विदिशा| शहडोल जिले से आए करीब 25 परिवार विदिशा कलेक्टर की शरण में पहुंचे हैं. इन लोगों का आरोप है कि सांची के आमखेड़ा गांव के एक युवक ने मजदूरी करवा ली, लेकिन जब पैसे देने की बात आई तो मुकर गया.
शहडोल जिले के मजदूरों को धान की रोपाई करवाने के लिए 250 रुपए प्रतिदिन की मजदूरी देने की बात कह कर अपने साथ लेकर आए, पांच से आठ दिन काम भी करवाया, लेकिन जब मजदूरी देने की बात आई तो अपने वादों से मुकर गया.
मजदूरों ने जब पैसे की मांग की तो आरोपी ने उन्हें जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया. अब ये परिवार जान बचाकर विदिशा कलेक्टर की शरण में पहुंचा हैं, जहां उन्होंने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है.
इस पूरे मामले पर विदिशा तहसीलदार पारुल चौधरी ने कहा है कि लिखित में आवेदन ले लिया गया है. तहसीलदार का कहना है कि ये रायसेन जिले का मामला है और उन्होंने रायसेन के उच्च अधिकारियों को मामले की जानकारी लिखित में भेज दी है. ये परिवार अब शासन से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन परिवारों का मामला विदिशा-रायसेन जिले के बीच उलझा हुआ है.