विदिशा। फसल बर्बाद होने के तनाव से जहर खाने से महिला की मौत के मामले की जांच करने शुक्रवार को सिरोंज प्रशासन की टीम बामौरीशाला पहुंची. यहां यह स्पष्ट हुआ कि घटना वाले दिन सिर्फ मृतका ने ही जहर खाया था, हालांकि प्रशासन यह स्पष्ट नहीं कर सका है कि महिला ने जहर क्यों खाया.
सिरोंज के बामौरीशाला गांव में रहने वाले 60 वर्षीय महिला मायावती की मौत गुरुवार को अशोकनगर के अस्पताल में हो गई थी, मृतका के बेटे मनीष का कहना था कि बुधवार को उसकी मां खेत पर गई थी, वहां फसल की बर्बादी देख कर वह तनाव में आ गई. उन्हें चक्कर आने पर उन्हें पेड़ के नीचे बैठा दिया और समझाइश देकर घर ले आया. करीब एक घंटे बाद मां ने सल्फास खा लिया और बेटा उन्हें लेकर अशोक नगर अस्पताल पहुंचा , जहां उनकी मौत हो गई.
हालांकि मामले को लेकर सिरोंज एसडीएम कुमार शानू देवड़िया का बयान मृतका के बेटे मनीष के बयान से हट कर था, उन्होंने बताया था कि मृतक महिला और उसकी बहू का झगड़ा हुआ था और इसके बाद दोनों ने ही कीटनाशक पी लिया, इसमें महिला की मौत हो गई और बहू का अभी अस्पताल में इलाज चल रहा था.
मामले की पड़ताल की तो मृतक महिला के बेटे चंद्रमोहन ने स्पष्ट किया कि हमारे घर में कोई विवाद नहीं हुआ है और न ही मेरी मां के अलावा घर में किसी ने जहर खाया है, घर में सभी स्वस्थ हैं, जिसको लेकर ईटीवी ने एसडीएम से भी चर्चा की और हकीकत से रूबरू कराया.
शाम को बयान लेने पहुंची प्रशासन की टीम
एसडीएम के निर्देश पर मामले की जांच करने के लिए नायब तहसीलदार रामेश्वर दांगी के नेतृत्व में प्रशासन की टीम भी बामौरीशाला पहुंची. टीम ने मृतका के घर पंहुचकर कर मामले की जानकारी ली.