Bakrid 2023: जबलपुर के रानीताल ईदगाह में मनाई जा रही है बकरीद, मौलाना मुफ्ती आजम ने दिया मुबारकबाद
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जबलपुर। शहर की सभी मस्जिदों में ईद उल जुहा की नमाज अदा की गई. रानीताल की ईदगाह में मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना मुफ्ती आजम ने अपनी तकरीर में सभी को ईद की मुबारकबाद दी और लोगों से अमन-चैन के साथ ईद मनाने की अपील की. इस मौके पर जबलपुर जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया है. रानीताल ईदगाह में हजारों लोगों ने एक साथ ईद की नमाज अदा की. इस्लाम की मान्यताओं के अनुसार हजरत इब्राहिम खुदा की इबादत करते थे. उन्हें एक दिन सपना आया कि अपने सबसे अजीज को खुदा के लिए कुर्बान करो, लिहाजा हजरत इब्राहिम ने अपने ऊंट की कुर्बानी दी. लेकिन इसके बाद भी उस सपने ने उनको सोने नहीं दिया और सपने में फिर वही बात दोहराई गई. अपने किसी अजीज को खुदा के लिए कुर्बान करो, इस बार हजरत इब्राहिम ने अपने बेटे स्माइल को खुदा के लिए कुर्बान करने को तैयार किया. लेकिन स्माइल को कुर्बान करने के पहले उन्होंने आंख में पट्टी बांध ली और जब उन्होंने कुर्बानी दी और आंख से पट्टी खोली तो वे आश्चर्यचकित रह गए कि उनका बच्चा जिंदा था और जिसे कुर्बान किया गया था वह एक बकरा था. इस घटना के बाद ऐसा कहा जाता है कि हजरत इब्राहिम का समर्पण देखकर उन्हें पैगंबर बना दिया गया था और इसी के बाद से ईद उल जुहा पर बकरे की कुर्बानी का चलन शुरू हो गया. यह नमाज जबलपुर की एक लंबी परंपरा से जुड़ी हुई है, जिसे मुस्लिम धर्मगुरु मुफ्ती ए आजम करवाते रहे हैं. मुफ्ती ए आजम लोगों को शांति भाईचारे और जकात को लेकर तकरीर करते हैं.