विदिशा। कहा जाता है कि आपदा में अवसर तलाशना जरूरी है, लेकिन कुछ लोग आपदा में भी रिश्वतखोरी से बाज नहीं आते. कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है, जिले के सिरोंज शासकीय अस्पताल से जहां सरकारी अस्पताल के कर्मचारी ने मानसिक रूप से विक्षिप्त का आयु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पांच सौ रुपये की रिश्वत ली. इस रिश्वतखोरी का वीडियो वायरल हो रहा है.
वैक्सीनेशन के लिए बनवाया आयु प्रमाण पत्र
दरअसल, जिले के दामा रूसल्ली के रहने वाले देवेन्द्र सिंह के साथ बीते 20 सालों से महेश प्रसाद शर्मा नामक शख्स रह रहा है. महेश की मानसिक हालत सही नहीं है, इसलिए आज तक उसका कोई पहचान पत्र नहीं बना, अब वैक्सीनेशन के लिए पहचान पत्र की जरूरत हुई, तो परिजनों ने इसकी कोशिश की. इसके लिए उन्हें आयु प्रमाण पत्र बनवाना जरूरी था. जिसके लिए परिजन सिरोंज शासकीय अस्पताल पहुंचे, जहां उनसे रिश्वत की मांग हुई. रिश्वतखोरी का ये पूरा वीडियो बनाया गया, जो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है (Vidisha viral video of bribe).
आयु प्रमाण पत्र के लिए 500 रुपए की रिश्वत
परिजनों का कहना है कि अस्पताल में पर्ची काटने वाले कर्मचारी ने बताया कि आयु प्रमाण पत्र बनवाने के डॉक्टर साहब को 1500 रूपये देने पडेंगे, वैसे तो और लोगों से ढाई से 3000 रुपए तक ले रहे हैं. पहले दिन परिजन पैसों का इंतजाम करने की बात कर वहां से निकल गए, दूसरे दिन यानी शनिवार को कर्मचारी ने रिश्वत के लिए रकाफी तोलमोल किया, जिसके बाद 500 रुपए रिश्वत लेने के बाद आयु प्रमाण पत्र बनाकर दिया गया.
परिजन ने की एसडीएम से शिकायत (Vidisha SDM on Viral Video)
रिश्वत लेकर प्रमाण पत्र बनाने के मामले को लेकर ग्रामीण ने एसडीएम के पास शिकायत की है. इस संपूर्ण घटना के तीन अलग-अलग वीडियो हितग्राही के साथ आये व्यक्ति द्वारा बनाए गए हैं औऱ मामले की शिकायत एसडीएम प्रवीण प्रजापति सिरोंज से की गई है. एसडीएम ने मामले की जांच की बात कही है. वही पूरे मामले पर CMHO अखंड प्रताप सिंह का कहना है कि यह मामला और वीडियो मेरे संज्ञान में भी आए हैं और इसकी प्रमुखता से जांच कर कार्रवाई की जाएगी. आरोपी कर्मचारी राम बिहारी को सपोर्ट स्टाफ से हटाया जायेगा.
पहचान पत्र नहीं होने पर भी वैक्सीनेशन (Corona Vaccination in Vidisha)
साथ ही आधार कार्ड और आयु प्रमाण पत्र कार्ड को लेकर CMHO अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है जिसके पास आधार कार्ड नहीं है उनको भी वैक्सीन लगानी है और मैंने नोटिस जारी भी किए हैं कि कई बार मजदूरों पर डॉक्यूमेंट नहीं होते इसीलिए बिना डॉक्यूमेंट के भी वैक्सीन लगाई जाए. वही बीएमओ का कहना है कि मैंने ऐसा कोई प्रमाण पत्र जारी नहीं किया है.