिए गांव में एक हैंडपंप लगाया जाएगा.