ETV Bharat / state

कहां गए जिम्मेदार अधिकारी ? कियोस्क सेंटर के बाहर लगी लंबी लाइन, नहीं है सोशल डिस्टेंसिंग की कोई परवाह - एमपी कोरोना न्यूज

श्मशाबाद कियोस्क बैंक के सामने बड़ी संख्या में खड़े मजदूर बैंक से 500 रूपये मिलने का इंतजार कर रहे हैं. भीड़ इतनी ज्यादा है कि न इन्हें महामारी का ख्याल है, न इन्हें लॉकडाउन के पालन करने की परवाह है, और न ही इन्हें सोशल डिस्टेंसिंग बनाएं रखने कि चिंता है.

Where have
श्मशाबाद कियोस्क
author img

By

Published : Apr 14, 2020, 9:02 PM IST

विदिशा। कोरोना महामारी के चलते देशभर में लॉकडाउन किया गया है, साथ ही लगातार लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाएं रखने की अपील की जा रही है, लेकिन कुछ लोगों को बिल्कुल इसकी परवाह नहीं है. ऐसे ही शमशाबाद कियोस्क बैंक के सामने बड़ी संख्या में खड़े मजदूर बैंक से 500 रूपये मिलने का इंतजार कर रहे हैं. भीड़ इतनी ज्यादा है कि न इन्हें महामारी का ख्याल है, न इन्हें लॉकडाउन के पालन करने की परवाह है, और न ही इन्हें सोशल डिस्टेंसिंग बनाएं रखने कि चिंता है.

श्मशाबाद कियोस्क

कियोस्क सेंटर के बाहर लगी लंबी लाइन लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाकर अपने ही घर परिवार के दुश्मन बनकर बाजारों और कियोस्क बैंकों की लाइन में खड़े हैं. इन मजदूरों का कहना है कि घर पर पैसे की जरूरत है तो क्या करें बैंक आना हमारी मजबूरी है. वहीं तहसीलदार का कहना है कि कियोस्क सेंटर संचालकों से बात करके जल्द ही कोई हल निकाल लिया जाएगा.

इधर कियोस्क संचालक ने बताया कि मजदूरों के खाते में राहत राशि आई है, उसे निकलने के लिए भीड़ लग रही है, और कुछ लोग बैलेंस चेक करने आ रहे हैं, कुछ लोग इस डर से आ रहे हैं कि कहीं पैसा वापस न चला जाए. लिहाजा मजदूरों का दर्द यह है कि उनके पास में रोजगार के लिए कोई साधन उपलब्ध नहीं है. ऐसे में घर पर खाद्य सामग्री के साथ-साथ अन्य आवश्यकताओं के लिए भी पैसों की जरूरत पड़ रही है. इसीलिए बड़े बुजुर्ग और महिलाएं सब बैंकों की लाइन में लगे हैं, लेकिन यहां पर किसी प्रकार से भी सामाजिक दूरी और मास्क पहनने जैसी सावधानियों का पालन नहीं किया जा रहा है.

विदिशा। कोरोना महामारी के चलते देशभर में लॉकडाउन किया गया है, साथ ही लगातार लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाएं रखने की अपील की जा रही है, लेकिन कुछ लोगों को बिल्कुल इसकी परवाह नहीं है. ऐसे ही शमशाबाद कियोस्क बैंक के सामने बड़ी संख्या में खड़े मजदूर बैंक से 500 रूपये मिलने का इंतजार कर रहे हैं. भीड़ इतनी ज्यादा है कि न इन्हें महामारी का ख्याल है, न इन्हें लॉकडाउन के पालन करने की परवाह है, और न ही इन्हें सोशल डिस्टेंसिंग बनाएं रखने कि चिंता है.

श्मशाबाद कियोस्क

कियोस्क सेंटर के बाहर लगी लंबी लाइन लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाकर अपने ही घर परिवार के दुश्मन बनकर बाजारों और कियोस्क बैंकों की लाइन में खड़े हैं. इन मजदूरों का कहना है कि घर पर पैसे की जरूरत है तो क्या करें बैंक आना हमारी मजबूरी है. वहीं तहसीलदार का कहना है कि कियोस्क सेंटर संचालकों से बात करके जल्द ही कोई हल निकाल लिया जाएगा.

इधर कियोस्क संचालक ने बताया कि मजदूरों के खाते में राहत राशि आई है, उसे निकलने के लिए भीड़ लग रही है, और कुछ लोग बैलेंस चेक करने आ रहे हैं, कुछ लोग इस डर से आ रहे हैं कि कहीं पैसा वापस न चला जाए. लिहाजा मजदूरों का दर्द यह है कि उनके पास में रोजगार के लिए कोई साधन उपलब्ध नहीं है. ऐसे में घर पर खाद्य सामग्री के साथ-साथ अन्य आवश्यकताओं के लिए भी पैसों की जरूरत पड़ रही है. इसीलिए बड़े बुजुर्ग और महिलाएं सब बैंकों की लाइन में लगे हैं, लेकिन यहां पर किसी प्रकार से भी सामाजिक दूरी और मास्क पहनने जैसी सावधानियों का पालन नहीं किया जा रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.